महाकुम्भ 2025 का आयोजन यूपी के प्रयागराज में जारी है। इस मौके पर हिन्दू धर्म के अनुसार गंगा स्नान की परंपरा है। देश के अलग-अलग हिस्सों से लोग आस्था की डुबकी लगाने प्रयागराज पहुंच रहे हैं। विदेशों से भी एक बड़ी आबादी प्रयागराज में इसी प्रयोजन से है। इसी आबादी में शामिल थीं, एपल के पूर्व सीईओ स्टीव जॉब्स की पत्नी, लॉरेन पोवेल जॉब्स (Laurene powell jobs illness)। 15 जनवरी को उन्हें प्रयागराज में ‘अमृत स्नान’ के तहत गंगा में डुबकी लगानी थी लेकिन उससे ठीक पहले हो गई उन्हें भीड़ से एलर्जी की दिक्कत। और वे इस आयोजन का हिस्सा नहीं बन पाई।
स्टीव जॉब्स की पत्नी, लॉरीन पॉवेल जॉब्स (Laurene powell jobs illness) ने अपने करीबियों और आध्यात्मिक गुरु को खुद बताया कि उन्होंने एक साथ इतनी भीड़ नहीं देखी थी, जिस वजह से उन्हें दिक्कत महसूस हुई। ऐसी स्थिति दरअसल शरीर की ही एक प्रक्रिया है जब वो भीड़ के लिए तैयार नहीं होता। ऐसे में कोई व्यक्ति भीड़ में सुरक्षित नहीं महसूस करता। उसे भीड़ में घबराहट, सांस लेने में कठिनाई, दिल की धड़कन तेज होना या चक्कर आना जैसी समस्याओं से गुजरना पड़ता है।
ऐसा अक्सर उन व्यक्तियों के साथ होता है, जो अमूमन अकेले रहते हों या ऐसे इलाके से आते हों जहां भीड़ भाड़ बिल्कुल कम हो। अचानक भीड़ में जाने पर उन्हें ऐसी समस्या का सामना करना पड़ सकता है। वे महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरि से दीक्षा लेने भारत में आई हैं। कैलाशानन्द गिरी ने बताया कि उनकी तबीयत खराब हो गई है। इसलिए वह मेरे शिविर में आराम कर रहीं हैं। उन्हें कुछ एलर्जी हो गई है। लॉरेन पॉवेल (Laurene powell jobs illness) इससे पहले कभी इतनी भीड़भाड़ वाले स्थान पर नहीं गई हैं, इसलिए उन्हें भीड़ से समस्या हुई है।
एमएसडी नाम की एक संस्था की रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया भर में हर साल 2 प्रतिशत लोग भीड़ से घबराहट (Crowd Anxiety) या एग्रोफोबिया का शिकार होते हैं। ये एक प्रकार का डर है जिसे बीमारी की श्रेणी में भी रखा जा सकता है। इससे पीड़ित किसी भी व्यक्ति को भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने में डर लगता है। वह सोचने लगता है कि इस भीड़ में वो कहीं ऐसी स्थिति में ना फंस जाए जहां से निकलना मुश्किल हो। इसी वजह से सांस लेने में दिक्कत, पसीना आना और हार्ट बीट का बढ़ना जैसे लक्षण दिखाई देते हैं।
यह सबसे जरूरी है भले ही थोड़ा मुश्किल लगे। अगर आपको लगे कि कुछ भी करने से भीड़ से एलर्जी कम नहीं हो रही है तो बेहतर यही है कि भीड़ से दूर हो जाएं। थोड़ी देर के किसी शांत जगह पर जा कर वक्त बिताएं। या फिर आराम कर लें। इससे आपको घबराहट से निजात मिलेगी।
भीड़ से एलर्जी (Laurene powell jobs illness) की सूरत में घबराहट आम है और गहरी और लंबी सांसें लेना घबराहट का सबसे बेहतर बचाव है। जब भी आपको घबराहट महसूस हो, तो गहरी सांसें लें। इससे आपका शरीर और दिमाग शांत होता है और घबराहट कम होने लगती है। ये तरीका बिल्कुल आसान है और आप तुरंत मुश्किल में आजमा सकते हैं।
भीड़ से होने वाली एलर्जी के बाद घबराहट की सूरत में दिमाग यह जज नहीं कर पाता कि करना क्या है। कैसे इस स्थिति से निकलना है। ऐसे में दिमाग को थोड़ी देर शांत करने की जरूरत है और ध्यान इसके लिए अच्छा ऑप्शन है।
कुछ देर के लिए अपनी आँखें बंद करें और बाहरी दुनिया के बारे में सोचना छोड़ दें। जब दिमाग शांत होगा तभी आप अच्छे से सोच भी पाएंगे और आपको घबराहट से भी राहत मिलेगी।
किसी भी व्यक्ति को किन सूरतों में डर लगता है? तब जब वो ये सोचता है कि उसको किसी तौर पर नुकसान होने वाला है, यानी वो अपने बारे में नकारात्मक सोच रहा है। ऐसे में इसी सोच को सकारात्मक करने की जरूरत है। यह मुश्किल जरूर है लेकिन आपको हमेशा खुद से ये कहना होगा कि आप सेफ हैं। इससे आपका आत्मविश्वास बढ़ेगा और आप परिस्थिति से लड़ने के लिए अपने दिमाग को तैयार कर रहे होंगे। याद है ना थ्री इडियट्स फिल्म में रैन्चो बार बार ऑल इज वेल क्यों कहता था? आपको भी यही कहना है।
भीड़ से घबराहट या एलर्जी (Laurene powell jobs illness) को कम करने का ये सबसे बेसिक तरीका है लेकिन लोग इसे अमूमन नजरंदाज कर देते हैं। घबराहट में प्यास बहुत ज्यादा लगती है। खास कर भीड़ से होने वाली घबराहट में। आप ऐसी स्थिति का इंतेजार ना करिए। पहले से ही थोड़े थोड़े वक्त पर पानी पीते रहें। पानी शरीर में ब्लड फ़्लो को सही करने में मदद करता है जिससे हार्ट अपना काम सही ढंग से करता है और घबराहट के तमाम समस्याओं से आप ऐसे ही दूर हो जाते हैं।
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