जीवन में हैप्पीनेस को बढ़ाने और स्ट्रेस को नियंत्रित करने के लिए लोग एक्सरसाइज़, मेडिटेशन और ट्रैवल करते हैं। मगर वो चिंता औरतनाव कुछ ही दिनों में फिर से लौट आता है, ऐसे में ब्लू मांइड इस समस्या को हल करने में आपकी मदद कर सकता है। दरअसल, पानी की खनकदार आवाज़ और शीतलता मन में प्रसन्नता और शांति को बढ़ा देती है। इससे शरीर और दिमाग में बढ़ने वाला तनाव दूर होने लगता है। अपने माइंड करे रिलैक्स रखने के लिए पानी एक कारगर उपाय है। जानते हैं ब्लू मांइड किसे कहते हैं और इसे एक्टीवेट करने के कुछ आसान तरीके।
पानी, तालाब, नदिया और झरने व्यक्ति के मन को खुशहाली प्रदान करते है। साथ ही रचनात्मकता को बढ़ाने में मदद करते है। इस बारे में मनोचिकित्सक डॉ युवराज पंत बताते हैं कि ब्लू मांइड ध्यान की उस अवस्था को कहते है, जब लोग पानी के नज़दीक या पानी के भीतर उतरते हैं। इससे शरीर को शारीरिक और मानसिक लाभ की प्राप्ति होती है। एक्सपर्ट के अनुसार दिनभर की थकान के बाद पानी के नज़दीक जाते ही शीतलता का एहसास होता है और मन में प्रसन्नता बढ़ने लगती है। पानी दको देखने भर से डोपामाइन और सिरोटोनिन जैसे हैप्पी हार्मोन रिलीज होने लगते है, जो मेंटल हेलथ को बूस्ट करने में मदद करते हैं।
अमेरिकन वॉटर वर्कस एसोसिएशन के अनुसार ब्लू माइंड उस स्थिति को कहा जाता है, जब व्यक्ति पानी के नज़दीक बैठकर शांति का अनुभव करता हैं। इससे मन में उठने वाले अनैच्छिक विचारों से राहत मिलती है और एकाग्रता बढ़ने लगती है।
ब्लू माइंड शांति का प्रतीक है और इसे एक्टीवेट करने के लिए हाइड्रेट रहना बेहद ज़रूरी है। दरअसल, डिहाइड्रेशन के चलते शरीर में थकान, कमज़ोरी और तनाव महसूस होने लगता है। ब्लू माइंड पाने के लिए नियमित मात्रा में पानी पीएं। एक्सपर्ट के अनुसार शरीर में 60 से 80 फीसदी पानी की मात्रा पाई जाती है। वहीं मांइड वॉल्यूम के हिसाब से 80 फीसदी पानी से भरपूर है।
मांइड को रिलैक्स रखने के लिए स्विमिंग भी योग के समान मन को शांत और शरीर को हेल्दी बनाने में मदद करती है। ब्लू माइंड थेरेपी के लिए कुछ देर पानी के भीतर बिताएं और डीप ब्रीदिंग व मसल्स स्ट्रैचिंग से शरीर को फायदा मिलता है।
एमआई ब्लूज़ परस्पेक्टिव के अनुसार 10 मिनट तक लगातार एक्वेरियम या वॉटर टैंक को देखने से तनाव कम होने लगता है और हाई ब्लड प्रेशर की समस्या भी दूर होने लगती है। मछलियों और एक्वेटिक प्लांट वाले वॉटर टैंक मन को राहत प्रदान करते हैं। इससे नींद की गुणवत्ता में भी सुधार आने लगता है।
एक्सपर्ट के अनुसार मूड स्विंग और बढ़ रही चिंताओं को दूर करने के लिए दिनभर काम करने के बाद कुछ वक्त बीच के नज़दीक वॉक करें। इससे शरीर में एनर्जी बढ़ने लगती है और दिमाग का शांति प्राप्त होती है। पानी के बहाव के साथ मन में खुशी बढ़ने लगती है। लहरों की हलचल मन को सुकून प्रदान करने लगती है।
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