Beige flags in dating : डेटिंग और रिलेशनशिप में जानिए बेज फ्लैग के बारे में, जिन पर ध्यान दिए जाने की है जरूरत

रिलेशनशिप में कुछ बुरी चीजें होती हैं और कुछ अच्छी चीजें होती है जिसका संकेत आज कल अलग-अलग रंग के फ्लैग के नाम से दिया जाता है। ये फ्लैग के रंग बताते है कि उस रिलेशनशिप में रहना चाहिए या नहीं।
relationship mei beige flag kya hota hai
बेज फ्लैग का अर्थ किसी रिश्ते में ऐसी चीज़ को संदर्भित कर सकता है जो जरूरी चिंता का एक प्रमुख कारण नहीं है। चित्र- पिनट्रस्ट
संध्या सिंह Updated: 10 Jul 2023, 14:46 pm IST
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सोशल मीडिया के जमाने में तरह तरह के ट्रैंड आते है और जाते है जिसमें से कुछ काफी काम के होते है तो कुछ नही होते है। उन्हीं ट्रेंड में से एक आया रिलेशनशिप (Relationship) में रेड फ्लैग (red flag) बताने वाला ट्रेंड जो ये बताता था कि आपके रिलेशनशिप में पार्टनर की ऐसी कौन सा हरकत या आदत है जो रिलेशनशिप को टॉक्सिक (toxic) बनाती है या रिश्ते के लिए खतरनाक है। इसमें केवल रेड फ्लैग ही नही है ग्रीन  और येलो फ्लैग (yellow flag) भी है, जिनमें ग्रीन फ्लैग (green flag) बताता है कि रिश्ते में कोई खतरा नही है और येलो फ्लैग बताता है कि रिश्ते में संभल कर आगे बढ़ने की जरूरत है। ये फ्लैग केवल रिलेशनशिप में ही नहीं, बल्कि दोस्ती में भी होते है।

इन दिनों सोशल मीडिया में एक और फ्लैग की बात हो रही है और ये है बेज फ्लैग। लोग अपने रिश्ते में बेज फ्लैग के बारे में बता रहें है, लेकिन यहां सवाल ये कि इतने सारे रंगे के फ्लैग के बाद अब ये बेज फ्लैग (Beige flags in dating) क्या है? तो चलिए जानते है आखिरकार ये बेज फ्लैग किस बला का नाम है।

क्या है बेज फ्लैग का अर्थ (Beige flags)

बेज फ्लैग किसी रिश्ते के संदर्भ में बहुत अधिक इस्तेमाल नहीं होता है, लेकिन टिक टॉक के एक नए ट्रेंड के कारण यह इस्तेमाल में आने लगा है। बहुत सारे लोग अब अपने पार्टनर के बेज फ्लैग के बारे में बात कर रहे है।

यह फ्लैग किसी रिश्ते में ऐसी चीज़ को संदर्भित कर सकता है जो जरूरी चिंता का एक प्रमुख कारण नहीं है (जैसे रेड फ्लैग) लेकिन फिर भी कुछ ध्यान या विचार की आवश्यकता है। यह एक छोटे से मुद्दे या चिंता का संकेत हो सकता है जो तुरंत खतरे की घंटी नहीं है। मगर स्वस्थ रिलेशनशिप बनाए रखने के लिए ध्यान देना और जानना जरूरी हो सकता है।

compromise in relationship
यह एक छोटे से मुद्दे या चिंता का संकेत हो सकता है जो तुरंत खतरे की घंटी नहीं है। चित्र : शटरस्टॉक।

बेज फ्लैग को आमतौर पर स्वाभाविक रूप से सकारात्मक या नकारात्मक के बजाय तटस्थ माना जा सकता है। कई रिसर्च में ग्रीन फ्लैग और रेड फ्लैग के बारे में बात की गई है। बेज फ्लैग उन क्षेत्रों में आते हैं जो अधिक व्यक्तिपरक हो सकते हैं। वे कोई लाभ नहीं देते हैं और जरूरी नहीं कि वे टॉक्सिक हों। बेज रंग के झंडे का उपयोग एक अजीब या विचित्र आदत को चिह्नित करने के लिए किया जाता है। बेज फ्लैग का अर्थ ये भी हो सकता है कि आपका पार्टनर बोरिंग है।

बेज फ्लैग के बारे में बताते हुए सीनियर क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट डॉ. आशुतोष श्रीवास्तव ने बताया कि “जब रिश्तों की बात आती है, तो लोग अक्सर संभावित समस्याओं के चेतावनी संकेत के रूप में रेड फ्लैग पर ध्यान केंद्रित करते हैं।

हालांकि बेज फ्लैग भी चिंता के संभावित क्षेत्रों या उन क्षेत्रों का संकेत दे सकते हैं जिन पर ध्यान देने की आवश्यकता है। बेज फ्लैग रेड फ्लैग जितने गंभीर नहीं होते हैं, लेकिन फिर भी उन मुद्दों के शुरुआती संकेत हो सकते हैं जो रिश्ते को प्रभावित कर सकते हैं।

पार्टनर की कौन सी चीजें हो सकती हैं बेज फ्लैग (Beige flags in dating)

1 किसी भी बातचीत से बचना

यदि आप संचार में लगातार कठिनाइयां देखते हैं, जैसे बार-बार गलतफहमियां, भावनाओं को व्यक्त करने में कठिनाई, या जरूरी बातचीत से बचना, तो यह एक बेज फ्लैग हो सकता है।

2 मूल्यों में अंतर

रिलेशनशिप में मूल्यों में कुछ अंतर होना स्वाभाविक है और रिश्ते के लिए समृद्ध भी हो सकता है, मूल्यों का गलत दिशा में होना बेज फ्लैग हो सकता है। मूल्यों के बारे में खुली चर्चा करना और यह निर्धारित करना महत्वपूर्ण है कि क्या आप उन क्षेत्रों में सामान्य आधार ढूंढ सकते हैं या समझौता कर सकते हैं जहां आप भिन्न हैं।

बेज फ्लैग उन क्षेत्रों में आते हैं जो अधिक व्यक्तिपरक हो सकते हैं। चित्र : शटरस्टॉक

3 भावनात्मक उपलब्धता में अंतर

यदि एक या दोनों साथी भावनात्मक रूप से खुले नहीं है या संघर्ष करते है, तो यह एक बेज फ्लैग हो सकता है। इंटिमेसी और विश्वास को बनाने के लिए भावनात्मक उपलब्धता और समर्थन महत्वपूर्ण है।

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4 सीमाएं और स्वायत्तता

बेज फ्लैग तब भी हो सकता है जब सीमाएं निर्धारित करने और उनका सम्मान करने या एक-दूसरे को पर्याप्त स्थान और स्वायत्तता देने में चुनौतियां आती हैं। स्वस्थ सीमाओं पर चर्चा करना और स्थापित करना महत्वपूर्ण है।

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लेखक के बारे में

दिल्ली यूनिवर्सिटी से जर्नलिज़्म ग्रेजुएट संध्या सिंह महिलाओं की सेहत, फिटनेस, ब्यूटी और जीवनशैली मुद्दों की अध्येता हैं। विभिन्न विशेषज्ञों और शोध संस्थानों से संपर्क कर वे  शोधपूर्ण-तथ्यात्मक सामग्री पाठकों के लिए मुहैया करवा रहीं हैं। संध्या बॉडी पॉजिटिविटी और महिला अधिकारों की समर्थक हैं। ...और पढ़ें

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