हर कोई चाहता है कि उसका शरीर मजबूत हो। वह कभी बीमार नहीं पड़े, लेकिन कुछ जरूरी बातों को भूल जाता है। इससे न उसका शरीर मजबूत रह पाता है और न ही मन। फिटनेस कार्यक्रम में भी विशेषज्ञ से यही पूछा जाता है कि किन सबसे महत्वपूर्ण चीजों पर ध्यान देना चाहिए? जिससे शरीर मजबूत हो सके। शरीर फिट रह सके विशेषज्ञ बताते हैं कि शरीर मन की मजबूती के लिए 5 पिलर्स (The 5 pillars of physical and mental strength) जरूरी हैं।
जर्नल ऑफ़ फिटनेस रिसर्च के अनुसार, शरीर मजबूत रहने से ही मांसपेशियां मजबूत हो पाती हैं। मांसपेशियों का सही विकास हो पाता है, जिससे व्यक्ति किसी भी प्रकार का एक्सरसाइज कर पाता है। भारी वजन उठाने के बावजूद बैक एक और मसल पेन नहीं हो पाता है। इससे शरीर लचीला और गतिशील बन पाटा है। शरीर संतुलित हो पाता है। चयापचय और शरीर संरचना में मदद मिल पाती है।
जर्नल ऑफ़ मेंटल एंड फिजिकल फिटनेस रिसर्च के अनुसार, धैर्य शारीरिक और मानसिक दोनों की मजबूती के लिए जरूरी है। यदि आप धैर्य रखकर कोई कार्य करती हैं, तो आप हमेशा तनाव और अवसाद जैसे मानसिक विकारों से दूर रहेंगी। वहीँ शरीर की मांसपेशी या मांसपेशियों के समूह लंबे समय तक एक्सरसाइज के माध्यम से रेसिस्टेंस करते हैं, तो उनकी क्षमता बढ़ जाती है।
यह मांसपेशी सहनशक्ति (Muscle Endurance) कह लाता है। जॉगिंग, साइकिल चलाना, तेज चलना, लंबी पैदल यात्रा और पहाड़ या ऊंची जगहों पर चढ़ाई भी एंडयोरेन्स एक्टिविटी के कुछ उदाहरण हैं। कोशिश करें कि 20 से 30 मिनट तक पॉवर ट्रेनिंग एक्सरसाइज करने की कोशिश करें। इससे हार्ट हेल्थ को लाभ मिलता है और नींद भी अच्छी आती है।
शरीर जितना अधिक मूवेबल होगा, शारीरिक और मानसिक तौर पर व्यक्ति उतना ही मजबूत होगा। हमेशा एक जगह बैठे रहने और कोई मूवमेंट नहीं करने से दिमाग और शरीर दोनों पर बुरा प्रभाव पड़ता है। गतिशीलता में सुधार से शरीर को लगने वाली चोटों से बचाव होता है और शरीर मजबूत होता है। मोबिलिटी स्ट्रेचिंग, अलग-अलग तरह के योगासन गतिशीलता बढ़ाने के तरीके हैं। एक्सरसाइज के दौरान वार्म-अप और सक्रिय रेस्ट पीरियड भी मूवेबिलिटी में शामिल होना चाहिए।
शरीर की संरचना या कम्पोजिशन यानी जिनसे हमारा शरीर बना है। ये पानी, प्रोटीन, मिनरल और फैट हैं। शारीरिक संरचना शरीर के वजन का वह प्रतिशत है, जिसमें लीन मास की तुलना में वसा की उपस्थिति शामिल है। शरीर की संरचना स्वास्थ्य को समझने में मदद कर सकती है। भले ही वजन हेल्दी हो, लेकिन शरीर में वसा का हाई परसेंटेज स्वास्थ्य के लिए गंभीर रूप से खतरनाक हो सकता है। स्वस्थ शरीर संरचना होने का मतलब है कि अधिकांश वजन मसल्स के टिश्यूज सहित शरीर के लीन मास से आ रहा है। इसके लिए उचित आहार, आराम और हाइड्रेशन जरूरी है।
ओवरआल हेल्थ और फिट जीवनशैली के लिए न केवल शरीर को ट्रेनिंग देना जरूरी है बल्कि इसे उचित रूप से फ्यूल देना और आराम करना भी शामिल है। ऐसा लगातार करने पर ही फिटनेस और मजबूती को पाया जा सकता है। जरूरी आराम के साथ नियमित एक्सरसाइज कार्यक्रम, स्वस्थ आहार और साउंड स्लीप भी स्वस्थ जीवनशैली के लिए जरूरी हैं। आराम और जरूरी नींद के बिना चोट लगने की संभावना बढ़ जाती है। खराब आहार से शरीर के कम्पोजिशन में सुधार करना कठिन हो जाता है और रिकवरी का समय धीमा हो जाता है। तनाव का स्तर भी शरीर में वसा प्रतिशत को बढ़ा सकता है।
थकावट के कारण न मन स्वस्थ रहता है और न शरीर स्वस्थ रहता है। इसलिए आराम करें। संभव हो तो प्रोफेशनल काम से एक दिन की छुट्टी लें। रिलैक्स करने के लिए अपनी पसंदीदा काम भी करें। कुछ लोग रिलैक्स करने के लिए अपना पसंदीदा डिश भी तैयार करते हैं। रिलैक्स करने और आराम करने से भी शरीर और मन भी मजबूत होता है।
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