मनुष्य के रूप में हम दिन भर में कई तरह की भावनाओं से गुजरते हैं। ऐसी ही भावनाओं के वशीभूत हम कभी-कभी इतने लाउड हो जाते हैं, कि अपना आपा खो बैठते हैं। और ये वर्कप्लेस एथिक्स के खिलाफ है। जब आप एक टीम में शामिल होते हैं, तब आपको अपने काम के साथ-साथ टीम के साथ समन्वय बनाना और अपनी बात बेहतर तरीके से रखना भी आना चाहिए। अगर आप भी ऐसी स्थिति में आक्रामक और असभ्य हो जाती हैं, तो यहां कुछ वर्कप्लेस टिप्स दिए गए हैं। ताकि आप बिना आपा खोए आत्मविश्वासपूर्ण (How to speak confidently) तरीके से अपनी बात रख पाएं।
हेल्थ शॉट्स ने एक प्रेरक वक्ता, रेडियो होस्ट और निर्माता देविना कौर से बात की, जिन्होंने हमारे शब्दों को बेहतर ढंग से रखने के लिए कुछ महत्वपूर्ण तरीके सूचीबद्ध किए, खासकर जब हम काम पर हों।
जब आप स्वयं को जानने का प्रयास करते हैं, तो आप अपने विचारों और भावों में स्पष्टता का अनुभव करेंगे। यह आवश्यक है कि आप उदार हों, लेकिन अपनी आवश्यकताओं के प्रति दृढ़ रहें। ताकि काम पर रहते हुए भी अपनी और अपनी आवश्यकताओं को व्यक्त करना आसान हो जाए।
आक्रामक विचारों के साथ अपने ही संघर्ष को याद करते हुए कौर कहती हैं, “अपनी युवावस्था के दौरान, मैं काम की धीमी गति से बहुत अधीर हो जाती थी। आज भी, ऐसे समय में, मैं एक तरकीब का उपयोग करती हूं कि एक से दस तक गिनना शुरू कर दूं। यह मुझे शांत होने और आक्रामकता के बिना खुद को बेहतर ढंग से व्यक्त करने की अनुमति देता है। ”
यह स्वीकार करने और सीखने के लिए समय निकालें कि हर कोई अलग है, लोग अलग तरह से समझते हैं और काम करते हैं और सबसे अच्छा तरीका है सहानुभूति दिखाना और हर स्थिति के अनुकूल होना सीखना।
दूसरों की स्थितियों के लिए सहानुभूति का अभ्यास करें और उन्हें बेहतर ढंग से समझने की कोशिश करें। इस तरह आप बिना आक्रामकता के अपनी जरूरतों को व्यक्त करने के लिए एक सुरक्षित और बेहतर समूह बना पाएंगी।
कौर आगे कहती हैं, “हमें हमेशा खुद का सम्मान करना चाहिए और दूसरों से अपमान का विरोध करना चाहिए।
अगर आपको लगता है कि आपकी सीमाओं का उल्लंघन किया गया है या भावनात्मक या मौखिक रूप से दुर्व्यवहार किया गया है, तो आपको पता होना चाहिए कि आपके पास दूर जाने का विकल्प है। आक्रामक होने के बजाय, बस अपना साहस जुटाएं और अपमानजनक माहौल से दूर चले जाएं।”
अपने अंतर्ज्ञान को सुनने का अभ्यास करें क्योंकि यह आपको सुरक्षित रखने की क्षमता रखता है। आप पर गुस्सा तभी सवार होता है, जब आप अपनी भावनाओं को संतुलित नहीं कर पाते हैं। ऐसी स्थिति में अपने दिमाग को आराम दें और पूछें कि इस समय आपको क्या चाहिए। आप हमेशा इस मुद्दे पर वापस आ सकते हैं और आप अपनी आक्रामकता से खुद को और दूसरों को चोट पहुंचाने से बच जाएंगी।
ये 5 शानदार कदम हैं, जिन्हें आप अपने कार्यस्थल पर तब इस्तेमाल कर सकती हैं, जब आप आक्रामक या संवाद में असभ्य हो रहीं हों। गुस्से काे कंट्रोल करें, क्योंकि ये औरों से पहले आपको नुकसान पहुंचाता है।