रिलेशनशिप में होना आपके जीवन में बहुत सारे बदलाव ला सकता है। शुरुआत में ये बदलाव बहुत प्यारे लगते हैं, कि जैसे हमेशा आसपास तितलियां उड़ती हुई महसूस होती हैं। पर कुछ समय बाद जब रिश्ता उबाऊ या बोझिल होने लगता है, तब दूरियां आना स्वभाविक है। कुछ लोग इस स्थिति को मैनेज कर लेते हैं, जबकि कुछ महिलाएं ऐसी स्थिति में अकेलापन महसूस करने लगती हैं। पर क्यों होता है ऐसा और आप कैसे इस स्थिति से बच सकती हैं? आइए जानते हैं इस बारे में विस्तार से।
हर इंसान किसी खास रिश्ते में तभी खुश रह सकता है, जब उसकी भावनाओं की कद्र की जाए। हालांकि, हकीकत में ऐसा नहीं होता है। फिर एक ऐसा वक्त आता है जब इंसान निराशा और बेहद अकेलापन महसूस करने लगता है। नतीजतन, रिश्ता न सिर्फ बोझ बन जाता है, बल्कि इंसान अंदर तक टूट जाता हैं। जिंदगी उबाऊ बनकर रह जाती है।
कई बार तो इंसान अकेलापन और निराशा से इतना घिर जाता है कि डिप्रेशन में चला जाता है। अगर सही समय पर इन इसको दुरूस्त न किया जाए तो बातें और बिगड़ती जाती है। इंसान का अकेलापन हावी होने लगता है। जिसका असर मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर पड़ता है। एक रिलेशनशिप में अकेलेपन और निराशा के कई कारण हो सकते हैं। अगर आप भी रिलेशनशिप में अकेलापन महसूस कर रहे हैं तो उससे बाहर निकलने यह आर्टिकल आपकी मदद कर सकता है।
हिसार की साइकोलॉजिस्ट डॉ. नेहा मेहता का कहना है कि कोई व्यक्ति जब अपने परिवार, अपने पार्टनर या अपने दोस्तों से अलग होता है। तब इसका प्रभाव उसकी मेंटल हेल्थ पर सबसे ज्यादा पड़ता है। फिर एक टाइम ऐसा आता है जब वह एंग्जाइटी, डिप्रेशन और मेंटल स्ट्रेस से घिर जाता है। ऐसे में हमें जानना बेहद जरूरी है कि आखिर क्यों एक रिश्ते में हम अकेलापन महसूस करते हैं।
कई लोग सालों तक साथ तो रहते हैं, लेकिन कभी एक दूसरे को समझ नहीं पाते हैं। दोनों के बीच महज नाम रिश्ता रह जाता है। रिश्ते में भावनात्मक लगाव न होने के कारण वह बेहद बोझिल बन जाता है। लोग एक दूसरे से भागने की कोशिश करते हैं। इसी बोझ को ढोते-ढोते इंसान एक दिन अकेलापन और निराशा महसूस करने लगता है। ऐसे में एक्सपर्ट का यही मानना है कि किसी भी रिलेशनशिप में आत्मीय लगाव होना बेहद जरूरी होता है।
हमने अक्सर अपने बड़ों से या अनुभवी व्यक्तियों को यह कहते हुए सुना है कि किसी से ज्यादा उम्मीद करना ही दुख का एक कारण है। यह बात रिलेशनशिप में भी फिट बैठती है। अगर, आप किसी से बहुत ज्यादा उम्मीद करते हैं, कई बार ऐसी परिस्थितियां या हालात नहीं होते हैं वह उन्हें पूरा कर पाए। यह बात सही है कि हर कोई अपने पार्टनर से बहुत ज्यादा अपेक्षाएं रखता है। इसमें कोई गलत बात भी नहीं है। लेकिन कई बार आपका पार्टनर काम की व्यस्तताओं के चलते इसे पूरा नहीं कर पाता है। इस वजह से लोग अकेलेपन के शिकार हो जाते हैं।
आज हर इंसान अपने कामों में बहुत ज्यादा व्यस्त है। इस वजह से पार्टनर पर्याप्त समय नहीं मिल पाता है। हालांकि, यह बात बिल्कुल सही कि अगर किसी को आपसे इमोशनल बॉन्डिंग है तो वह आपके लिए समय निकाल ही लेगा। लेकिन कई बार आपका पार्टनर जानबूझकर आपके लिए समय नहीं निकाल पा रहा है। इससे इंसान को समझ में आ जाता है उसके लिए अब आप उतने अहम नहीं बचे हैं। यह भी अकेलेपन और निराशा की एक वजह हो सकती है।
आप सभी जानते हैं कि हर इंसान का स्वभाव अलग-अलग होता है। ऐसे में जब दो लोग रिलेशनशिप में आते हैं तो उन्हें दूसरे के स्वभाव के ढालने की कोशिश करना चाहिए। एक दूसरे के दोस्तों, शौक और पसंद के साथ वक्त बिताने की कोशिश करना चाहिए। दरअसल, कोई भी रिश्ता किसी एक की भागीदारी से नहीं चल सकता है।
आजकल इंसान सोशल मीडिया के जाल में फंसकर रह गया है। लोगों ने एक दूसरे को समय देना छोड़ दिया है। जहां ज्यादातर लोग ऑफिस से घर आकर भी फैमेली या अपने पार्टनर को समय नहीं दे पाते हैं। वह ज्यादातर टाइम फोन पर कुछ न कुछ करते रहते हैं। वर्चुअल दुनिया में ही अपनी खुशी तलाशने लगते हैं। जबकि किसी रिश्ते में ताजगी के लिए अपने पार्टनर को समय देना बेहद जरूरी है। अगर आप घर आकर भी व्यस्त हो जाएंगे तो इससे आपका पार्टनर अकेलापन और उदासी महसूस कर सकता है। भले वह आपसे इस बात जिक्र न करें।
अकेलापन और निराशा इंसान को घुन की तरह अंदर ही अंदर से कुरेदता रहता है। ऐसे में अगर आपका पार्टनर किसी बात को लेकर परेशान है या खुद में अकेलापन महसूस कर रहा है तो आपको उससे बात करना चाहिए। कहते हैं ना कि इंसान के फेस एक्सप्रेशन बता देते हैं कि उसके अंदर क्या चल रहा है। ऐसे में आपके अलावा पार्टनर कोई नहीं समझ सकता है। इसलिए अगर वह खुद में अकेलापन महसूस कर रहा है, तो उससे बात करना चाहिए। उसकी परेशानियों को समझने की कोशिश करना चाहिए।
कोई भी रिश्ता एक इंसान नहीं निभा सकता है। ऐसे में आप दोनों की जिम्मेदारी है कि एक दूसरे के शौक, पसंद को इंजॉय करें। शायद इससे आपको भी कुछ नया करने को मिल जाए और वह आपको पसंद भी आने लगे। उन चीजों की खोज करें, जो आप दोनों में कॉमन हैं और उनके लिए समय खर्च करें।
कई बार ऐसा होता है कि रिश्ते में हम अपनी ही भागीदारी निभाते चले जाते हैं। लेकिन आपका पार्टनर आपको जानबुझकर नजरअंदाज करता रहता है। ऐसे में आपको खुद को काम या दूसरी हॉबीज व्यस्त रखना चाहिए।
आजकल हर कोई मोबाइल में व्यस्त रहने लगा है। ऐसे में इस बात ध्यान रखें कि जरूरत के हिसाब से मोबाइल यूज करें। बाकी समय अपने पार्टनर को दें। अगर, ज्यादा समय साथ बिताएंगे तो रिश्तों में मिठास आएगी और न आपको कभी अकेलापन महसूस होगा न आपके पार्टनर को।
यह भी पढ़ें: अपने पार्टनर के साथ सोना आपकी मेंटल और इमोशनल हेल्थ के लिए भी है फायदेमंद