लॉग इन

आपकी वेट लॉस जर्नी को और भी मुश्किल बना सकता है तनाव, जानिए क्या है इसकी वजह

क्या आप जानती हैं कि तनाव की वजह से वज़न घटाने में समस्याएं आ सकती हैं। जी हां, आपने सही पढ़ा - इससे आपके पेट की चर्बी कम होने की संभावना कम हो सकती है।
मेटाबोलिज्म सक्रिय होने पर फैट घटने की प्रक्रिया स्वाभाविक रूप से होने लगती है। चित्र: शटरस्टॉक
टीम हेल्‍थ शॉट्स Published: 8 Aug 2022, 13:37 pm IST
ऐप खोलें

हम अक्सर इसका एहसास नहीं कर पाते, लेकिन तनाव के दुष्प्रभाव हमारे शरीर पर हमारी कल्पना से भी अधिक हैं। यह न केवल मानसिक शांति को बाधित करता है, बल्कि इसका असर हमारे शारीरिक स्वास्थ्य पर भी पड़ता है। विशेषज्ञों का कहना है कि तनाव पेट के स्वास्थ्य से जुड़ा हुआ है, और इसलिए, हमारे वजन पर भी इसका असर पड़ता है। यदि आप आहार और व्यायाम के मामले में सब कुछ ठीक से कर रहे हैं, लेकिन तनाव से गुजर रहे हैं, तो यह आपकी वेट लॉस जर्नी में बाधा उत्पन्न कर सकता है।

गट हेल्थ विशेषज्ञ स्मृति कोचर के अनुसार, तनाव की वजह से ऐसा हो सकता है कि हां ज़्यादा वर्कआउट करें और कुछ भी न खाएं।

कोचर ने एक इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखा कि “आपका शरीर ऑटोइम्यूनिटी में भी हो सकता है। जिसकी वजह से आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली लगातार बढ़ सकती है और यह आपके तनाव हार्मोन को बढ़ा सकती है। यह आपके शरीर को बाद में उपयोग के लिए वसा का भंडारण शुरू करने का संकेत देती है। तनाव, आपके कोलेस्ट्रॉल के साथ-साथ रक्त शर्करा के स्तर को भी बढ़ा सकता है, जिससे चयापचय संबंधी विकार हो सकते हैं।”

संतुलन ही कुंजी है – चाहे वह आहार में हो या व्यायाम में।

“जिम में घंटों बिताना और लंबी दूरी तय करना आदि शरीर को बहुत आसानी से तनाव की स्थिति में ला सकते हैं! इसके बजाय, छोटे प्रभावी वर्कआउट करें और उन्हें संतुलित, पौष्टिक, आहार के साथ जोड़े, ”वह उन लोगों के लिए सुझाव देती हैं जो बेली फैट कम करने के नए तरीके आजमा रहे हैं।

इस बारे में अधिक जानने के लिए स्मृति कोचर की इंस्टाग्राम पोस्ट देखें कि आपको वेट लॉस करना मुश्किल क्यों लग रहा है।

जानिए आपकी गट हेल्थ को कैसे प्रभावित कर सकता है तनाव

ह्यूमन गट को शरीर का दूसरा मस्तिष्क कहा जाता है। एसएल रहेजा हॉस्पिटल, के सीनियर कंसल्टेंट गैस्ट्रोएंटरोलॉजी एंड इंटरवेंशनल एंडोस्कोपी, डॉ. विनय धीर, हेल्थ शॉट्स को बताते हैं कि एक जटिल तंत्र के माध्यम से, गट सेक्रीशन, इम्यूनोलॉजी और मूवमेंट फंकशन मस्तिष्क से प्रभावित होते हैं।

उन्होंने आगे कहा “हम सभी ने प्रेजेंटेशन या परीक्षा देने से पहले ‘पेट में बटरफ़्लाइ’ या दस्त का अनुभव किया है। यह एंग्जाइटी भावना और कुछ नहीं बल्कि तनाव है। यह सब इसलिए होता है क्योंकि जठरांत्र प्रणाली सभी प्रकार की भावनाओं, विशेष रूप से तनाव के प्रति संवेदनशील होती है।”

तनावग्रस्त होने पर गट का क्या होता है?

क्रोनिक स्ट्रेस कई लोगों में गट की संवेदनशीलता को बढ़ाता है। जैसे

अपनी रुचि के विषय चुनें और फ़ीड कस्टमाइज़ करें

कस्टमाइज़ करें

पेट की गैस

भले ही शरीर में एसिड नहीं बन रहा है, रोगी को एसिडिटी के लक्षणों का अनुभव होता है क्योंकि म्यूकोसा अधिक संवेदनशील हो जाता है।

मोटापा

तनाव की वजह से कई लोग ज़्यादा खाने लगते हैं जो हृदय, लिवर और अन्य अंगों पर हानिकारक स्वास्थ्य प्रभावों के साथ मोटापे का कारण है। यह वजन घटाने की प्रक्रिया को भी बाधित कर सकता है।

घर पर रहकर भी कम कर सकती हैं बेली फैट। चित्र : शटरस्टॉक

तनाव से गट संबंधी विकार कैसे प्रभावित होते हैं?

डॉ. धीर कहते हैं, तनाव आईबीडी और आईबीएस सहित कई आंत विकारों के लक्षणों को बढ़ा सकता है।

हालांकि आईबीडी तनाव के कारण नहीं होता है, तनाव की उपस्थिति में रोग के लक्षण तेज हो जाएंगे।

विशेषज्ञ बताते हैं “तनाव मस्तिष्क को कुछ हार्मोन जारी करने का कारण बन सकता है, जो एंटरिक तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करते हैं। इसका आंत की गतिविधियों के साथ-साथ आंत की संवेदनशीलता पर सीधा असर पड़ता है। इस प्रकार, रोगियों को सूजन, गैस, कब्ज या दस्त का अनुभव होता है।”

हेल्दी गट के लिए तनाव का प्रबंधन कैसे करें?

आधुनिक समय में तनाव कम करना अक्सर एक चुनौती होती है, और अकेले दवाओं का आंशिक प्रभाव होता है। जीवन में तनाव से निपटने के लिए विभिन्न तकनीकों को अपनाना चाहिए क्योंकि यह आपके रोगों या बीमारियों के जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है।

समग्र दृष्टिकोण अपनाएं

जीवनशैली में बदलाव जैसे बेहतर आहार, व्यायाम, ध्यान आदि पर जोर दें।

आहार

कुछ खाद्य पदार्थों को मूड में बदलाव के लिए भी जिम्मेदार ठहराया जाता है। इनमें चॉकलेट, कैफीन, खट्टे फल और जूस, टमाटर, मसालेदार भोजन और वसायुक्त खाद्य पदार्थ शामिल हैं और इनसे बचना चाहिए।

चलते – चलते

हालांकि हम अपने जीवन से तनाव को खत्म नहीं कर सकते हैं, लेकिन इससे प्रभावी ढंग से निपटा जाना चाहिए ताकि यह किसी व्यक्ति के समग्र स्वास्थ्य को प्रभावित न करे। यदि आप तनाव से ठीक से निपट नहीं सकते हैं, तो जल्द से जल्द किसी विशेषज्ञ से परामर्श करना सबसे अच्छा है।

यह भी पढ़ें : परफॉर्मेंस प्रेशर कहीं आपके बच्चे को भी तो नहीं कर रहा बीमार? जानिए ये कैसे प्रभावित करता है 

टीम हेल्‍थ शॉट्स

ये हेल्‍थ शॉट्स के विविध लेखकों का समूह हैं, जो आपकी सेहत, सौंदर्य और तंदुरुस्ती के लिए हर बार कुछ खास लेकर आते हैं। ...और पढ़ें

अगला लेख