पर्सनल रिलेशन के बीच न आने दें सोशल मीडिया, 5 कारणों से यह हाे सकता है आपके रिश्ते के लिए घातक

सोशल मीडिया का प्रभाव आजकल हमारे जीवन के छोटे से छोटे हिस्से में पड़ रहा है। लोगों के रिश्ते भी अब सोशल मीडिया के कारण बिखरते हुए नजर आते हैं।
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सोशल मीडिया रिश्तों के बारे में अवास्तविक उम्मीदें पैदा कर सकता है। चित्र- अडोबी स्टॉक
संध्या सिंह Updated: 23 Oct 2023, 09:32 am IST
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दुनिया का अब एक बहुत बड़ा वर्ग सोशल मीडिया को ही अपनी जिंदगी मान चुका है, ऐसा इसलिए भी है क्योंकि सोशल मीडिया हमारी जिंदगी में काफी हावी हो चुका है और जीवन को कई तरीके से प्रभावित भी कर रहा है। सोशल मीडिया लोग अपने जीवन का हर एक हिस्सा दिखाना चाहते है और शेयर करना चाहते है, कई बार हम अपने सोशल मीडिया की जिंदगी में इतना व्यस्त हो जाते है कि अपनी असल जींदगी के लोगों से ही कटने लगते है।

ऐसा भी देखा गया है कि सोशल मीडिया कई रिश्तों में दरार की वजह बनाता है। कई बार सोशल मीडिया में लोग इतने बिजी हो जाते है कि अपने साथी को समय देना ही भूल जाते है। सोशल मीडिया पर कई कपल्स अपनी लाइफ के हैप्पी मूवमेंट को शेयर करते है जिससे आप भी प्रभावित होकर अपने पार्टनर से वही अपेक्षा करते है लेकिन हर किसी का प्यार करने का तरीका और जताने की तरीका अलग होता है जिससे कई बार लड़ाई और यहां तक की ब्रेकअप भी होते है। सेशल मीडिया की वजह से आप अपने पार्टनर का प्राइवेसी का भी ध्यान नहीं रखते है।

सोशल मीडिया कैसे आपके रिश्तों को प्रभावित करता है ये जानने के लिए हमने बात की सीनियर क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट डॉ. आशुतोष श्रीवास्तव से।

इन 5 कारणों से आपके रिश्ते को नुकसान पहुंचाता है सोशल मीडिया का ज्यादा इस्तेमाल

1 औरों से तुलना या जलन महसूस करना

डॉ. आशुतोष श्रीवास्तव बताते है कि सोशल मीडिया अक्सर लोगों के जीवन का एक आदर्श रूप प्रस्तुत करता है, उनकी उपलब्धियों, छुट्टियों और खुशी के क्षणों को प्रदर्शित करता है। इन क्यूरेटेड पोस्टों के लगातार संपर्क से तुलना की भावनाएं पैदा हो सकती हैं, जहां व्यक्ति अपने जीवन की तुलना सोशल मीडिया में दिखने वाले आदर्श जीवन से करते हैं। इससे रिश्तों में असंतोष और तनाव पैदा हो सकता है।

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सोशल मीडिया सार्वजनिक और निजी जीवन के बीच की सीमाओं को बहुत हल्का कर देता है। चित्र- अडोबी स्टॉक

2 ऐसी उम्मीदें लगाना जो सच नहीं हो सकती

सोशल मीडिया रिश्तों के बारे में अवास्तविक उम्मीदें पैदा कर सकता है। लोग अक्सर अपने रिश्तों के मुख्य अंश और सकारात्मक पहलुओं को दिखाते है, जबकि संघर्ष और चुनौतियों को शायद ही कभी दिखाया जाता है। इससे रिश्तों की सच्चाई पता नहीं चलती है और लोग एक पर्फेक्ट रिश्ता बनाने के लिए ऐसी चीजें करते है जो शायद सामने वाले को पसंद न हो।

3 प्राइवेसी खत्म होना

सोशल मीडिया सार्वजनिक और निजी जीवन के बीच की सीमाओं को बहुत हल्का कर देता है। व्यक्तिगत जानकारी, तस्वीरें और रिश्तों के बारे में चीजें सहमति के बिना साझा किए जा सकते हैं, जिससे प्राइवेसी का उल्लंघन होता है। इससे विश्वास संबंधी समस्याएं पैदा हो सकती हैं और रिश्तों में तनाव आ सकता है।

4 साथ अच्छा समय न बिता पाना

सोशल मीडिया पर अत्यधिक समय बिताने से पार्टनर के साथ बिताए जाने वाले गुणवत्ता समय में कमी आ सकती है। लगातार सोशल मीडिया पर स्क्रॉल करना, सूचनाओं की जांच करना और बातचीत में शामिल होने से मूल्यवान समय बर्बाद हो सकता है जिसे वास्तविक जीवन के रिश्तों को विकसित करने और गहरा करने में खर्च किया जा सकता है। इसके परिणामस्वरूप पार्टनर, परिवार के सदस्यों या दोस्तों के बीच उपेक्षा या अलगाव की भावनाएं विकसित हो सकती हैं।

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सोशल मीडिया की लत से आपके रिश्तें खराब होते है । चित्र : शटरस्टॉक

5 गलतफहमियों का बढ़ना

सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म में अक्सर अशाब्दिक संकेतों और संदर्भ की कमी होती है जो आमने-सामने की बातचीत में मौजूद होते हैं। इससे गलत संचार और गलतफहमी पैदा हो सकती है, क्योंकि संदेशों का आसानी से गलत अर्थ निकाला जा सकता है, जो रिश्तों में तनाव पैदा कर सकता है।

इन नकारात्मक प्रभावों को कम करने के लिए, खुला संचार स्थापित करना, सोशल मीडिया के उपयोग के लिए सीमाएँ निर्धारित करना, ऑफ़लाइन गुणवत्तापूर्ण समय को प्राथमिकता देना और वास्तविक जीवन के रिश्तों पर ऑनलाइन बातचीत के प्रभाव के प्रति सचेत रहना आवश्यक है।

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लेखक के बारे में

दिल्ली यूनिवर्सिटी से जर्नलिज़्म ग्रेजुएट संध्या सिंह महिलाओं की सेहत, फिटनेस, ब्यूटी और जीवनशैली मुद्दों की अध्येता हैं। विभिन्न विशेषज्ञों और शोध संस्थानों से संपर्क कर वे  शोधपूर्ण-तथ्यात्मक सामग्री पाठकों के लिए मुहैया करवा रहीं हैं। संध्या बॉडी पॉजिटिविटी और महिला अधिकारों की समर्थक हैं। ...और पढ़ें

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