कोविड-19 के कारण हम में से ज्यादातर लोग तनाव का सामना कर रहे हैं। पर इसका समाधान क्या है , क्योंकि हालात को बदलना हमारे हाथ में नहीं है। इसलिए जरूरी है कि आप इस परिस्थिति को स्वीकार कर इसके साथ सामंजस्य बैठाने की कोशिश करें। हर रोज ध्यान या मेडिटेशन का अभ्यास आपको इस तनाव से उबरने में मदद कर सकता है।
मेडिटेशन मेंटल हेल्थ के लिए बेहतर होता है। इससे मानसिक तनाव में कमी आती है आप फोकस कर पाते है इससे आपके मन को शांति मिलती है। इससे मन में क्रोध, ईर्ष्या, भय और आत्मविश्वास की कमी जैसे भाव आपसे दूर हो जाते हैं।
मेडिटेशन को नींद में सुधार के लिए फायदेमंद माना गया। एनसीबीआई ने इस संबंध में एक शोध में इस बात की पुष्टि की है कि ध्यान करने से नींद से संबंधित समस्याओं को दूर किया जा सकता है।
मेडिटेशन के उपयोग से चिंता और अवसाद से भी छुटकारा पाने में सफलता हासिल की जा सकती है। ध्यान करने से हमारे शरीर से कोर्टिकल नामक हार्मोन का स्राव सही मात्रा में होता है, जिससे हमारा दिमाग शांत रहता है और हमें कम चिंता होती है। इससे मनोवैज्ञानिक बीमारियों जैसे डिमेंशिया, अवसाद, ओसीडी और सिजोफ्रेनिया होने की संभावना कम होती है।
मेडिटेशन दिमागी विकास के लिए भी काफी लाभकारी होता है। नियमित ध्यान करने से तनाव, चिंता और अवसाद जैसे दिमागी विकारों से छुटकारा मिलता है। इनसे बचाव के साथ दिमाग के कार्य करने की क्षमता प्रबल हो जाती है और मेमोरी भी तेज हो जाती है।
ध्यान करने की क्रिया शरीर में रक्त प्रवाह को संतुलित करती है और दिमाग को शांत करती है। इससे मानसिक और शारीरिक दोनों प्रकार के दर्द से छुटकारा मिलता है।
मेडिटेशन ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने का भी एक उत्तम उपाय माना जाता है। कारण यह है कि इसका उपयोग दिमागी शांति प्रदान करता है। साथ ही शरीर में रक्त प्रवाह को भी नियंत्रित करने का काम करता है। ये दोनों ही ब्लड प्रेशर से संबंधित जोखिम कारक हैं, इसलिए इसके नियमित उपयोग से ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में भी सहायता मिलती है।
एनसीबीआई रिपोर्ट में ये बात सिद्ध हो चुकी है कि मेडिटेशन से ह्रदय स्वास्थ्य से संबंधित समस्याएं जैसे तनाव, चिंता और ब्लड प्रेशर कम करने में सहायक होता है। ये आपका रक्त प्रवाह ठीक करता है।
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