क्या आप भी एक कॉफी लवर हैं? क्या काम के दौरान एक कप कॉफी पीने के बाद आप बेहतर तरीके से सोच पाती हैं? और इससे आपकी प्रोडक्टिविटी (Productivity) भी बढ़ती हैं? तो बता दें कि ऐसा सोचने वाली सिर्फ आप ही अकेली नहीं हैं! जी हां… क्योंकि विज्ञान भी मानता है कि कॉफी पीना आपके ब्रेन के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।
कॉफी सैकड़ों वर्षों से दुनिया के सबसे लोकप्रिय ड्रिंक्स में से एक रही है। फिर भी कई लोग आपको कहते हुए मिल जाएंगे कि कॉफी सेहत के लिए अच्छी नहीं होती है। मगर, ऑफिस में कई बार कॉफी पीने वालों और आपके एजिंग पेरेंट्स के लिए एक अच्छी खबर है कि कॉफी ब्रेन हेल्थ को इंप्रूव करने में मदद कर सकती है। साथ ही, ब्रेन डिजीज (Brain Disease) से भी दूर रख सकती है।
तो आज वर्ल्ड अल्जाइमर्स डे (World Alzheimer’s Day) के उपलक्ष्य पर ब्रेन हेल्थ पर हो चुके कुछ अध्ययनों के माध्यम से जानने की कोशिश करते हैं कि कॉफी आपकी ब्रेन हेल्थ (Brain Health) के लिए कैसे फायदेमंद है।
मनोदशा
प्रतिक्रिया का समय
जागरूकता
ध्यान
याद करना
सामान्य ब्रेन हेल्थ
फ्लोरिडा के एक अध्ययन में पाया गया कि जब हल्के कॉगनिटिव इंपेयरमेंट (Cognitive Impairment) हानि वाले वृद्ध लोगों का टेस्ट दो से चार साल बाद किया गया, तो हाई कैफीन इंटेक वाले लोगों में ( यानी लगभग दिन में 3 कप कॉफी) अल्जाइमर विकसित होने की संभावना बहुत कम थी।
हावर्ड हेल्थ के अनुसार ब्लूबेरी और अनार जैसी चीजों को अक्सर उनकी एंटीऑक्सीडेंट सामग्री के लिए जाना जाता है। मगर कॉफी के बारे में कोई नहीं जनता है। यह ड्रिंक एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर है।
400,000 से अधिक वृद्ध वयस्कों पर हुए एक बड़े अध्ययन में पाया गया कि जो पुरुष एक दिन में 2 कप कॉफी पीते थे, वे अन्य लोगों की तुलना में 10% अधिक जीवित रह सकते हैं। महिलाओं में यह आंकड़ा और भी अधिक था। जो महिलाएं कॉफी का सेवन कर रही थीं उनमें लगभग 13% जीने की ज़्यादा संभावना है।
एनसीबीआई के अध्ययनों से पता चला है कि कॉफी पीने वालों में पार्किंसंस विकसित होने की संभावना कम होती है। साथ ही, जिन लोगों को यह बीमारी है, उनके लिए कॉफी का सेवन कंपकंपी जैसे मूवमेंट को रोकने में मदद कर सकती हैं।
एनिमल टेस्टिंग में पाया गया है कि कैफीन एडेनोसाइन को बाधित कर सकती है। एक सेल रसायन जो प्रतिक्रिया शुरू कर सकता है जो न्यूरॉन फ़ंक्शन, न्यूरोडीजनरेशन और डिमेंशिया में की ओर ले जाता है।
जर्नल ऑफ न्यूट्रिशन में प्रकाशित एक अध्ययन का संकेत है, कि कॉफी में कैफीन न केवल एक क्षणिक मानसिक बढ़ावा दे सकता है बल्कि सोच में पॉज़िटिव प्रभाव भी प्रदान कर सकता है।
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