नव वर्ष के संकल्प (New year resolution) के तौर पर हम सभी कामयाबी के लिए रणनीति बनाना शुरू कर चुके हैं। पर क्या आप जानती हैं कि इन सबसे पहले जरूरी है आपका मानसिक स्वास्थ्य (Mental health)। तमाम रणनीतियां तब फेल हो जाती हैं, जब आपकी मेंटल हेल्थ आपका साथ नहीं देती। और कई बार आपके आसपास के लोग भी इसे नुकसान पहुंचा सकते हैं। तो इन टॉक्सिक लोगों (Toxic People) को पहचानिए, क्योंकि उन्हें 2021 में ही छोड़ देना है बेहतर।
हम सभी रिश्तों में कुछ बेहतर करना चाहते हैं। एक-दूसरे से जुड़कर ही हम जीवन में खुशियां संजो पाते हैं। पर कई बार ये जुड़ाव ही तनाव का भी कारण बन जाता है। आंकड़े बताते हैं कि महिलाओं को घर और बाहर दोनों मोर्चों पर न सिर्फ तनाव बल्कि शारीरिक और भावनात्मक हिंसा भी झेलनी पड़ती है। लोकप्रिय लेखक चेतन भगत ने भी अपने एक लेख में भारतीय महिलाओं को सबसे ज्यादा तनावग्रस्त बताया था।
असल में हमारे आसपास मौजूद कुछ टॉक्सिक लोग या गलत व्यक्ति से रिश्ता हमें मानसिक तनाव और असफलता की ओर ले जाता है। तो अगर आप भी नए साल में कुछ बेहतर करने का संकल्प ले रहीं हैं, पुरानी डायरियों को अपनी टेबल से हटा रहीं हैं, तो इन टॉक्सिक लोगों से दूरी बना लेना भी है जरूरी।
इसमें वे सभी व्यक्ति शामिल हैं, जो आपके जीवन में नकारात्मकता और परेशानियों की बाढ़ ले आते हैं। कई बार वे खुद परेशानियों और तनाव से जूझ रहे होते हैं। और उस तनाव को आप पर उड़ेलना शुरू कर देते हैं। अपनी परेशानियों से निपटने के लिए वे उन तरीकों को आजमाते हैं, जो दूसरों को तनाव ग्रस्त कर देता है। यकीनन यह बात सुन कर आपके दिमाग में कुछ लोगों की तस्वीर जरूर बन रही होगी।
अपने मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए यह बहुत जरूरी है कि हम कुछ ऐसे लोगों से नाता तोड़ लें, जो हमें हमेशा नकारात्मकता प्रदान करते हैं। नीचे कुछ ऐसे बिंदु दिए गए हैं जिससे आपको इन व्यक्तियों को पहचानने में आसानी होगी।
सरल भाषा में कहें तो स्वार्थी व्यक्ति आपको हमेशा परेशानी में डाल सकता है। क्योंकि वह सिर्फ अपने बारे में ही सोचता है और अपने आसपास के लोगों की भावनाओं को अनदेखा कर देता है। जिससे सामने वाले के मानसिक स्वास्थ्य पर भारी असर पड़ता है। जब हम किसी व्यक्ति से जुड़ जाते हैं, तो उसके स्वार्थी स्वभाव से हम भावनात्मक रूप से कमजोर पड़ने लगते हैं। ऐसे व्यक्ति आपको जीवन के हर मोड़ पर मिलेंगे, लेकिन इनसे दूरी बनाना ही बेहतर है।
कभी न कभी हम सभी झूठ बोलते ही हैं। पर जब यह झूठ किसी की आदत का हिस्सा बन जाता है, तो वह हर छोटी बात पर भी झूठ बोलने लगता है। जिससे चीजें वैसी नहीं दिख पातीं, जैसी असल में वे हैं।
जो व्यक्ति ज्यादा झूठ बोलते हैं, उनके स्वभाव में झूठ बोलने की आदत बन जाती है। ऐसे व्यक्ति बड़ी ही सरलता और सफाई से झूठ बोलते हैं। ऐसे व्यक्ति हमेशा अपनी सफाई में नई-नई कहानियां सुनाते हैं। जिन पर आप आंख मूंदकर भरोसा कर लेते हैं, लेकिन जब आप को सच पता चलता है, तब तक चीजें काफी हद तक बिगड़ चुकी होती हैं।
‘निंदक नियरे राखिये’ ये कहावत काफी प्रचलित है। पर वास्तविकता यह है कि लगातार आलोचना आपकी प्रोडक्टिविटी को नुकसान पहुंचाती है और आप लो फील करने लगते हैं। आपके जीवन में कुछ ऐसे व्यक्ति जरूर होंगे, जो हर बात में आपकी आलोचना करने से थकते नहीं होंगे।
ईर्ष्या के कारण वे आपकी सही बात को भी गलत नजरिए से देख सकते हैं और आपकी आलोचना करने लगते हैं। कन्स्ट्रक्टिव क्रिटिसिज़्म (Constructive criticism) हर इंसान के लिए अच्छा होता है। पर कोई ऐसा व्यक्ति जो सिर्फ आपकी बुराई करे या हमेशा आपको नीचा दिखाने के लिए आप में ग़लतियां निकालता रहे, उनसे किनारा कर लेना ही बेहतर है।
कभी-कभी हमें ऐसे मूडी लोग मिल जाते हैं जो हमारे तनाव का कारण बन जाते हैं। उनके कारण हमें थोड़ी देर भी मानसिक सुकून नहीं मिल पाता। फिर चाहे वह दोस्त हो या जीवनसाथी। मूडी व्यक्तियों को अपनी भावनाओं पर कोई कंट्रोल नहीं होता। वे कभी भी अपना सारा गुस्सा दूसरों पर उतार देते हैं। ऐसे लोग आपके जीवन की स्थिरता के लिए घातक होते हैं और उनके साथ आप दूर तक नहीं चल सकते।
तो ऐसे लोगों से दूरी बनाएं, जिनमें भावनाओं का अतिरेक है। यकीनन ये आपका बहुत ज्यादा समय बर्बाद कर रहे होंगे।
वैसे तो अहंकार की भावना हर व्यक्ति में कभी न कभी देखने को मिलती है। लेकिन कुछ व्यक्ति ऐसे होते हैं जिनके स्वभाव में ही घमंड झलकता है। घमंड एक तरह का झूठा आत्मविश्वास है। जो हमेशा की कई तरह असुरक्षाओं से घिरा होता है। ऐसे लोग हमारे जीवन में सिर्फ समय की बर्बादी करते हैं। अपनी सेल्फ एस्टीम के लिए वर्ष 2022 में इनसे दूरी बना लें।
एक स्वस्थ मानसिक स्थिति ही बेहतर जीवन की ओर ले जाती है। यदि आप मानसिक रूप से स्वस्थ नहीं हैं, तो हर दैनिक कार्य में आपको समस्याएं उत्पन्न होंगी। कई बार लोगों के कारण हमें मानसिक तनाव होता है। ऐसे में हमें पहले हर मुमकिन प्रयास करना चाहिए कि हम अपने रिश्तो को सुधार सकें। हालांकि जब आप भावनात्मक रूप से टूटने लगे, तो इससे पहले ही टॉक्सिक किस्म के लोगों को गुडबाय कह देना ही सही है।
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