रोज़मर्रा के जीवन में कभी दोस्तों, कभी रिश्तेदारों तो कभी आस पड़ोस मे कई नए और पुराने लोगों से मुलाकात होती रहती है। ये सभी क्षण सोशल बायोम का हिस्सा माने जाते है, जिससे लोगों से हमारा संपर्क बढ़ने लगता है। दरअसल, सोशल यानि सामाजिक बायोम सामाजिक संबंधों को दर्शाता है, जिससे इमोशनल और मेंटल हेल्थ प्रभावित होती है। ऐसे में सोशल बायोम का मज़बूत होना आवश्यक है, जिसे कभी सोशल गैदरिंग, आउटिंग और बातचीत से हेल्दी बनाया जा सकता है। नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर देकर पता लगाएं कि आपका सोशल बायोम (social biome) कितना हेल्दी है।
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