कुछ लोग बातों ही बातों में इस कदर करीब आ जाते है कि उनसे ज्यादा देर तक बात करना घुटन भरा महसूस होने लगता है। ऐसे लोग आपको कहीं भी मिल सकते हैं। फिर चाहे बस हो, मार्किट हो या ऑफिस। बहुत जल्द अन्य लोगों के साथ मेलजोल बढ़ाने वाले ऐसे लोगों के दोस्तों की लिस्ट खूब लंबी चौड़ी होती है। दरअसल, ये बिना जाने पहचाने खुद को दूसरों के नज़दीक लाने का प्रयास करने लगते हैं। ऐसे लोगों का ओवरफ्रेंडली व्यवहार इन्हें टॉक ऑफ द टाउन भी बना देता है। मगर यही व्यवहार दूसरों के लिए सिरदर्द साबित होने लगता है। जानते हैं ओवरफ्रेंडली व्यवहार किसे कहते हैं और इससे बचने की कुछ टिप्स भी (Tips to deal with Over Friendly people)।z
इस बारे में बातचीत करते हुए मनोचिकित्सक डॉ युवराज पंत बताते हैं कि वे लोग जो बिना किसी कारण आपसे बात करने का प्रयास करने लगें, वे ओवरफ्रेंडली कहलाते हैं। लोगों की भीड़ में अपने आप को अलग और बेहतर साबित करने के लिए उनके व्यवहार में बदलाव दिखने लगता है, वे किसी भी प्रकार से अन्य लोगों के करीब आने का प्रयास करने लगते हैं। तीन तरह की पर्सनेलिटी के लोग ओवरफ्रेंडली कहलाते हैं।
सबसे पहले एक्स्ट्रोवर्ट यानि बहिर्मुखी पर्सनेलिटी के कारण लोग ओवरफ्रेंडली होने लगते हैं। ये लोग अपने व्यवहार और बातचीत के ढ़ग से लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर लेते हैं।
वे लोग जो हाइपोमैनी पर्सनेलिटी के होते हैं, जो ज्यादा बोलते हैं। बिना जान पहचान के आपसी बातचीत करने के बहाने खोजते रहते हैं और दूसरे व्यक्ति के नज़दीक आने का प्रयास करते हैं।
इस तरह के लोगों का मकसद किसी भी प्रकार से दूसरों का ध्यान अपना ओर खींचना होता हैं। ऐसे लोग अचानक बहुत ज्यादा बोलने लगते हैं। दूसरों की अटेशन गेन करने के लिए बातचीत करते चले जाते हैं।
ऐसे लोग अगर बार बार किसी चीज़ के लिए आग्रह करें, तो उन्हें मना कर दें। ओवरफ्रेंडली लोग कई बार अपने व्यवहार के कारण दूसरों के निजी जीवन में हस्तक्षेप करने लगते हैं। ऐसे में उन्हें रिप्लाई न करें।
ओवरफ्रेंडली लोग अन्य लोगों से दोस्ती बढ़ाने और उनके करीब आने के लिए लुभावने ऑफर देने लगते हैं। ऐसे में उनके करीब आने से बचें। ऐसे लोग बेवजह आपके नज़दीक बैठकर किसी न किसी प्रकार से बातचीत करने का बहाना खोजने लगते हैं।
अगर ऑफिस या सफर करते हुए रास्ते में ऐसा कोई दोस्त या व्यक्ति मिल जाता है, काम करते रहें या किताब पढ़ लें, जिससे वो व्यक्ति खुद ब खुद दूर हो जाएं। ऐसे लोगों से दूरी बनाने के लिए खुद को बिजी दिखाएं, ताकि वे बार बार आपके करीब आने का प्रयास न करें।
कोई ऐसा व्यक्ति है, जो बार आपके करीब आना चाहता है और आपसे बात करने की मंशा रखता है, तो उसका मकसद जानें। अगर कोई व्यक्ति वाकई आपसे दोस्ती करना चाहता है या दोस्ती के लिए आपके पास आ रहा है, तो सोच समझकर आगे बढ़ें।
देर तक किसी से भी बात करना मेंटल हेल्थ को नुकसान पहुंचा सकता है। ऐसे में बाउंडरीज़ सेट कर लें और उसे बात की जानकारी दें कि उस व्यक्ति का व्यवहार आपकी परेशानी का कारण बना हुआ है।
ओवरफ्रेंडली लोगों से निपटने के लिए लंबी वार्ता को अंजाम तक पहुंचाने की जगह कम लफ्ज़ों में अपनी बात को खत्म कर लें। इससे कोई अन्य पर्सन आपके जीवन के बारे में ज्यादा जानकारी एकत्रित नहीं कर पाएगा।
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