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International day of girl child 2021 : इन 4 बातों के साथ बचपन से बनाएं अपनी बेटी को कॉन्फीडेंट

बचपन में आप अपनी बेटी को जो सिखाती हैं, वह जीवन भर उसके आत्मविश्वास में योगदान करता है। पर यह सिखाना सिर्फ बातों का ही नहीं होता, व्यवहार का भी होना चाहिए।
Published On: 10 Oct 2021, 12:00 pm IST
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International day of girl child 2023
लड़कियों के अधिकारों और उसके स्वास्थ्य के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए हर वर्ष 11 ऑक्टूबर को इंटरनेशनल गर्ल चाइल्ड डे मनाया जाता है। चित्र : शटरस्टॉक

अगर हम चाहते हैं कि लड़कियां आगे बढ़ें, तो इसकी शुरुआत हमें घर से करनी होगी। इसलिए, इस इंटरनेशनल डे ऑफ गर्ल चाइल्ड (International Day of Girl Child) के उपलक्ष्य पर हम बता रहें कुछ टिप्स जो उन्हें कॉन्फिडेंट बनने में मदद करेंगी।

लड़कियों को सशक्त बनाने और उनकी आवाज को बुलंद करने के लिए हर साल 11 अक्टूबर को अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया जाता है। इस दिवस का उद्देश्य लड़कियों के साथ होते आए भेदभाव को खत्म करना है और उनके अधिकारों के लिए आवाज़ उठाना है।

अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस (International Day of Girl Child)

यह दिन इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह लिंग-आधारित चुनौतियों को समाप्त करता है। जिसका सामना दुनिया भर में छोटी लड़कियां करती हैं, जिसमें बाल विवाह, उनके प्रति भेदभाव और हिंसा शामिल है।

 International day of girl child 2021
अगर हम चाहते हैं कि लड़कियां आगे बढ़ें, तो इसकी शुरुआत हमें घर से करनी होगी। चित्र: शटरस्‍टॉक ।

यह दिन लड़कियों के सामने आने वाली चुनौतियों का समाधान करने और लड़कियों के सशक्तिकरण और उनके मानवाधिकारों की पूर्ति को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित करता है। इस दिवस के माध्यम से यूनेस्को का उद्देश्य है कि सभी लड़कियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और बेहतर सम्मानजनक जीवन मिले।

क्यों मनाया जाता है अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस (International Day of Girl Child)

अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस पहली बार 1995 में बीजिंग में मनाया गया था। यह दुनिया भर में छोटी लड़कियों के सामने आने वाली समस्याओं को संबोधित करने वाला पहला आयोजन था। इस दिवस की शुरुआत गैर-सरकारी, अंतर्राष्ट्रीय संगठन योजना के रूप में हुई। यह अभियान लड़कियों को विशेष रूप से विकासशील देशों में उनके अधिकारों को बढ़ावा देने और उन्हें गरीबी से बाहर निकालने के लिए डिज़ाइन किया गया था।

अगर हम चाहते हैं कि लड़कियां आगे बढ़ें, तो इसकी शुरुआत हमें घर से करनी होगी। इसलिए, उन्हें कॉन्फिडेंट बनाएं, खुद से प्यार करना सिखाएं। साथ ही, उनकी राय को तवज्जों दें और उन्हें अपना करीयर खुद चुनने का मौका दें।

अगर आपकी बच्ची अभी छोटी है तो, उसका कॉन्फिडेंस बढ़ाने के लिए, हम बता रहें हैं कुछ टिप्स

1. उन्हें अपनी बॉडी से प्यार करना सिखाएं

मोम्स का अपनी बेटियों पर बहुत असर पड़ता है। वे हर चीज़ में सिर्फ आपको ही रोल मॉडेल की तरह देखती हैं। इसलिए, अपनी बेटियों को बताएं कि वे कितनी सुंदर हैं और उन्हें खुद से प्यार करना सिखाएं। आपकी कही हुई यह सारी बातें उन्हें अपने आने वाले जीवन में अपनी बॉडी के प्रति कॉन्फिडेंट बनाएगी।

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International day of girl child 2021
बस अपनी बेटी को यह महसूस कराएं कि कुछ भी हो आप उसके साथ हैं। चित्र : शटरस्टॉक

2. अपनी बेटी को टेक्नोलॉजी सिखाएं

उसके साथ टीवी देखें और जो आप देखते हैं उसके बारे में बात करें। उन्हें बताएं कि सोशल मीडिया क्यों अच्छा है और क्यों नहीं। यह उन्हें आगे चलकर किसी तरह के साइबर क्राइम से बचाएगा।

3. उसे पीपल प्लीजर न बनाएं

लड़कियां लोगों कि खुशी के लिए क्या क्या नहीं करती हैं। कभी उनके हिसाब से कपड़े पहनती हैं तो कभी खुलकर विचार व्यक्त नहीं कर पाती हैं। इसलिए, अपनी बच्ची को छोटी उम्र से ही खुद निर्णय लेना सिखाएं। उनसे पूछें कि ‘तुम क्या चाहती हो?’ उसे चुनाव करने दें और फिर उस पसंद का सम्मान करें।

4. हर कदम पर उसका साथ दें

माता-पिता का साथ बच्चों के लिए सबकुछ होता है, और एक लड़की के लिए यह और भी महत्वपूर्ण है। वह जो भी करे उसका साथ दें, उसे छोटी – छोटी गलतियां करने दें। बस अपनी बेटी को यह महसूस कराएं कि कुछ भी हो आप उसके साथ हैं।

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डिस्क्लेमर: हेल्थ शॉट्स पर, हम आपके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सटीक, भरोसेमंद और प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके बावजूद, वेबसाइट पर प्रस्तुत सामग्री केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। इसे विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। अपनी विशेष स्वास्थ्य स्थिति और चिंताओं के लिए हमेशा एक योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से व्यक्तिगत सलाह लें।

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लेखक के बारे में
ऐश्‍वर्या कुलश्रेष्‍ठ
ऐश्‍वर्या कुलश्रेष्‍ठ

प्रकृति में गंभीर और ख्‍यालों में आज़ाद। किताबें पढ़ने और कविता लिखने की शौकीन हूं और जीवन के प्रति सकारात्‍मक दृष्टिकोण रखती हूं।

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