scorecardresearch

इन 5 नेचुरल तरीकों से एंग्जायटी को अपनी लाइफ से करें आउट

पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ में एंग्जायटी लाजिमी है। यदि आप इन दिनों एंग्जायटी से परेशान हैं, तो इसे नेचुरल तरीके से भी अपने लाइफ से विदा कर सकती हैं।
Updated On: 20 Oct 2023, 09:56 am IST
  • Google News Share
  • Facebook Share
  • X Share
  • WhatsApp Share
anxiety ko door karne ke liye dhoop men baithen
कर्मचारी सहकर्मियों या एक मेंटर से मदद मांग सकते हैं जो आश्वासन और समर्थन प्रदान कर सकते हैं। चित्र : शटरस्टॉक

प्रोफेशनल और पर्सनल लाइफ में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं। जब कुछ अच्छा होता है, तो हम खुश होते हैं। लेकिन जीवन में हमारे साथ कुछ बुरा भी हो सकता है। हम सोचे हुए लक्ष्य को पूरा नहीं भी कर सकते हैं। ऐसा होने पर हमें चिंता, भय और घबराहट होने लगती है। इसे प्रबंधित करना कठिन हो सकता है। थोड़े से प्रयास से आप एंग्जायटी को प्राकृतिक तरीके से दूर भगा (how to get rid of Anxiety naturally) सकती हैं।

यहां हैं प्राकृतिक तरीके से एंग्जायटी से छुटकारा पाने के उपाय(how to get rid of Anxiety naturally)

1 तनाव से निपटने के लिए व्यायाम करें (Exercise for Anxiety)

हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के एक्सरसाइज पर हुए शोध बताते हैं कि सप्ताह में 5 दिन भी 20-30 मिनट तक व्यायाम किया जाए, तो यह एंग्जायटी दूर करने में मदद कर सकता है। यह आजमाया हुआ फंडा है कि यदि आप क्रोध में हैं या तनाव महसूस कर रही हैं, तो अपनी सिटिंग स्पेस से उठकर 20 कदम चल लें। अमेरिकी डिप्रेशन सोसाइटी भी इस बात पर सहमति जताती है कि वाकिंग से बिगड़े हुए मूड ठीक हो जाते हैं। जब आप एक्सरसाइज करती हैं, तो एंडोर्फिन होर्मोन पैदा होता है। यह हार्मोन दर्द कम करता है और तनाव मुक्त भी करता है।

2 एल-लाइसिन एंग्जायटी दूर कर सकता है (L-lysine for Anxiety)

एमिनो एसिड एल-लाइसिन न्यूरोट्रांसमीटर के निर्माण और विकास में मदद करने वाला माना जाता है।
वर्ष 2007 में जापान के बायोमेडिकल रिसर्च जर्नल में एस. मृगा के अध्ययन बताते हैं, ‘एल-लाइसिन एंग्जायटी के लक्षणों को घटाने में समर्थ है। जिन लोगों ने एल-लाइसिन प्रोटीन वाले सप्लीमेंट को लिया, उनमें एंग्जायटी और स्ट्रेस के कम लक्षण देखे गये।

paneeer ke fayade
एल-लाइसिन के लिए अपने  आहार में पनीर शामिल करें । चित्र: शटरस्‍टॉक

पनीर, मछली, रेड मीट में भी एल-लाइसिन मौजूद होता है। इन खाद्य पदार्थों को आहार में शामिल कर एंग्जायटी से बचा जा सकता है।

3 एप्सम सॉल्ट के साथ स्नान करें (Epsom salt bath)

जामा नेटवर्क जर्नल की स्टडी बताती है की एप्सम साल्ट या मैगनिशीयम सलफेट की मौजूदगी से तनाव से राहत मिल सकती है। इससे एंग्जायटी को दूर होने में भी मदद मिल सकती है। आयुर्वेद भी गुनगुने पानी से नहाने पर तनाव दूर होने की बात करता है। अगली बार जब आपको एंग्जायटी हो, तो एप्सम सॉल्ट का हॉट बाथ लेने की कोशिश करें।

4 ओमेगा-3 फैटी एसिड को शामिल करें (Omega 3 fatty acid)

पबमेड सेंट्रल में शामिल इंटीग्रेटेड मेडिसिन रिसर्च जर्नल के शोध आलेख बताते हैं कि ओमेगा -3 फैटी एसिड में पॉली अनसेचुरेटेड फैट होते हैं। ये नैचुरली एंग्जायटी को रिलैक्स करते हैं। इसके लिए सी फिश जैसे टूना, सैल्मन आदि को लिया जा सकता है। प्लांट बेस्ड फ़ूड में अखरोट और अलसी ओमेगा-3 फैटी एसिड के बेहतरीन स्रोत हैं। एंग्जायटी को दूर रखने के लिए सुबह या दोपहर में भी 1 टेबलस्पून अलसी लिया जा सकता है। इन दिनों अलसी के लड्डू भी खाए जा सकते हैं। खाली पेट या स्नेक्स के रूप में अखरोट का सेवन किया जा सकता है।

5 सूर्य की रोशनी है कारगर (Sunlight for Anxiety)

सूर्य की रोशनी निश्चित तौर पर मूड को बढ़ावा देने की कोशिश करती है। यदि आप किसी बात को लेकर चिंतित हैं, तो कुछ देर सुबह की धूप में बैठने की कोशिश करें। धूप एक तरह के रिफ्रेशमेंट की तरह काम करता है।

Pollपोल
स्ट्रेस से उबरने का आपका अपना क्विक फॉर्मूला क्या है?
Winters mein dhoop sekna hai jaroori
मूड के लिए धूप एक तरह के रिफ्रेशमेंट की तरह काम करता है। चित्र- शटरस्टॉक

2006 में क्लिनिकल रुमेटोलोजी में प्रकाशित शोध आलेख बताते हैं कि विटामिन डी की कमी से एंग्जायटी और डीप्रेशन के लक्षण दिखाई दे सकते हैं। इसलिए हड्डियों को मजबूत करने और एंग्जायटी को दूर करने के लिए धूप में बैठें।

यह भी पढ़ें :- प्यार और आत्मीयता दे सकते हैं सिजोफ्रेनिया के लक्षणों से राहत, यहां जानें इस समस्या से जुड़े सभी जरुरी तथ्य

डिस्क्लेमर: हेल्थ शॉट्स पर, हम आपके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सटीक, भरोसेमंद और प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके बावजूद, वेबसाइट पर प्रस्तुत सामग्री केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। इसे विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। अपनी विशेष स्वास्थ्य स्थिति और चिंताओं के लिए हमेशा एक योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से व्यक्तिगत सलाह लें।

  • Google News Share
  • Facebook Share
  • X Share
  • WhatsApp Share
लेखक के बारे में
स्मिता सिंह
स्मिता सिंह

स्वास्थ्य, सौंदर्य, रिलेशनशिप, साहित्य और अध्यात्म संबंधी मुद्दों पर शोध परक पत्रकारिता का अनुभव। महिलाओं और बच्चों से जुड़े मुद्दों पर बातचीत करना और नए नजरिए से उन पर काम करना, यही लक्ष्य है।

अगला लेख