बात बात पर की जाने वाली दखलअंदाज़ी कई बार हमारे आसपास एक घुटन भरा माहौल पैदा करने का काम करती है। हमारे आसपास के लोग मनमाने ढ़ग से कई बार हमें अपने हिसाब से चलाने और सिचुएशन के मुताबिक ढ़ालने की कोशिश करते हैं। फिर देखते ही देखते वो पर्सनल स्पेस में भी अपनी इन्वाल्वमेंट जताने लगते है। उन चीजों को भी वो प्रमुखता से उठाने लगते हैं, जो शायद उनके अधिकार क्षेत्र से बाहर है। सोने, उठने, खाने, शॉपिंग और सोशल गैदरिंग समेत हर चीज़ में दखल देना उनकी आदत बन जाती है। समय के साथ अगर आप उन्हें इस बात का एहसास नहीं करवाते हैं, तो धीरे धीरे आप तनाव का शिकार हो सकते हैं। ऐसे में अपने आसपास कुछ हेल्दी बाउंड्रीज़ को बनाना बेहद ज़रूरी है। जानते हैं हेल्दी बाउंड्रीज़ को किस प्रकार से बनाया जा सकता है।
अगर आप किसी इंसान या उसकी किसी एक्टिविटी को पसंद नहीं कर रहे हैं, तो उसे डायरेक्ट बोल दें। अगर आप समय रहते अपने विचारों को व्यक्त नहीं करते हैं, तो वो शख्स आपके उपर लगातार हावी होता चला जाएगा। साथ ही आपके हर छोटे बड़े काम वो पैरलली अपना दखल देगा। उस शख्स को ये समझाएं कि उसकी लिमिटस क्या है और कौन से टॉपिक्स पर आपको किसी का भी इंटरफेरेंस पसंद नहीं है। अगर आप समय पर क्म्यूनिकेट नहीं करेंगे और हेल्दी बाउंड्रीज़ नहीं बनाएंगे, तो आपका रिश्तो उस शख्स से जल्दी ही खराब होने का खतरा हमेशा बना रहेगा।
अगर ऑफिस में किसी कलीग या घर पर किसी सदस्य के साथ कोई बात हो गई है, तो उसे उसी वक्त सुलझा लें। साथ ही उस व्यक्ति को ये भी क्लीयर कर दें कि वो कहां पर गलत है। डॉ युवराज के मुताबिक किसी भी प्रोब्लम को अगर आप लंबे वक्त तक अपने ज़हन में रखते हैं, तो वो आपके मानसिक तनाव का कारण बन सकती है। किसी भी डिस्प्यूट को उसी वक्त सुलझाना और उस व्यक्ति की कमी को बताना बहुत ज़रूरी है। ऐसा करने से आपका माइंड फ्री हो जाता है। साथ ही खुश रहने से हैप्पी हार्मोन रिलीज़ होने लगते हैं, जो हमारी मेंटल हेल्थ के लिए भी ज़रूरी है।
अगर आप किसी काम को लेकर खुश नहीं है या आपके पास उसे करने के लिए समय नहीं है, तो उसके लिए कभी भी हामी न भरें। साफ और सपष्ट भाषा में अगर आप किसी काम के लिए मना कर देते हैं, तो इससे मिसअंडरस्टैंडिंग से आप बच सकते हैं। आप खुद कसे सेफ रखने और भविष्य में अपने अच्छे टर्मस के लिए ना शब्द को कहने से न डरें। इस बारे में विशेषज्ञ का कहना है कि कई बार कुछ चालबाज़ लोग मासूम लोगों का फायदाउ उठाकर उन्हें जानबूझकर गैरज़रूरी चीजों में उलझाने का प्रयास करते है। ऐसे में समझदारी से काम लें और अपने काम पर फोक्स करते हुए आगे बढ़ते चले जाएं।
कई बार हम कुछ लोगों से बातचीत और विचार मिलने के कारण काफी नज़दीक आ जाते हैं। ऐसे में अब उन्हें ऐसा लगने लगता है कि वे कुछ भी कह सकते हैं और किसी भी तरह से हमें टच कर सकते हैं और दूसरे व्यक्ति को बुरा नहीं लगेगा। मगर ऐसा नहीं है। डॉ युवराज का कहना है कि टचिंग और बात बात में फलर्टिंग करना कई बार अलार्मिंग सिचुएशन का एक साइन है। इसके अलावा उनके द्वारा किए जाने वाले भद्दे कमेंटस भी हमारी इमेज को दूसरों की नज़रों में खराब करने का कारण बन सकते है। सिचुएशन के ज्यादा बिगड़ने से पहले ही उस व्यक्ति को कुछ कहे बिना ही उससे दूरी बनाना शुरू करें।
अगर कोई इंसान आपकी कमज़ोरी को जान लेग, तो वो आप पर अपना दबाव बनाने लगेगा। ऐसे में खुद के व्यवहार को इतना लचीला न बनाएं कि कोई भी आप पर अपनी हुकूमत चलाने लगे। अपनी ज़रूरतों और सीमाओं से अन्य लोगों को सचेत करें। अगर आप देर तक ऑफिस में नहीं रूक पा रहे हैं, तो अपनी बात को कहने का दम रखें। दूसरों से अपने रिलेशन्स को खराब किए बगैर अपनी बात को रखने की कोशिश करें। इससे आपका रिलेशन भी हेल्दी बना रहेगा।
ये भी पढ़ें- गर्मी में रखना है शरीर को ठंडा, तो आजमा सकती हैं कूलिंग इफेक्ट वाली ये 5 हर्बल टी