लव एट फर्स्ट साइट हो, या परिवार के सहयोग से तय किया गया रिश्ता, उम्र सबसे बाद में ध्यान में आती है। पर कभी-कभी यह कुछ चुनौतियां भी पैदा कर देती है। रिश्ते में 3 साल के अंतर को एक आदर्श अंतर माना जाता है। और उससे ज्यादा को मई-दिसंबर रिलेशनशिप (May-December Relationship) के नाम से संबोधित किया जाता है। पर क्या मई-दिसंबर रिलेशनशिप हमेशा चुनौतीपूर्ण होते हैं? मगर वास्तव में ऐसा नहीं है। कुछ तरीके हैं, जिनसे आप उम्रों के इस अंतर को पाट सकती हैं।
ऐसा माना जाता है की कपल्स में बेहतर कंपैटिबिलिटी के लिए दोनों की उम्र में 3 साल से ज्यादा का अंतर नहीं होना चाहिए। कभी-कभी उम्र का ज्यादा गैप कपल्स में मानसिक स्तर में भी अंतर ला देता है। जिसके कारण रिश्ता निभाने में समस्या का सामना करना पड़ जाता है। यह दोनों की सोच से लेकर यौन संबंधों तक को प्रभावित कर सकता है। पर ऐसा हर बार नहीं होता। क्योंकि हर व्यक्ति और हर जोड़ा अपने आप में अलग और खास होता है।
सिर्फ ऐज गैप वाले कपल्स के लिए ही नहीं, बल्कि हर रिश्ते के लिए यह जरूरी है कि हम अपने साथी को अपनी उम्मीदों और अपेक्षाओं के बारे में बताएं। उदाहरण के लिए, एक 40 साल का पुरुष अपनी 32 साल की साथी से बच्चे की उम्मीद कर सकता है। जबकि महिला वित्तीय सुरक्षा पर अधिक ध्यान केंद्रित करना चाहती हो।
इससे कई दिक्कत हो सकती हैं, इसलिए रिश्ते की शुरुआत में, और उसके दौरान, गलत संचार से बचने के लिए ईमानदारी से अपनी अपेक्षाओं को साझा करें और उन पर चर्चा करें।
हो सकता है कि उम्र में अंतर होने से दोनों के विचार एक-दूसरे से न मिलते हों। इसी को लेकर आप लोगों के बीच परेशानी उत्पन्न हो रही हो। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आप एक दूसरे पर अपने विचारों को थोपे। आपको एक-दूसरे के विचारों का सम्मान करना सीखना होगा।
ऐसा करने से न केवल आपके बीच विश्वास बढ़ता है, बल्कि आपको एक-दूसरे को जानने में भी मदद मिलती है।
रुचियों से लेकर दृष्टिकोण तक, संभावना है कि आप अपने साथी के साथ कई मतभेदों का सामना कर रही हों। ऐसे में आपको दोनों के बीच मौजूद अंतर को समझने का प्रयास करना चाहिए। अपने साथी को अपनी जीवन शैली के अनुरूप मजबूर न करें। बल्कि उनके दृष्टिकोण को समझने का प्रयास करें।
जी हां, ये सच है कि आपको जो बात रूड लगे, वही उनके लिए मेच्योरिटी हो। और जो उन्हें बचकानापन लग रहा हो, वह आपकी स्वभाविक इच्छा। जब आप ज्यादा उम्र वाले पार्टनर के साथ रिश्ते में होती हैं, तो आपको ऐसे हालात से गुजरना पड़ सकता है। पर यकीन मानिए हर स्थिति में एक बीच का रास्ता होता है। कभी-कभी कुछ ऐसा भी करें, जो आपके लिए नहीं, बल्कि उनके लिए खास हो। समझिए कि इस रिश्ते से उनकी क्या अपेक्षाएं हैं और उन्हें भी अपनी भावनाओं से अवगत करवाएं।
ध्यान रहे कि हर रिश्ते में संतुलन बहुत जरूरी है। पर्सनल स्पेस दोनों के लिए बहुत जरूरी है। कुछ चीजों में अपने पार्टनर को बार-बार टोकना या उनके कुछ कामों में दखल देना आपके रिश्ते को खराब कर सकता है।
इसलिए अपने और उनके पर्सनल स्पेस का ध्यान रखें। साथ होने का मतलब बाकी चीजों को पूरी तरह भूल जाना नहीं होता। इसमें उनकी प्रोफेशनल जिम्मेदारियां, परिवार और सोशल सर्कल भी आता है। यही जरूरतें आपकी भी हो सकती हैं। इसलिए इसे मेंटेन करना जरूरी है।