कोविड के बाद वर्क फ्रॉम होम निश्चित रूप से एक सुविधाजनक और आकर्षक विकल्प बन कर उभरा है क्योंकि घर से काम करने के लिए आपको कोई ड्रेस कोड नहीं चाहिए, न अपनी एक्स्ट्रा देखरेख की ज़रुरत, आने जाने में लगने वाले समय की बचत और यह तय करने की भी स्वतंत्रता कि आप कहां बैठ कर काम करते हैं। कंप्लीट वर्क फ्रॉम होम या हाइब्रिड वर्क कल्चर आज का न्यू वर्क ट्रेंड बन चला है।
पर इन सारी लुभावनी बातों के बीच एक सच और है। हम सब एक खास माहौल और एक तरह के क्लासरूम कल्चर के आदी रहे हैं। घर पर काम के बीच कई तरह के व्यवधान हो सकते हैं। अपने काम से जुड़े तनाव को कम करने के लिए कौन सी बातें आपके लिए मददगार हो सकती हैं और किस तरह आप घर पर रहते हुए भी प्रभावी ढंग से काम कर सकती हैं। यह जानने के लिए हमने बात की काउंसिलर और करियर कोच ऋषि माथुर से। जिन्होंने ने हमें बताया कि किस तरह वर्क फ्रॉम होम के दौरान आप काम और घर दोनों के बीच सही संतुलन बना सकती हैं।
एक बार घर से काम करने का नयापन ख़त्म हुआ तो इससे जुड़ी रोचकता भी समाप्त हो जाती है और चुनौतियां ज़्यादा खुल कर दिखने लगती हैं. कुछ लोग इस वजह से पैदा होने वाले तनाव को लेकर ज़्यादा परेशान हो जाते हैं। तनाव के ये कारण ऑफिस आने जाने में लगने वाले लंबे के समय या कभी भी “मी टाइम” का न मिल पाने की भावना जितना परेशान नहीं करती हैं।
शोध के अनुसार, जो लोग घर से काम करते हैं, उनमें तनाव कहीं ज़्यादा होता है। ऑफिस सेटिंग में काम करने वालों की तुलना में वर्क फ्रॉम होम कर्मचारियों को अनप्लग करने और अपने काम के समय को मैनेज करने में अधिक संघर्ष करना पड़ सकता है।
तो चलिए जानें की वर्क फ्रॉम में क्या दिक्कतें हो सकती हैं और उनका समाधान क्या हो सकता है:
घर से काम करते समय, आप संरचना की यानी वर्क सेटअप की कमी महसूस कर सकते हैं। आप अपने दिन को ख़त्म करने का समय तय करने, अपने लिए ब्रेक और दोपहर के भोजन के लिए समय निकालने के लिए संघर्ष कर सकती हैं। यह आपके वर्क लाइफ बैलेंस को बिगाड़ सकता है।
घर से काम करते समय, आप पूरे दिन बहुत सी ऐसी चीज़ों से गुज़र सकती हैं जो आपके ध्यान भटकने और रुकावटों का अनुभव कर सकती हैं जैसे ऑर्डर के डिलीवरी लेना, अनऑफिशियल कॉल और टेक्स्ट रिसीव करना, सोशल मीडिया पर समय बिताना, टेलीविजन देखना, पालतू जानवरों या बच्चों की देखभाल, पड़ोस की आवाज़ों से निपटना (बागवान, कचरा ट्रक, सब्जी से लेकर दूध वाले तक की आवाज़)
यदि आपकी किसी ग्राहक या प्रबंधन के साथ मन के विपरीत बातचीत होती है, तो ऑफिस में जहां आपको बस इसके साथ एडजस्ट करना होगा वहीं घर से काम करते हुए आप वीडियो गेम खेल सकते हैं और तब तक खेल सकते हैं जब तक आप बेहतर महसूस न करें जो आपके समय को सही तरीके से इस्तेमाल करने में रुकावट बन सकता है।
यदि आपके बच्चे हैं तो आपको घर से काम करने में भी चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। उनकी उम्र के आधार पर, आपको चाइल्ड केयर, स्कूल शेड्यूल के साथ अपने काम और पारिवारिक जीवन को बैलेंस करना पड़ सकता है।
आपके काम के घंटों के दौरान परिवार के सदस्य, दोस्त और पड़ोसी आपसे मदद मांग सकते हैं या उनसे जुड़ सकते हैं। अगर आप काम में बिजी हैं, तो वे आपसे परेशान या निराश हो सकते हैं जो आपको भी परेशान करेगा ।
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कस्टमाइज़ करेंजो लोग घर पर काम करते हैं, उनके लिए एकांत जरूरत से ज़्यादा हो सकता है। शोध बताते हैं कि अपने को-वर्कर्स से दूर होना आपके काम की प्रोडक्टिविटी को प्रभावित कर सकता है । इसका मतलब यह है कि वर्कप्लेस पर होना काम के लिहाज से फायदेमंद हो सकता है, खास कर जब आपका काम नया हो और सीखने में परेशान हो रही हों साथ आपको मदद की ज़रुरत हो।
काउंसिलर माथुर के अनुसार, “जान लें कि यदि आप घर से काम कर रहे हैं और मिसमैनेज्ड महसूस कर रहे हैं, तो आप अकेले नहीं हैं। घर से काम करने से जुड़े तनाव को मैनेज करने के लिए कई तरीके हैं। आपके तनाव को कम करने के लिए यहां कुछ रणनीतियां दी गई हैं ।
आप अपना खुद का शेड्यूल सेट करें या काम करने के लिए से लेकर सेल्फ केयर तक एक रूटीन बनाने से आपको अपना समय प्रबंधित करने और अपने काम पर बेहतर ध्यान केंद्रित करने में मदद मिल सकती है।
2 दिन की शुरुआत व्यवस्थित हो
काम शुरू करने से पहले टहलना, बॉडी स्ट्रेच करना और अपने दिन की शुरुआत कॉफी या चाय की चुस्की के साथ किया जा सकता है।
काउंसिलर माथुर कहते हैं कि ध्यान रहे कि आपका लैपटॉप एक तय समय के बाद आंखों से ओझल कर दें, शाम की सैर करें या अगर आस्तिक हैं तो घर में धूप/ कैंडल जलाकर पॉज़िटिव वाइब्स लाएं।
हर रोज एक ही समय पर जागने से आपको अपने दिन की तैयारी के लिए पर्याप्त समय मिलता है। आप किस समय जागना चुनते हैं तो आपको सुबह वार्मअप से लेकर मी टाइम तक मिल पाता है।
प्रतिदिन एक तय समय पर दोपहर का भोजन करने से आपको काम से एक बहुत ही आवश्यक ब्रेक मिल सकता है और काम पर वापस आने से पहले आपको रीफ्यूल होने का समय मिल सकता है। अपने दोपहर के भोजन के समय खुद को पूरी तरह से अनप्लग करें ताकि आप अपने ब्रेक का आनंद उठा सकें।
इसका मतलब यह हो सकता है कि अपने घर के चारों ओर घूमें, जल्दी टहलने के लिए बाहर जाएं या अपने ब्रेक के दौरान स्ट्रेच करें।
अगर मौसम अच्छा है, तो बाहर निकलने की कोशिश करें और ताजी हवा का आनंद लें। यह आपको फिर से सक्रिय कर सकता है। आप बाहर रहते हुए सांस लेने के व्यायाम करने पर भी विचार कर सकते हैं ।
यदि आपके पास यह तय करने की क्षमता है कि किन प्रोजेक्ट या कार्यों को पूरा करना है, तो सबसे कठिन काम को समसे पहले करें।
यदि आप समय का ध्यान रखें और लोगों की मदद लें समय प्रबंधन आसान हो सकता है इसमें आप टाइम मैनेजमेंट ऐप का उपयोग करें ।
जब आप काम करना शुरू करने के लिए तैयार हों, तो अपने फोन को साइड रखें और ऐसी कोई भी सूचना बंद कर दें जो काम से संबंधित नहीं हैं। आप काम करते समय सुकूनदेह संगीत सुनने पर विचार कर सकते हैं या साउंड प्रूफ करने वाले हेडफ़ोन का उपयोग भी किया जा सकता है।
यदि आप घर से काम करते हुए अलग-थलग महसूस करते हैं, तो अपने जीवन में अपनों को जुड़ने और शामिल करने से न हिचकें क्योंकि सभी के अलग-अलग शेड्यूल हो सकते हैं, वीडियो चैट करने या एक-दूसरे को कॉल करने के लिए एक नियमित समय सेट करें. इसे अपने कैलेंडर में रिमाइंडर के रूप में जोड़ें। आप पूरे सप्ताह एक-दूसरे के संपर्क में रहने के लिए ग्रुप चैट भी कर सकते हैं।
अपने लक्ष्य निर्धारित करें और अपनी हर छोटी बड़ी उपलब्धि पर खुद को शाबासी जरूर दें। ऐसा करना आपको हमेशा एनर्जेटिक बनाए रखेगा।