फरवरी बच्चों के लिए परीक्षा का महीना है। साल भर की पढ़ाई के बाद बच्चों ने क्या किया है, इसे जानने का महीना। लेकिन ये इतना आसान नहीं। बच्चों के लिए कई बार ये प्रेशर और मानसिक तौर पर परेशानी की स्थिति भी होती है। कुछ बच्चे ऐसी समस्या से जूझते हैं कि वे पढ़ाई को पर्याप्त वक्त देने के बाद भी कुछ याद नहीं रख पाते। कई बार मां-बाप भी उनके ऊपर अतिरिक्त प्रेशर डाल देते हैं जिनकी वजह से बच्चों को पढ़ाई पर ध्यान देने में मुश्किल होती है। उन्हें पढ़ाई से ज्यादा, रिजल्ट्स का डर सताने लगता है और इसका असर बच्चों के रिजल्ट पर तो दिखता है लेकिन उससे ज्यादा इसके असर उनके हेल्थ पर भी दिखते हैं। अगर आप पेरेंट्स हैं तो कुछ उपाय (parenting tips during exam) अपना कर न सिर्फ आप अपने बच्चे को एग्जाम प्रेशर से राहत दिला सकते हैं बल्कि परीक्षा के लिए उनको बेहतर तरीके से तैयार भी कर सकते हैं। आज हम उन्हीं तरीकों के बारे में जानने वाले हैं एक्सपर्ट की मदद से।
चाइल्ड एण्ड फैमिली काउन्सलर निकिता देशमुख से हमने इन्हीं तरीकों के बारे में पूछा। उन्होंने कहा कि पैरेंट्स के तौर पर आपको ये समझना पड़ेगा कि हर बच्चे की क्षमता, उनके पढ़ाई का तरीका और प्रेशर से कोप अप का तरीका अलग अलग हो सकता है। ये बात (parenting tips during exam) एक्सपर्ट्स को समझने में भी वक्त लगता है लेकिन कुछ बेसिक चीजें हैं जो हर बच्चे को ऐसी स्थिति में मदद कर सकती है जैसे –
अच्छे रिजल्ट पाने के लिए सबसे पहले बच्चे को समय का सही मैनेज करना आना चाहिए। उन्हें यह समझाना जरूरी है कि पढ़ाई के लिए समय का सही इस्तेमाल कैसे किया जाए। बच्चों के लिए एक डेली टाइम टेबल तैयार करें जिसमें हर विषय के लिए डेडीकेटेड समय हो।
इसके लिए बच्चे को यह समझाएं (parenting tips during exam) कि कम समय में ज्यादा नहीं पढ़ा जा सकता लेकिन सही तरीके से पढ़ा जा सकता है। ध्यान ये भी रखना है कि उनके समय का एक हिस्सा आराम, खेल और शौक के लिए रखें ताकि उनका स्ट्रेस कम हो।
निकिता कहती हैं कि बच्चे को केवल किताबों के जरिए पढ़ाई करने के बजाय उन्हें अलग-अलग तरीकों से पढ़ाई करने के लिए प्रेरित करें। उदाहरण के तौर पर, ऑनलाइन रिसोर्सेज जैसे वीडियो, पॉडकास्ट, और एप्लिकेशन का इस्तेमाल (parenting tips during exam) करें। इससे बच्चों को पढ़ाई में नयापन मिलेगा और उनका मन भी लगेगा।उन्हें डिस्कशन या ग्रुप स्टडी की आदत डालें ताकि वे विषयों पर अधिक गहराई से सोच सकें और उन्हें पढ़ने का ये तरीका इन्टरेस्टिंग लगे।
शरीर और दिमाग दोनों के लिए अच्छे पोषण की आवश्यकता होती है। मेमोरी और पढ़ाई की क्षमता में सुधार के लिए बच्चों को सही आहार और पर्याप्त नींद का ध्यान रखना (parenting tips during exam) जरूरी है। बच्चों के आहार में हेल्दी फूड जैसे हरी सब्जियां, फल, नट्स और सीड्स शामिल करें, जो दिमाग के विकास में मदद करें। इसके अलावा उन्हें दिन में 8 घंटे की नींद लेने के लिए प्रेरित करें। अच्छी नींद से उनकी याददाश्त और एकाग्रता क्षमता बेहतर होती है।
बच्चों को अपने ध्यान को केंद्रित करने के लिए कुछ तकनीकों का पालन करने की आदत डालनी चाहिए। जब उनका ध्यान बंटता है तो पढ़ाई का असर कम हो जाता है।उन्हें मेडिटेशन और योग करने के लिए भी प्रेरित करिए। इससे उनको ध्यान बँटने जैसी समस्याओं से राहत (parenting tips during exam) मिलेगी। बच्चों को छोटे-छोटे ब्रेक्स लेने की सलाह (parenting tips during exam) दें ताकि वे पढ़ाई से ऊबने न पाएं। ये ब्रेक्स उनको ताजगी देने में मदद करेंगे।
निकिता बताती हैं कि ऐसा अक्सर होता है कि बच्चे अगर अपनी मेहनत के अच्छे परिणाम नहीं देखते तो उनका आत्मविश्वास कम हो सकता है। इसलिए उन्हें निरंतर प्रेरित करना (parenting tips during exam) और उनके आत्मविश्वास को बढ़ाना जरूरी है।
इसके लिए बच्चों के अच्छे कामों पर उनकी प्रशंसा करें। इससे उनके आत्मविश्वास में इजाफा होगा। उन्हें छोटे लक्ष्य सेट करने के लिए कहें, जिससे वे हर कदम पर सफलता का एहसास कर सकें। यह छोटी छोटी जीत ही उन्हें उन्हें बड़ी सफलता की ओर प्रेरित करेगी।
एग्जाम के समय बच्चों पर तनाव काफी बढ़ जाता है। अगर मानसिक दबाव बहुत ज्यादा हो तो बच्चों की पढ़ाई पर भी इसका असर पड़ता है। बच्चों को समझाएं कि एग्जाम जीवन का केवल एक हिस्सा है और इसमें ज्यादा तनाव से बचने की जरूरत है। बच्चों के साथ (parenting tips during exam) समय बिताना, हंसी मजाक करना, और उनकी पसंदीदा गतिविधियों में शामिल होना, उन्हें मानसिक राहत देने का एक बेहतरीन तरीका हो सकता है।
ये आमतौर पर ज्यादातर बच्चों की समस्या (parenting tips during exam) होती है कि वे पढ़ाई के दौरान एकाग्र नहीं हो पाते। इसके लिए कुछ छोटी कोशिशें की जा सकती हैं। जैसे पढ़ाई से इतर बच्चों से पजल्स सॉल्व करवाना, उन्हें दिमाग से जुड़े कुछ खेल खेलने के लिए कहना। लेकिन हाँ पढ़ाई के दौरान बीच में ब्रेक लेने के लिए भी कहते रहें, इससे एकाग्रता तो बढ़ेगी ही, बच्चों को मेंटल प्रेशर जैसी किसी समस्या से जूझना नहीं पड़ेगा।
पढ़ाई के बाद, बच्चों को रिवीजन करने की आदत (parenting tips during exam) डालना बहुत जरूरी है। इससे उनकी याददाश्त और बेहतर होती है।बच्चों को रिवीजन करने के लिए कहें। इससे उन्हें पढ़ी हुई चीजें यह उन्हें पढ़े गए विषयों को फिर से समझने में मदद करेगा। बच्चों को समय-समय पर मॉक टेस्ट या पुराने सवालों का अभ्यास करने के लिए भी कहें, इससे उनको परीक्षा के लिए आत्मविश्वास मिलेगा।
ये भी पढ़ें – एग्जाम टाइम से पहले बढ़ानी है लर्निंग पॉवर, तो फॉलो करें ये 7 एक्सपर्ट टिप्स
डिस्क्लेमर: हेल्थ शॉट्स पर, हम आपके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सटीक, भरोसेमंद और प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके बावजूद, वेबसाइट पर प्रस्तुत सामग्री केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। इसे विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। अपनी विशेष स्वास्थ्य स्थिति और चिंताओं के लिए हमेशा एक योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से व्यक्तिगत सलाह लें।