हमारे पास अपनी मानसिक और भावनात्मक सेहत के प्रति जागरुक होने के लिए अब ज्यादा समय नहीं बचा है। हम में से बहुत से लोग जीवन में खुश और सफल होने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं और हम लगातार उसी लक्ष्य को पाने के लिए सही दृष्टिकोण की तलाश में हैं।
जबकि असफलताएं हमें जीवन में आगे बढ़ने से रोक सकती हैं, हम सभी ने सदियों पुरानी कहावत सुनी है, “a right balance of exercise, nutrition and sleep is a driving force to happiness” यानि “व्यायाम, पोषण और नींद का सही संतुलन खुशी के लिए प्रेरक शक्ति है”, लेकिन खुश रहने का असली रहस्य क्या है?
ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता से लेकर बॉलीवुड सुपरस्टार्स के साथ बातचीत करने और व्यावसायिक टाइकून से लेकर आध्यात्मिक गुरुओं तक के अपने अनुभवों से, हर संकट को एक अवसर के रूप में देखने की क्षमता आपको अधिक उत्पादक और कुशल बनाने में मदद करती है।
हालांकि, ऐसे कई मौके आते हैं जब आप खुद को पराजित महसूस कर सकती हैं। उदाहरण के लिए, कोई सकारात्मक कैसे हो सकता है जब किसी का ब्रेकअप होता है, जब कोई किसी को खो देता है या एक वित्तीय संकट से गुजरता है?
इन बातों को और गहराई से समझने के लिए, मैंने हिमाचल प्रदेश के उत्तरी राज्य में स्थित हिमालय में दलाई लामा के मठ में एक महीने तक रहकर बौद्ध भिक्षु जीवन शैली को समझने के लिए दाखिला लिया। इस अनुभव ने मुझे दलाई लामा को बहुत नजदीक से देखने और ऑब्जर्व करने का अवसर दिया।
जिसने मुझे जीवन को सकारात्मक दृष्टिकोण से देखने और खुद को विजेता महसूस करने का भान कराया।
दलाई लामा ने हमें याद दिलाया कि विजेता बनने के लिए, एक विजेता की तरह प्रशिक्षित होना चाहिए। उन्होंने जोर दिया कि हमारा व्यवहार रोजमर्रा की क्रियाओं का संग्रह है और हमारे कार्य हमारे विचारों और भावनाओं से प्रभावित होते हैं।
हालांकि, हम कैसा सोचते हैं और महसूस करते हैं, यह हमारे विश्वास और मूल्य प्रणालियों में गहराई से निहित है। इस प्रकार, विश्वास और मूल्यों की एक मजबूत नींव जीवन को आगे ले जाने के लिए महत्वपूर्ण है।
जब हमारे पास एक मजबूत और स्थिर नींव होती है, तो हम खुद ब खुद जीवन में समस्या-सुलझाने में सक्षम हो जाते हैं।
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कस्टमाइज़ करेंइस तरह की सकारात्मक मानसिकता के साथ, हर विफलता हमारे ज्ञान, कौशल और मानसिकता में सुधार करने के लिए एक सिखाने का अवसर बन जाती है। इससे हमें अपनी कमियों पर काम करने की दिशा में मदद मिलती है और दूसरों को दोष देने के बजाय खुद को सुधारने के अवसर मिलते हैं।
इसलिए, जब विफलता का सामना करना बेहद कठिन हो, तो आपको खुद को याद दिलाना होगा कि बीमार होने के बाद ठीक होने के लिए आपके पास दवा होनी चाहिए। इसी तरह, अपने दम पर, आपको एक सकारात्मक मानसिकता के निर्माण की दिशा में कदम उठाना होगा। तभी आप विफलता का प्रबंधन कर अपने जीवन में खुशियां ला पाएंगी।
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