तेज़, स्मार्ट और नाॅलेजेबल लोग ही केवल इंटेलिजेंट कहलाएं ऐसा ज़रूरी नहीं है। क्लास में प्रथम आना केवल इंटेलिजेंट होने की निशानी नहीं है। कोरेल युनिवर्सिटी के मुताबिक आज भी बहुत से ऐसे लोग है, तो बेहद स्मार्ट है और उनका आई क्यू लेवल हाई (High IQ level) है। बावजूद इसके अन्य लोगों की बातों में आकर वे अपनी प्रतिभा को पहचान नहीं पाते हैं और खुद को अंडरएस्टिमेट करते हैं। जानते हैं कि वो कौन से ऐसे साइन हैं, जो इस बात की ओर इशारा करते हैं कि आप इंटेलिजेंट है (signs of a highly intelligent person)।
वे लोग जो खुद को किसी भी सिचुएशन में कण्ट्रोल कर लेते हैं। अन्य लोगों की तुलना में वे ज्यादा इंटेलीजेंट माने जाते हैं। सेज जर्नल में छपी साल 2009 की सेल स्टडी के मुताबिक वे लोग जिनका खुद पर सेल्फ कंट्रोल होता है। उनका इंटेलिजेंस लेवल हाई माना जाता है। एक रिसर्च के मुताबिक कुछ लोगों पर एक आई क्यू टेस्ट के तहत रिवार्ड मनी देने की बात कही गइ। जहां कुछ लोग उत्सुक नज़र आएं, तो कुछ न बाद में मनी रिसीव करने पर भी सहमति जताई। इस स्टडी में लोगों का सेल्फकंटोल चेक किया गया।
जर्नल ऑफ़ साइकोलॉजिकल साइंस के मुताबिक जब तक आप एक अच्छे आब्जर्वर नहीं हैं, तब तक आप इंटेलीजेंट हानि कहलाएंगे। ऐसे लोग हर वक्त सामने की ओर दिखने की बजाय पीछे रहकर भी अन्य लोगों को आब्जर्व करने का प्रयास करते हैं। लोगों के व्यवहार से लेकर उनके उठने बैठने का तरीका वे आसानी से नोटिस कर लेते हैं।
वे जान लेते हैं कि व्यक्ति की मंशा क्या है और वो उनसे क्या चाहता है। वे लोगों को सुनते हैं और उसने बातचीत करके किसी निष्कर्ष तक पहुंचते है। लोगों को भांपने की आदत के चलते वे बहुत ज्यादा लोगों के करीब नहीं रहते हैं।
लंदन स्कूल आफ इकोनोमिक्स के मुताबिक वे लोग जिनका आई क्यू लेवल हाई होता है, उन्हें निशाचर यानि नाइट आउल की कैटेगरी में रखा जाता है। ऐसे लोग देर रात तक जागकर क्रिएटिव थाॅटस को क्लैकट करते हैं, जो उन्हें आगे बढ़ने में मददगार साबित होते हैं। दरअसल, ये लोग एकांत की तलाश में रहते हैं। साइकाॅलाजी टुडे के मुताबिक जल्दी सोने की बजाय देर तक जागना, किताबें पढ़ना और टहलना इनके शौक होते हैं।
अपने विचारों को एकत्रित करने के लिए ऐसे लोग अकेले में समय बिताना पसंद करते हैं। ये लोग बहुत अधिक गेट टुगेदर्स या पार्टीज़ को पसंद नहीं करते हैं। ब्रिटिश जर्नल आॅफ साइकाॅलाजी के मुताबिक इंटेलिजेंस का संबध संतुष्टि और अकेलेपन से है। दरअसल, अकेले रहकर आप चीजों को न केवल प्लान कर सकते हैं बल्कि एनकर प्राथमिकता को भी बेहतर तरीके से जांच सकते हैं।
युनिवर्सिटी ओफ़ इलिनाॅइस की एक स्टडी के मुताबिक वे लोग जिनका आईक्यू लेवल हाई होता है, ऐसे लोग संगीत के बेहद करीब होते हैं। सिंगिग और इंस्टरूमेंट बजाने में इनकी स्पेशल रूचि होती है। ये लोग दिन का कुछ वक्त वाद्ययंत्र बजाने में बिताते हैं, जो दिमाग के कॉर्पस कॉलोसम को स्टिम्यूलेट करता है। ये दिमाग के दोनो हेमीस्पेहर्स के बीच कनेक्शन बनाने में सहायक होता है।
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