अगर आप भी किसी ऐसे जादुई टॉनिक की तलाश में हैं, जो आपको दिनभर खुश रखे, बढ़ती उम्र के असर को कम करे और इम्यून सिस्टम को मज़बूत बनाए, तो शरीर में हैप्पी हार्मोंस का रिलीज़ होना बहुत ज़रूरी है। एंडोर्फिन, सेरोटोनिन और ऑक्सीटोसिन नाम के ये तत्व शरीर में अलग अलग कंडीशन में रिलीज़ होते है। शरीर में इन हार्मोंस को डाइट समेत कई तरीकों से बढ़ाया जा सकता है। अगर आप खुद को खुशहाल रखना चाहते हैं, तो इनकी वृद्धि बेहद ज़रूरी है। जानते हैं इस लेख में इंसान के शरीर में इन हार्मोंस का क्या है महत्व और शरीर में इन्हें बढ़ाने का तरीका भी।
इस बारे में राजकीय मेडिकल कालेज हल्द्वानी में मनोवैज्ञानिक डॉ युवराज पंत बताते हैं कि हार्मोन एक तरह के कैमिकल्स होते हैं, जो शरीर में मौजूद कई तरह के ग्लैण्डस से बनते हैं। ये ब्लड सर्कुलेशन के ज़रिए शरीर के अंगों में पहुंचते हैं। ये हार्मोन कई शारीरिक प्रक्रियाओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का काम करते हैं। ये दो तरह के होते हैं तनाव बढ़ाने वाले और खुशी बढ़ाने वाले।
तनाव बढ़ाने वाले हाॅर्मोन्स की अधिकता आपको दुखी और उदास करती है। जबकि हैप्पी हॉर्मोन्स आपके स्वास्थ्य, जीवन और प्रोडक्टिविटी के लिए फायदेमंद हैं।
डॉ युवराज पंत बताते हैं कि ये हार्मोन हमारे शरीर में हाइपोथैलेमिश से होता हुआ पीटयूरी ग्लैंड से ब्लड में जाता है। दरअसल, जब बच्चे का जन्म होता है, तो उस वक्त ये हार्मोन यूटर्स की मसल्स को संकुचित करने का काम करता है। इसके अलावा मां के शरीर में दूध उतरने में भी ये हाॅर्मोन्स मदद करता है। लव हार्मोंन के नाम से जाना जाने वाले इस हार्मोन को कडल हार्मोन भी कहा जाता है। दरअसल, जब दो लोग सेक्सुअली इंवाल्व होते हैं, तो उस समय ये रिलीज़ होता है। इसके अलावा एक दूसरे को किस करने, गले मिलने और हाथ पकड़ने से भी ये हार्मोन बढ़ने लगता है।
रेगुलर एक्सरसाइज करें और शरीर को फिजिकली एक्टिव रखें।
बॉडी मसाज या हैड मसाज से भी इसका स्तर बढ़ता है। जब आपका दिलो दिमाग शांत होता है, तो ये हार्मोन रिलीज़ होने जगता है।
एक दूसरे से प्यार करने और गुड फील करने से इसका लेवल राइज़ होने लगता है।
हमारे माइंड में एकाग्रता बढ़ाने और आपको मोटिवेट करने में इस हाॅर्मोन्स की मदद मिलती है।
इससे हमारे अंदर कॉफिडेंस की वृद्धि होती है और किसी नए चैलेंज को लेने से नहीं कतराते हैं।
इस बारे में राजकीय मेडिकल कालेज हल्दवानी में मनोवैज्ञानिक डॉ युवराज पंत बताते हैं कि जब शरीर के किसी भी अंग में दर्द का अनुभव होता है, तो उस कंडीशन में ये हार्मोन रिलीज होता है। ये हार्मोन एक पेन किलर का काम करता है और शरीर को तनाव या परेशानी से दूर रखता है।
एक्सरसाइज बहुत ज़रूरी है। इसके अलावा वॉक करने, स्विमिंग करने और संगीत सुनने से भी शरीर में ये रिलीज़ होते है।
इसके अलावा हंसने से, दोस्तों से मिलकर बातें करने से और दूसरों के प्रति उदारत दिखाने से शरीर में इसकी मात्रा बढ़ती है।
ध्यान करने से और योगासन करने से भी फायदा मिलता है।
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कस्टमाइज़ करेंइसके अलावा डार्क चॉकलेट खाने से भी हैप्पी हार्मोन रिलीज़ होते हैं।
इसको बढ़ाने में स्पाइसी फूड्स मददगार साबित होता है।
एंडोर्फिन को रिलीज करने के लिए हंसी एक कारगर उपाय है।
इससे न केवल आपा इम्यून सिस्टम मज़बूत होता है बल्कि एंटी एजिंग के तौर पर भी काम करता है।
नेचुरल पेन किलर के नाम से मशहूर ये हार्मोन शरीर में पेन को ब्लॉक करने का काम करता है। दरअसल, चोट लगने ही हमारे ब्रेन को एक मैसेज जाता है और उस अंग में दर्द शुरू होने लगता है। ऐसे में ये हार्मोन रिलीज़ होकर शरीर में दर्द के अनुभव को कम करने का काम करता है।
नर्वस सिस्टम के मैसेज को सेल्स तक डिलीवर करने वाले इस हार्मोंन को डोपामाइन कहा जाता है। हमारे माइंड में एकाग्रता बढ़ाने और आपको मोटिवेट करने में इस हार्मोन की मदद मिलती है। डॉ युवराज के मुताबिक ये एक न्यूरोट्रांसमीटर होता है यानि न्यूरो हार्मोंन है, जो शरीर के अन्य हिस्सों में नवर्स सेल्स के बीच में मैसेज को एक से दूसरे स्थान पर भेजन का काम करता है।
जब हम किसी भी विपरीत कंडीशन में होते हैं, तो ये डिसीजन लेने में हमारी मदद करता है।
ये हमें किसी भी प्रकार के खतरे या जोखिम से बचने में मदद करता है।
इंसान के अंदर प्रेरणा स्त्रोत का काम करता है।
किसी भी नई चीज़ को सीखने में मदद करता है और सीखी चीज़ को दिमाग में रखने में मदद करता है।
मैगनीशियम से भरपूर चीजों को खाने से इसे बढ़ाया जा सकता है।
सेब बादाम, हरी सब्जियों, तिल, मेलन और पंपकिन सीड्स को खाने से इसे बढ़ाया जा सकता है।
इसके अलावा पालतू जानवरों से प्यार करने और उनके प्रति सहानुभूति रखने से भी ये हार्मोन बढ़ता है।
मूड सि्ंवग होना एक आम बात है। हमारे मन को नियंत्रित करने का काम सेरोटोनिन हार्मोंन करता है। इससे हमारे अंदर खुशी का संचार होता है और ये मूड को भी कंट्रोल करता है। शरीर में इसके सही संतुलन से हमें भरपूर नींद आती है और तनाव से भी हम दूर रहने है। मूड बूस्टर के तौर पर शरीर का ख्याल रखने वाले इस हार्मोन को शरीर में बढ़ाने के लिए इन फूड्स को करें डाइट में शामिल
रेगुलर एक्सरसाइज़ करने से शरीर में इसका स्तर बढ़ने लगता है।
सुबह की सैर करते समय हमारे शरीर को स्वच्छ हवा और सूरज की रोशनी प्राप्त होती है। इससे
हमारे शरीर में विटामिन डी की कमी पूरी होती है। शरीर को कुछ देर तक धूप मिलने से
सेरोटोनिन हार्मोन बढ़ने लगता है।