कहते हैं, कि किसी भी रिश्ते को मज़बूत बनाने के लिए उसमें प्यार, विश्वास और सम्मान का होना बहुत अह्म है। आपसी समझदारी ही किसी प्रबल रिश्ते की नींव को मज़बूत करती है। मगर आजकल कपल्स में जल्दबाजी में होने वाला प्यार, फिर झटपट होने वाली लव मैरिज (love marriage) का अंत कहीं न कहीं डाइवोर्स (reason of divorce) पर आकर हो जाता है। उसके बाद जब वे कारण खोजते हैं, तो वो कुछ और नहीं बल्कि रिसपेक्ट की कमी ही होती है। जो प्यार के दौरान ही कहीं न कहीं खत्म हो चुकी होती है। फिर वे इस बात को समझते हैं कि अगर आप लॉग टर्म तक रिश्ते में रहना चाहते हैं, तो एक दूसरे का सम्मान करना ज़रूरी है (importance of respect in healthy relationship) ।
इस बारे में गंगा राम हास्पिटल की साइकॉलोजिस्ट, सीनियर कंसलटेंट, डॉ आरती आनंद हमें बता रही है कि कैसे रिश्तों में एक दूसरे के सम्मान का ख्याल रखकर उन्हें सुधारा जा सकता है।
डॉ आरती आनंद के मुताबिक अगर आप एक मज़बूत रिश्ते (strong bond) में हैं, तो अपनी बात को जाहिर करने में आपको डर का सामना नहीं करना पडे़गा। एक दूसरे के प्रति सम्मान हमें स्वतंत्रता का एहसास करवाता है। रिश्ते में फ्रीडम (freedom in relation) रहने से हम खुलकर अपने विचारों को साझा कर पाते हैं और हर काम में एक दूसरे की मदद कर पाते हैं।
विशेषज्ञों की मानें, तो जो व्यक्ति जैसा है, उसे आप वैसे ही अपनायें। अगर आप किसी के अंदर बदलाव लाकर उसे एक्सेप्ट करते भी हैं, तो वो रिश्ता ज्यादा समय तक नहीं टिक पाता है। अगर कोई मोटा है और आपने उसे पतले होने के बाद एक्सेप्ट किया, तो इस बात की कोई भी गारंटी नहीं है कि वो लाइफटाइम में दोबारा मोटा नहीं होगा। अगर आपके किसी से विचार मिलते हैं, तभी उस व्यक्ति को अपने जीवन का हिस्सा बनाने की कोशिश करें और उसे मान सम्मान दें।
बहुत बार ऐसा देखा गया है कि कई बार हमारी छोटी सी बात भी गॉसिप ऑफ द टाउन बन जाती है। कुछ लोग हर वक्त अपने साथी की गलतियों को जाहिर करने और उसे बात बात पर ताने मारने से नहीं रूकते हैं। ऐसे में रिश्तों में दरार आना लाज़मी है। अपने पार्टनर का अगर आप कम आंकते हैं और हर बात पर उसे डांटते और धुतकारते हैं, तो इससे रिश्ते की नींव कमज़ोर होने लगती है। ऐसे में आपसी प्रेम और सम्मान का होना ज़रूरी है। पारदर्शिता रिश्ते में ज़रूरी है। टासपेरेसी ज़रूरी है। बैलेस बनाकर रखना है। सबके सामने अपने पार्टनर को धुतकारे नहीं
अगर पार्टनर एक दूसरे की बात को ध्यानपूर्वक सुनते और समझते हैं, तो रिश्तों में आपसी प्रेम बढ़ता है। एक दूसरे की कमियों से ज्यादा उनकी अच्छाइयां नज़र आने लगती है। दोनों लोग एक दूसरे से चीजें छुपाने की बजाय मिलजुल कर आगे बढ़ते हैं। उनका ये व्यवहार अन्य लोगों के लिए मार्गदर्शन का काम करता है।
अगर आपका बॉन्ड मज़बूत है, तो कोई भी तीसरा आपके मध्य किसी तरह की मिसअंडरस्टैण्डिंग की वजह नहीं बन सकता। अक्सर लोग दूसरों की जिंदगी में झांकाझांकी करते हैं। मगर रिश्ते में इस तरह से बंध जाएं कि तीसरे व्यक्ति की हर कोशिश नाकामयाब हो।
आपका रिश्ता प्रबल होगा, तो परिवार में भी खुशहाली रहेगी। बड़े बुजुर्गों से लेकर आपके बच्चों तक उससे प्रभावित होते है। अगर आपके मध्य हमेशा मनमुटाव रहता है, तो उसका प्रभाव घर के वातावरण पर भी नज़र आता है। हर व्यक्ति आपको हल्के में लेने लगता है या फिर आपके प्रति सहानुभूति का भाव रखता है। कुछ लोग मौके का फायदा उठाकर आपको आपके पार्टनर के खिलाफ भड़काने का भी काम करने लगते हैं। दूसरों का ऐसा बिलेवियर आपके रिश्ते को कमज़ोर करने का काम कर सकता है।
अगर आप जीवन में आगे बढ़ना चाहते है और कोई मकाम हासिल करना चाहते हैं, तो मानसिक तौर पर संतुष्ट होना ज़रूरी है। अगर आपको पार्टनर का पूरा सहयोग प्राप्त होता है, तो आप आसानी से जीवन में अपनी मंज़िलों को पा सकते हैं।
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