दिनभर की व्यस्तता के चलते शाम ढ़लने तक बहुत सी चीजें मांइड से स्लिप होने लगती है। वहीं अगर पढ़ाई की बात करें, तो बच्चे हो या बड़े किसी को भी नींद की झपकी आना सामान्य है। ऐसे में अक्सर कुछ भी याद करने या लिखने के लिए सुबह के समय को सबसे बेहतर माना गया है। रातभर आठ घंटे की mental लेने के बाद दिमाग पूरी तरह से फ्रेश हो जाता है। तरोताज़ा दिमाग में सुबह उठते ही आप जो भी विचार भरेंगे। वे दिनभर आपके मस्तिष्क में कैद रहें। ऐसे में वे बच्चे को शाम को पढ़ने से कतराते हैं। उनके लिए सुबह उठकर पढ़ना बेहद फायदेमंद हो सकता है। जानते हैं सुबह उठकर पढ़ने के कुछ खास फायदे (Benefits of morning study sessions)।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के मुताबिक नींद पूरी न होने का प्रभाव एलर्टनेस पर नज़र आता है। इसके चलते बच्चे पढ़ाई पर फोक्स नहीं कर पाते हैं। किसी भी व्यक्ति की सतर्कता उसकी ध्यान केंद्रित करने की क्षमता से जुड़ी हुई है। इसका प्रभाव हमारे वर्क और रिजल्टस पर भी दिखने लगता है। एनसीबीआई के एक रिसर्च के मुताबिक उम्र बढ़ने के साथ बच्चे के स्लीपिंग पैटर्न में बदलाव आने लगता है। इसके चलते पढ़ाई से उसका फोक्स कम होता चला जाता है। ऐसे में सुबह एलर्टनेस का लेवल हाई होता है। जो बच्चों को पढ़ाई में फायदा पहुंचाता है।
अगर आपके आप पास शोर होता है, तो कोई भी चीज़ आप देर तक याद नहीं रख पाते हैं। कभी कभार तो बालते वक्त ही हम भूल जाते हैं कि हम किस विषय पर बात कर रहे हैं। बहुत सी बातों को एक साथ एक ही समय में याद रखने की जुगत में हमारा दिमाग की स्मरण शक्ति यादि याद रखने की ताकत कम होने लगती हैं। सुबह उठकर कुछ देर पढ़ने से आपकी मेमोरी शार्प होने लगती है। अब आपको कुछ भी याद रखने में परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता है।
सुबह का शांत और सुकून से भरा वातावरण आपके अंदर एकाग्रता को बढ़ाने में मददगार साबित होता है। चारों ओर शांति होने से आप किसी भी विषय को आसानी से पढ़ सकते हैं और उस पर ध्यान भी केंद्रित कर सकते हैं। इसके अलावा प्रात उठकर कुछ भी याद करने से वो लंबे वक्त तक आपके दिमाग में सेव रहता है।
चाहे बच्चे हो या बड़े अगर आप सुबह उठकर कुछ भी याद करते हैं या कुछ वक्त स्टडीज़ को देते हैं, तो इससे आप दिनभर एक्टिव रह पाते हैं। इससे आपकी वर्क प्रोडक्टिविटी भी बढ़ती है। साथ ही आप दिनभर में आने वाली किसी भी समस्या को आसानी से हल कर लेते हैं। इसके अलावा कमा के प्रति भी एक्टिव रह पाते हैं।
हमारे इर्द गिर्द बहुत से ऐसे लोग होते हैं, जिनके पास हर वक्त कुछ नए आइडियाज़ तैयार रहते हैं। उनका मांइड भी हमारे जैसा ही ही है। मगर वे लोग ज्यादा क्रिएटिव सोच पाते हैं। इसका कारण सुबह सवेरे जल्दी उठकर कुछ वक्त अपने लिए निकालना ज़रूरी है। इसमें आप कोई किताब, अखबार या बच्चे अपनी स्कूल स्टडी कर सकते हैं। इससे आप क्रिएटिव बनते हैं और आपके दिमाग कई प्रकार के नए आइडियाज़ भी आने लगते हैं।
रात को जल्दी सोने के नियम को अपनाने से आप आसानी से सुबह जल्दी उठ सकते हैं।
खुद को पढ़ने के लिए सेल्फ मोटिवेट करना सबसे ज़रूरी है।
कुछ देर योग करने से भी आप अपने आप को मार्निंग स्टडी सेशंस के लिए तैयार कर सकते हैं।
इसके लिए आलस और रात को देर तक जागने की आदत को बदलना आवश्यक है।
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