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मूड खराब है या पड़ा है एंग्जाइटी अटैक, इन 5 तरीकों से करें खुद को शांत

छोटी छोटी बातें कई बार हमारे लिए स्ट्रेस का कारण बन जाती है। इसके चलते फिज़िकली और मेंटली डिस्टर्ब रहने लगते हैं। अगर आप भी एंग्जाइटी अटैक का हुए हैं शिकार, तो इन उपायों को ज़रूर अपनाएं।
Published On: 3 Mar 2023, 08:00 pm IST
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anxiety kum kaise karein dur
किसी भी छोटी बात को लेकर होने वाली परेशानी व्यक्ति अपने पार्टनर से शेयर करता है। अगर पार्टनर उस परेशनी को समझने की जगह फीलिंग्स का मज़ाक उड़ाने लगे, तो उससे व्यक्ति का मनोबल टूटने लगता है। चित्र अडोबी स्टॉक

छोटी छोटी बातों को लेकर रिएक्ट करना और चिंतित हो उठने की प्रवृत्ति इन दिनों तेजी से बढ़ रही है। हर क्षण सैकड़ों लोग किसी न किसी कारण से दूसरों से उलझते है। इसका प्रभाव मेंटल हेल्थ (Mental health) पर दिखने लगता है। वे धीरे-धीरे हर बात पर परेशानी ज़ाहिर करने लगते हैं और ज़ोर-ज़ोर से बोलने भी लगते हैं। दरअसल, चिंता, घबराहट (Anxiety) और गुस्सा, ये तीन ऐसे कारक हैं, जो कभी भी किसी को घेर सकते हैं। अगर आप आसानी से खुद को इस भूलभुलैया से बाहर लाना चाहते हैं, तो इन आसान उपायों को ज़रूर अपनाएं (how to calm down quickly)

जानिए क्या कहते हैं इस पर एक्सपर्ट

इस बारे में राजकीय मेडिकल कालेज हल्दवानी में मनोवैज्ञानिक डॉ युवराज पंत बताते हैं कि गुस्से को शांत करने से पहले हमें अपनी इंद्रियों पर काबू पाना आना चाहिए। इसके चलते हम दुखद घटना में अत्यधिक परेशान और खुशी की खबर में अति उत्साहित होने से बचते है। कई ऐसे तरीके हैं, जिनकी मदद से हम आसानी से इन समस्याओं का सामना कर सकते हैं। इतना ही नहीं, कई बार कैफिन (caffeine)और अल्कोलह (Alcohol) की अधिकता भी चिंता का कारण साबित हो सकती है।

different types of meditation
जानिए मेडिटेशन के 5 तरीको के बारें में। चित्र शटरस्टॉक।

स्ट्रेस क्या होता है

स्ट्रेस या तनाव एक ऐसी मनोदशा है, जब हम किसी बात को लेकर चिंतित महसूस करते हैं और अंदर ही अंदर घुटते रहते है। पुराना तनाव हाई ब्लड प्रेशर और हार्ट संबधी समस्याओं का कारण सिद्ध होता है। हेल्थ हार्वड के रिसर्च के मुताबिक तनाव किसी भी उम्र में हो सकता है।

1 गहरी सांस लें

गुस्से से बाहर आने के लिए अपनी सांस को नियंत्रित (breath control) करें। इसके लिए गहरी सांस लें और उसे रोककर रखें। अगर आप ऐसा नहीं कर पा रहे हैं, तो धीमे धीमे से सांस को लें। सांस लेने और छोड़ने में नीचे दी गई विधि का प्रयोग करें।

इसके लिए लगभग 5 से 7 सेकंड के लिए धीरे धीरे सांस लें और छोड़ें। फिर तीन या चार सेकंड के लिए सांस को पकड़कर रखें। 7 से 9 सेकण्ड के बीच में सांस को धीरे धीरे छोड़ें और होठों से विसल की आवाज़ निकालें। इससे आप आसानी से क्रोध रहित हो पाएंगी।

2 किसी दोस्त से बात करें

वो इंसान जो आपका सच्चा मित्र हो और आपको सही सलाह देता है, उससे कुछ देर बात करें। दोस्त के अलावा आप किसी ऐसे व्यक्ति से भी बातचीत कर सकते हैं, जिसको आप अपने दिन की बात बता पाते है। बात करने से खुशी का एहसास होता है और हमारा मन धीरे धीरे हल्का होने लगता है। किसी व्यक्ति की सहानुभूतिपूर्ण हमारे टूटे हुए मन को दोबारा जोड़ने का काम करती है। कई बार पैनिक अटैक हमें बेहद परेशान कर देता है। ऐसे में किसी का हमारे साथ होना हमें मानसिक तौर पर मज़बूत करता है। साथ ही मेंटल हेल्थ का सुधारने का भी काम करता है।

3 मसाज का सहारा लें

सिर में की गई चंपी या शरीर की मसाज हमें रिलैक्स रखने में मदद करती है। दिनभर चिंताग्रस्त रहने के बाद बॉडी स्पा अवश्य लें। इससे आपका मन हल्का हो जाता है और शरीर खुद को तनावमुक्त महसूस करने लगता है। आधे घंटे की मसाज आपके तन मन को खुशी प्रदान करती है। इससे शरीर में से हैप्पी हार्मोंस रिलीज़ होने लगते है।

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स्ट्रेस से उबरने का आपका अपना क्विक फॉर्मूला क्या है?
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माइंड बूस्टिंग गेम है चेस. चित्र अडोबी

4 पसंदीदा खेल खेलें

कुछ देर अपना मनपसंद खेल खेलने से हमारे शरीर में स्ट्रेस लेवल कम होने लगता है। हम खुद को दोबारा से एनर्जेटिक महसूस करने लगते है। अपनी खोई हुई ताकत को वापिस गेन करने लगते है। खेल से तनाव कम होने लगता है और शरीर के अन्य दर्द भी छू मंतर हो जाते है।

5 संगीत सुनें

डॉ युवराज के मुताबिक मूड स्विंग्स और एंग्ज़ाइटी अटैक से बाहर आने में संगीत एक आसान और बेहतरीन उपाय है। ऐसी बहुत सी समस्याएं है, जिन्हें अक्सर डॉक्टर म्यूज़िक थेरेपी के ज़रिए ही ठीक करते है। अक्सर रेस्तरा और फूड कोर्टस में आपको हर वक्त हल्का म्यूजिक सुनने को मिलता है, ताकि आने वाले लोगों के मूड को ठीक किया जा सके। इसके अलावा कई ऑफिस और स्कूल के रिसेप्शन पर भी आपको हल्हा म्यूज़िक सुनने को मिलता है। स्लो और धीमा म्ूयूज़िक हमारे मन को शांति प्रदान करता है।

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डिस्क्लेमर: हेल्थ शॉट्स पर, हम आपके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सटीक, भरोसेमंद और प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके बावजूद, वेबसाइट पर प्रस्तुत सामग्री केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। इसे विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। अपनी विशेष स्वास्थ्य स्थिति और चिंताओं के लिए हमेशा एक योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से व्यक्तिगत सलाह लें।

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लेखक के बारे में
ज्योति सोही
ज्योति सोही

लंबे समय तक प्रिंट और टीवी के लिए काम कर चुकी ज्योति सोही अब डिजिटल कंटेंट राइटिंग में सक्रिय हैं। ब्यूटी, फूड्स, वेलनेस और रिलेशनशिप उनके पसंदीदा ज़ोनर हैं।

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