तनाव और अवसाद से भी बचाती हैं यात्राएं, यहां हैं ट्रेवलिंग के 5 मानसिक स्वास्थ्य लाभ

ऑफिस और घर के बीच समय निकालकर यात्रा पर जरूर जाएं। इससे आप तनाव मुक्त होंगी और आपका मेंटल हेल्थ मजबूत होगा।
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अपनी पसंद-नापसंद को जान पाती हैं। चित्र : शटरस्टॉक
स्मिता सिंह Updated: 20 Oct 2023, 10:05 am IST
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कोरोना महामारी की आशंकाओं के बीच ट्रेवल पर रोक नहीं लगाई गई है। यात्रा करने वाले लोगों से एहतियात बरतने को कहा जा रहा है। ताकि लोग यात्रा का आनंद ले सकें और वे कोरोना महामारी से भी बचे रहें। मेंटल हेल्थ विशेषज्ञ बताते हैं कि हर प्रकार के तनाव को दूर कर देती है यात्रा। इसलिए मेंटल हेल्थ के लिए (travel for mental health)जरूरी है यात्रा। आइये जानते हैं मेंटल हेल्थ के लिए किस तरह फायदेमंद है यात्रा (travel benefits) ।

मेंटल हेल्थ की मजबूती के लिए किस तरह फायदेमंद है यात्रा (travel benefits)

ट्रेवल आप अकेले करें या साथ में, ये तनाव और अवसाद को दूर कर मेंटल हेल्थ को मजबूती देता है।

1 यात्रा हैप्पीनेस (Traveling for Happiness) बढ़ाती है

अमेरिका के वर्जीनिया स्टेट यूनिवर्सिटी की ओर से यात्रा करने वाले लोगों पर शोध किया गया। इसके आधार पर यह निष्कर्ष निकाला गया कि जो लोग नियमित रूप से यात्रा करते हैं वे उन लोगों की तुलना में लगभग 10 प्रतिशत अधिक खुश रहते हैं। जो शायद ही कभी यात्रा करते हैं या बिल्कुल यात्रा नहीं करते हैं। महामारी के दौरान शोधकर्ताओं ने पाया कि लोग तनाव और अवसाद के अधिक शिकार हुए। क्योंकि लोगों ने लॉक डाउन के कारण यात्रा नहीं की। यात्रा और खुशी के बीच एक कड़ी की पहचान की गयी। यदि आप अकेले यात्रा करती हैं, तो आपको अपने-आपको समझने का अवसर मिलता है। अपनी पसंद-नापसंद को जान पाती हैं।

2 सकारात्मक भाव (Positivity) उत्पन्न होते हैं

आपने देखा होगा कि जब यात्रा की योजना बनती है, तो ख़ुशी की लहर दौड पडती है। आप सारे काम ख़ुशी और आनंद के साथ निपटाती जाती हैं। आप पर डेडलाइन पर काम पूरा करने का कोई भार नहीं होता है। साइकोलॉजी एंड डेवलपिंग सोसाइटी के रिसर्च आलेख के अनुसार, जिन लोगों ने घर से बाहर प्रकृति के बीच समय बिताया। उन्होंने उन लोगों की तुलना में अधिक सकारात्मक भावनाओं की सूचना दी, जिन्होंने घूमने को प्रश्रय नहीं दिया। उनके मष्तिष्क में हैप्पी हॉर्मोन डोपामाइन और सेरेटोनिन का सीक्रेशन अधिक देखा गया।

3 यात्रा अवसाद (Depression) के जोखिम को कम कर सकती है

मेडिकल जर्नल ऑफ़ ऑस्ट्रेलिया में प्रकाशित शोध के अनुसार, अवसाद के जोखिम को कम करने के लिए यात्रा जरूरी है। ऑफिस स्ट्रेस का सामना कर रही महिलाओं को जब ट्रेवल के लिए भेजा गया, तो उनमें अवसाद के लक्षण में कमी देखी गई।

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अवसाद के जोखिम को कम करने के लिए यात्रा जरूरी है। चित्र : शटरस्टॉक

ब्रेक के दौरान उन्होंने कम तनाव और अवसाद की सूचना दी। दरअसल, यात्रा लोगों को रोजमर्रा के जीवन से बाहर निकालती है। यदि व्यक्ति किसी प्रकार के तनाव का सामना कर रहा है, तो यात्रा के अनुभव उसे तनावमुक्त करते हैं।

4 यात्रा क्रिएटिव (Traveling for creativity) बनाती है

यदि आप थका हुआ महसूस कर रही हैं, तो ट्रैक पर वापस आने के लिए यात्रा उपयोगी हो सकती है। यात्रा और रचनात्मकता के बीच गहरा संबंध है। अमेरिकन जर्नल ऑफ़ साइकोलोजी के अनुसार, यात्रा क्रिएटिविटी पर प्रभाव डालती है। ट्रेवल करते समय हमें अलग-अलग कल्चर, लोगों, खानपान, जीवनशैली से रूबरू होने का अवसर मिलता है। इससे रचनात्मकता को बढ़ावा मिलता है।

5 यात्रा रिश्तों (Strong Relationship) को मजबूत बनाती है

ट्रेवल के दौरान यदि आप अपने किसी रिलेटिव से मिलती हैं, तो उनके करीब महसूस करती हैं। आपका सामना उन सुखद अनुभवों से हो पाता है, जिनकी कभी आपने कल्पना की होगी। इससे घर-परिवार के लोगों के साथ संबंध मजबूत हो पाते हैं।

यात्रा पार्टनर के साथ रिश्तों को मजबूत बनाती है। चित्र :शटरस्टॉक

जर्नल ऑफ़ मैरिज एंड फैमिली के शोध यात्रा के पारिवारिक फायदे बताते हैं। इसके अनुसार, जिन लोगों ने अपने पार्टनर के साथ यात्रा की, यात्रा के बाद उनमें अधिक संतुष्टि देखी गई। यात्रा के कारण साथ समय बिताने का अधिक अवसर मिला। इससे दोनों को एक-दूसरे को अधिक बेहतर तरीके से समझने का अवसर मिला। दोनों के बीच कम्युनिकेशन बेहतर हुआ। उनके संबंध लंबे समय तक बने रहे।

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स्वास्थ्य, सौंदर्य, रिलेशनशिप, साहित्य और अध्यात्म संबंधी मुद्दों पर शोध परक पत्रकारिता का अनुभव। महिलाओं और बच्चों से जुड़े मुद्दों पर बातचीत करना और नए नजरिए से उन पर काम करना, यही लक्ष्य है।...और पढ़ें

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