आप बहुत कुछ करना चाहती हैं, लेकिन क्या करना है यही भूल जाती है। तो इसके लिए सिर्फ तनाव और ओवरबर्डन ही नहीं, आपका खानपान भी जिम्मेदार है। लेकिन परेशान न हों, क्योंकि आहार में ही इसका उपचार भी छुपा है। आज हम उन जरूरी पोषक तत्वों के बारे में बात करने वाले हैं जो आपकी मेमोरी को बूस्ट करने में मददगार साबित हो सकते हैं।
आहार में ओमेगा -3 को शामिल करना असल में सबसे समझदारी भरा फैसला होगा। कई शोधों में यह पता चलता है कि ओमेगा -3 फैटी एसिड मस्तिष्क के स्वास्थ्य के लिए विशेष रूप से फायदेमंद हैं। मछली ओमेगा -3 का समृद्ध स्रोत है, इनमें भी “फैटी मछली” जैसे साल्मन, ट्यूना, हलिबूट, ट्राउट, मैकेरल, सार्डिन और हेरिंग। यदि आप सी फूड नहीं खाती हैं, तो ओमेगा -3 के लिए सूखे मेवे, अलसी, अलसी का तेल, राजमा, पालक, ब्रोकोली, कद्दू के बीज और सोयाबीन को अपने आहार में शामिल करें।
2010 में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी अश्वगंधा, ऑक्सीडेटिव तनाव (एक कारक जो अल्जाइमर रोग के विकास में योगदान कर सकता है) को कम करके मस्तिष्क को लाभ पहुंचा सकती है। इस जड़ी-बूटी का नियमित सेवन मेमोरी बूस्ट कर सकता है। आप अश्वगंधा पाउडर को रोज़ रात को दूध में मिलाकर भी पी सकती हैं।
रंगीन बेरीज जैसे ब्लूबेरी, ब्लैकबेरी, रास्पबेरी, चेरी और ब्लैक करंट मस्तिष्क के लिए बेहद फायदेमंद हैं। उनमें एंटीऑक्सिडेंट होते हैं जो आपके मस्तिष्क के लिए अच्छे हो सकते हैं। ब्लूबेरी खाने से याददाश्त बेहतर होती है। अगर आपके एजिंग पेरेंट्स की मेमोरी वीक होने लगी है, तो उन्हें ब्लूबेरी या जामुन खिलाएं, ये अल्जाइमर रोग के जोखिम को कम कर सकता है।
इसमें नाइट्रेट नामक पदार्थ होता है जो आपके रक्त संचार को बेहतर बनाता हैं और रक्त वाहिकाओं के बढ़ने से आपके मस्तिष्क में रक्त का प्रवाह बढ़ सकता है। जिससे आपकी याददाश्त लंबे समय तक तेज बनी रहती है। आप चुकंदर को उबालकर खाने के साथ सलाद के तौर पर भी खा सकती हैं।
हल्दी का आयुर्वेद में बहुत महत्व है और ये एक प्राकृतिक औषधि भी है। इसमें करक्यूमिन नामक एक यौगिक होता है, जिसमें एंटीऑक्सिडेंट और एंटी-इन्फ्लामेट्री गुण होते हैं जो मस्तिष्क स्वास्थ्य को लाभ पहुंचा सकते हैं। हल्दी, बीटा-एमिलॉइड को बनने से रोकती है जो आगे चलकर भूलने की बीमारी का कारक बनता है। रोज़ रात को हल्दी दूध पीने से आपकी याददाश्त में वृद्धि होगी।
इन रेमेडीज के अलावा, फल और सब्जियां ज्यादा खाएं। ये एंटीऑक्सीडेंट में भरपूर हैं जो आपके मस्तिष्क की कोशिकाओं को नुकसान से बचाते है। रंगीन फल और सब्जियां इनका स्रोत हैं।
साथ ही, कैलोरी और वसा को आहार में सीमित करें। अनुसंधान से पता चलता है कि वसा (लाल मांस, फुल क्रीम दूध, मक्खन, पनीर, क्रीम, और आइसक्रीम) के स्रोत आपके मनोभ्रंश और क्षीण एकाग्रता और स्मृति भूलने के जोखिम को बढ़ाते हैं।
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