जब आप किसी भी व्यक्ति से योग के बारे में बात करते हैं तो वे सोचते हैं कि योगा का मतलब है आसान, मुद्रा और कई तरह के पॉस्चर्स। जिनकी मदद से हम खुद को शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रख सकते हैं। मगर योगा इससे कहीं ज़्यादा है और आपकी सोच से बढ़कर है। योगा मिलन है जो आपको खुद से मिलाता है और आपके मन से सभी विचारों को निकालने में मदद करता है। यह आपको शांति प्रदान करके वर्तमान में जीना सिखाता है।
मगर योग के भी कई प्रकार और तरीके होते हैं जो आपको अलग – अलग फायदे प्रदान कर सकते हैं। कुछ ही दिनों में हम अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाएंगे, ऐसे में आज हम आपको एक नए योग के बारे में बताएंगे, जो आम योगाभ्यास से थोड़ा अलग है। हम बात कर रहे हैं अष्टांग योग (Ashtanga Yoga) के बारे में।
अष्टांग योग (8 limbs), हठ का एक बहुत ही गतिशील रूप है, जो छह श्रृंखलाओं या स्तरों से बना होता है, जिसमें मुद्राओं का एक निश्चित क्रम होता है। यह एक शारीरिक अभ्यास है, जो मानसिक स्पष्टता और आंतरिक शांति को भी बढ़ावा देता है।
अष्टांग शब्द संस्कृत के दो शब्दों “अष्ट” और “अंग” से मिलकर बना है। “अष्ट” संख्या आठ को संदर्भित करती है, जबकि “अंग” का अर्थ है शरीर या अंग। इसलिए, अष्टांग योग, योग के आठ अंगों का एक पूर्ण मिलन है। योग के ये आठ अंग योग सूत्रों के दर्शन की विभिन्न शाखाओं का प्रतिनिधित्व करते हैं।
अष्टांग योग, इसके सभी आठ अंगों को एकीकृत करना है, जिसमें शामिल हैं: यम (नैतिक संहिता), नियम (आत्म-अनुशासन), आसन (Mudra/Posture), प्राणायाम (Breath Control), प्रत्याहार (इंद्रिय प्रत्याहार), धारणा (Focus ), ध्यान (Meditation), और समाधि (स्वयं के साथ एकता)।
अष्टांग योग आपको मानसिक स्पष्टता प्रदान करता है, सांस लेने, शारीरिक शक्ति, लचीलापन और सहनशक्ति पैदा करने के लिए यह बिल्कुल सही है। इस योगाभ्यास को आपके शरीर और समग्र स्वास्थ्य में तेजी से सुधार करने में मदद करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
अष्टांग योग के अनगिनत फायदे हैं। यह एक इंटेस योगाभ्यास है, इसलिए यह एथलीट और उन लोगों के लिए बहुत अच्छा है जो एक अच्छी कसरत की तलाश में हैं। हठ योग की अधिकांश शैलियों की तरह, अष्टांग योग सांस लेने, मुद्रा और ध्यान पर केंद्रित है। अष्टांग योग का नियमित अभ्यास आपके लचीलेपन, श्वास और संतुलन में सुधार कर सकता है।
यह आपकी सहनशक्ति, हड्डियों के घनत्व और मांसपेशियों की ताकत को बढ़ा सकता है। आपके शरीर के वजन को नियंत्रित कर सकता है, आपके रक्तचाप को कम कर सकता है और तनाव को दूर कर सकता है। अष्टांग योग के लाभ केवल भौतिक कारकों तक ही सीमित नहीं हैं। यह मानसिक स्पष्टता को बढ़ाकर, मानसिक शांति पैदा करके और दैनिक जीवन में बेहतर एकाग्रता विकसित करके आपकी मानसिक और आध्यात्मिक रूप से भी मदद करता है।
तो डियर लेडीज यदि आप भी इस योगाभ्यास को अपनाना चाहती हैं तो किसी विशेषज्ञ की गाइडेंस में ही इसे करें। नहीं तो आपको चोट भी लग सकती है।
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