ब्रेकअप के बाद सब कुछ बहुत कॉम्प्लिकेटेड हो जाता है। यह एक मुश्किल समय होता है और सबसे बड़ी बात यह दिल दुखाने वाला समय होता है। अगर आपने कभी भी ब्रेकअप को एक्सपीरियंस किया है, तो आप जानती ही होंगी कि इससे बाहर आना कितना मुश्किल होता है।
कभी-कभी कुछ दिन कभी कुछ महीने या किसी किसी को कुछ साल भी लग जाते हैं। एक समय तो ऐसा आता है जब आप खुद ही कहते हैं कि मैं कुछ भी करने को तैयार हूं, लेकिन मैं अब और उदास नहीं रहना चाहती।
जरा अंदाजा लगाइए कि क्याी ऐसा पॉसिबल हो कि आप दिल टूटने पर उदास महसूस ही ना करें! हां भई ये सच है, ऐसा हो सकता है। और ये साइंटीफिकली प्रूव भी है। ये वैज्ञानिक तरीके आपको बुरे से बुरे हार्टब्रेक से बाहर निकाल लेंगे और आप दोबारा से खुशी का एहसास करने लगेंगे। तो आइए जानते हैं वे पांच जरूरी तरीके जिनसे आप फिर से खुशी महसूस कर सकती हैं –
दोस्तों से मिलने से लेकर फिल्में देखने तक या फिर कोई वेब सीरीज देखिए। कुछ ऐसा कीजिए जो आपको पसंद हो। यूनिवर्सिटी आफ कोलोरेडो की एक रिसर्च में यह पाया गया है, “यह सब करना आप के दर्द पर दवा का काम करेगा। स्टडी में पाया गया है कि यदि लोग अपना पसंदीदा काम करते हैं तो ऐसी स्थिति में और बेहतर महसूस करते हैं।
हम सबके पास कोई ना कोई एक हॉबी या लक्ष्य होता है, जो हमारे दिल के करीब होता है। भले ही वह एनिमल राइट्स की बात हो, मेंटल हेल्थ की बात हो, गार्डनिंग या किसी एनजीओ में स्वूयं ही मदद के लिए आगे बढ़ना हो। दूसरों की मदद करना आपको अच्छा महसूस करा सकता है। साथ ही यह आपको नकारात्मक की भावनाओं से बाहर लाने में मदद कर सकता है। वालंटियर बनकर आपको अहसास होगा कि आप कितनी छोटी सी बात पर इतनी ज्यादा उदास हो गईं थीं।
यूनिवर्सिटी ऑफ एग्जैक्ट मेडिकल स्कूल कि एक रिसर्च में पाया गया है कि ऐसे वॉलिंटियर्स जो शेल्टर होम या एनजीओ में अपनी मुफ्त सेवाएं देते हैं, उनके अंदर डिप्रेशन की बीमारी को कम होते हुए देखा गया है। बल्कि उनमें जिंदगी को जीने की भावना दोबारा से जीवित होती दिखी है।
आप अच्छे से जानती हैं कि यह बहुत दुखदायी है, इसके बावजूद वही करती हैं। हैं ना ! देखिए ‘फेसबुक सर्विलेंस ऑफ फॉर्मल रोमांटिक पार्टनर : एसोसिएशन विद पोस्ट ब्रेक रिकवरी एंड पर्सनल ग्रोथ’ नामक शोध ने यह ऑब्जर्व किया, “अगर आप अपने एक्स को सोशल मीडिया पर स्टॉक करते हैं, तो यह आपको और भी ज्यादा परेशान कर देगा और आपके अंदर नकारात्मकता की भावना को बढ़ा देगा।
इसलिए आपके लिए बेहतर होगा कि आप उनके सोशल मीडिया से दूर रहें और अपने लिए कुछ नई खुशियां ढूंढे।
प्यार का मतलब सिर्फ उनकी यादों के साथ चिपके रहना नहीं है, बल्कि इसके और भी कई मायने हैं। यकीनन, आपने उनके साथ समय बिताया तभी आप की बहुत सी यादें उनसे जुड़ गई, अच्छी और बुरी दोनों। ऐसा भी मुमकिन नहीं कि आपको उनकी कोई बुरी बात याद ना हो।
बस अब समय आ गया है कि आप उन सब बातों को याद करें। इस बात को साबित करने के लिए हम एक शोध का उदाहरण देते हैं। एक्सपेरिमेंटल साइकोलॉजी ऑफ जर्नल में पब्लिश यह शोध बताता है, कि जब आप उनकी नकारात्मक बातों पर ध्यान देती हैं, तो आपका उनके प्रति जुड़ाव कम होता है। हालांकि यह बहुत लंबा प्रोसेस है, जिसके जरिए आप उनके बिना खुश रहना सीख सकती हैं। लेकिन यह शुरुआत के लिए बहुत अच्छा है।
ब्रेकअप होने के बाद हम भावनात्मक असमंजस में पड़ जाते हैं। यह सामान्य है क्योंकि हमें इसकी आदत नहीं होती। हम में से बहुत लोग इन सब चीज़ों को अच्छे से संभालना चाहते हैं। इसीलिए वह अपने एक्स के फ्रेंड बन कर रहते हैं।
अमेरिकन साइकोलॉजिकल एसोसिएशन में पब्लिश एक शोध में हमारे इन प्रयासों को भ्रम बताया है। शोध कहता है कि दिल टूटने के बाद खुश रहने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है कि आप उस समय और उस स्थान को छोड़ दें, आप उनसे कोई संपर्क ना रखें। कुछ समय लीजिए अपने आप को कुछ समय दीजिए। खुश रहिए और वह चीजें कीजिए जिनसे आपको खुशी मिलती है। अपने आप को थोड़ा सा स्थान दीजिए और देखिए सब ठीक हो जाएगा।
देखा आपने टूटे हुए दिल को फिर से जोड़ना संभव है ! साइंस ने भी इसे साबित कर दिया है कि ब्रेकअप के बाद अगर आप थोड़ा सा एफर्ट डालते हैं तो आप खुश रह सकती हैं। बस खुश रहने के थोड़े से रास्ते ढूंढिए और उनसे दूर रहिए जो आपको दुख देते हैं।