नकारात्मक सोच को हटा कर, इन 5 तरीकों से बनें और ज्यादा आशावादी

जब आगे बढ़ना मुश्किल लगने लगे, तब पॉजीटिव थिंकिंग से अपने लिए नई राह का चुनाव करें, यह आपको तनाव, चिंता और गुस्‍से को बेहतर तरीके से डील करने में मदद करेगी।
टीम हेल्‍थ शॉट्स Updated: 18 May 2021, 09:13 am IST
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एक लंबे और स्वस्थ जीवन का रहस्य क्या है? यदि आपका जवाब संतुलित आहार और व्यायाम  हैं, तो हम आपको बताते हैं कि आप लगभग ठीक हैं। क्योंकि जब आपका भोजन सेवन और गतिविधि का स्तर आपके जीवन की गुणवत्ता को प्रभावित करता है, तो इसका अर्थ है कि आप अपने जीवन के प्रति सकारात्‍मक सोच रखते हैं। 

मानो या न मानो, आशावादी होने में कई स्वास्थ्य लाभ हैं, जिन्हें आप इग्‍नोर नहीं कर सकते । वास्तव में, आपकी इम्‍यूनिटी बेहतर करने और  तनाव को मैनेज करने में भी सकारात्‍मक सोच बहुुुत अहम भूमिका निभाती है। आइए जानते हैं कि कैसे सकारात्‍मक सोच आपके स्‍वास्‍थ्‍य में सुधार कर सकती है- 

यह बढ़ाती है सहयोग करने की क्षमता 

आशावादी  होना आपको पिछली चुनौतियों से आगे बढ़ना सिखाता है। पिछली चुनौतियों को स्थानांतरित करने में मदद कर सकता है, जिससे आप अस्थिर हुए बिना उनका मुकाबला करते हैं। बिना किसी भी चीज की परवाह किए।

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सुबह की शुरुआत अपनी क्षमताओं पर ध्‍यान केंद्रित करने से करें, क्‍या हुआ अगर गलती हो भी जाएं। चित्र : शटरस्टॉक

यह आपकी इम्‍यूनिटी को बूस्‍ट करती है 

सकारात्मक सोच बीमारी से लड़ने में मदद कर सकती है और आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देेती है।

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कौन जानता था कि खुश रहना हमारे शारीरिक स्वास्थ्य को भी प्रभावित कर सकता है? चित्र : शटरस्टॉक

वास्तव में, आशावाद संक्रामक बीमारियों के जोखिम से भी आपको बचाता है, जैसे श्‍वसन संबंधी रोग।

यह covid-19 जैसी महामारी के साथ डील करने में भी है मददगार 

सकारात्मक सोच चिंता को कम करती है, आपको बेहतर नींद में मदद करती है। जिससे आप और बेहतर करने के लिए प्रेरित होते हैं। खासतौर से कोविड-19 महामारी के इस अनिश्चित समय में हम बेहतर तरीके से अपने जीवन को संभाल पाते हैं।

अब आप यह तो जान ही गईं हैं कि आशावादी सोच यानी पॉजीटिव थिंकिंग आपके लिए जीवन के लिए अच्‍छी है। अब हम आपको बताते हैं कि आप इसे अपने जीवन में कैसे लागू कर सकती हैं –

1 खुद अपनी जांच करें

पूरे दिन, ध्यान दें कि किस वक्‍त आपके दिमाग में निगेटिव थॉट्स आने शुरू होते हैं। इसी समय पर फोकस करते हुए आपको खुद के लिए सकारात्‍मक अवसरों का निर्माण करना है। इससे आप नकारात्‍मक चीजों को हटा कर अपना ध्‍यान पॉजीटिव चीजों पर लगाने में सफल हो पाएंगे।

2 सक्रिय रहें

नियमित शारीरिक गतिविधि तनाव और चिंता को कम करने में मदद करती है, जिससे आपके लिए किसी भी चुनौती के बेहतर पक्ष को देखना आसान हो जाता है। हर दिन 30 मिनट का व्यायाम करने की कोशिश करें, और एक स्वस्थ आहार पर ध्यान केंद्रित करें जो आपके दिमाग और शरीर को पोषण देता है।

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3 मेडिटेशन करें

हर दिन केवल 10 मिनट मेडिटेशन करने से आप तनाव को नियंत्रित कर सकती हैं, चिंता को कम कर सकती हैं, अपने स्वास्थ्य में सुधार कर सकती हैं, और अधिक सकारात्मक सोच विकसित कर सकती हैं। माइंडफुलनेस आपके मानसिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए एक और शक्तिशाली उपकरण है।

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वास्तव में ध्‍यान ही वह राह है जिसके माध्यम से आप शांति का अनुभव करती हैं और सोच में स्पष्टता आती है। चित्र : शटरस्टॉक

4 सकारात्मक लोगों के साथ रहें 

यदि आपक कोई करीबी दोस्त, सहकर्मी या परिवार का सदस्य ऐसा है जो नकारात्मकता फैलाता है, तो उससे दूर रहें। क्‍योंकि नकारात्‍मक सोच संक्रामक होती है और यह आपके तनाव के स्तर को बढ़ा सकती है।

तो यह जरूरी है कि आप अपने आसपास उन लोगों को रखने की कोशिश करें जो सकारात्मक और सहायक हैं। जिन पर आप उपयोगी सलाह और प्रतिक्रिया देने के लिए भरोसा कर सकते हैं।

5 आभार का अभ्यास करेें 

कृतज्ञता तनाव को कम करने, हृदय स्वास्थ्य में सुधार करने और आपको बेहतर नींद देने में मदद कर सकती है। कहने की जरूरत नहीं कि अच्‍छी चीजों और अच्‍छे लोगों के प्रति प्रशंसा की भावना होना और उसे व्‍यक्‍त करना आपके जीवन को अद्भुत खुशियां दे सकता है।

संक्षेप में, कभी कभी ए‍क छोटी सी मुस्‍कान आपके जीवन को और सुंदर बना सकती है। हालांकि जीवन की जटिलताओं के बीच हमेशा पॉजीटिव रहना आसान नहीं होता। पर आपको जानना चाहिए कि यह आपके स्‍वास्‍थ्‍य पर बहुत अच्‍छा असर डालता है। इससे आप लंबी और सुंदर जिंदगी जी सकती हैं।

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