छुट्टियां खत्म मगर अभी तक है सुस्ती, तो जानिए पोस्ट वकेशन ब्लूज से निपटने का तरीका
क्रिसमय और नए साल की छुट्टियों का दौर खत्म हो चुका है। एक लंबे अवकाश के बाद अब काम पर लौटने का वक़्त आ गया है। हालांकि लंबे वीकेंड के बाद दोबारा काम पर लौटना काफी कष्टदायक होता है। आलस के कारण सुस्ती हमारे शेड्यूल को खराब कर देती है। पर इससे जूझने वाली आप अकेली नहीं हैं। दुनिया भर में कई लोग पोस्ट वकेशन ब्लूज (Post Vacation Blues) का सामना करते हैं। पर काम पर लौटना जरूरी है। इस तरह की भावनाएं अगर आपके लिए भी मुश्किलें पैदा कर रहीं हैं, तो यहां जानिए वकेशन ब्लूज या ट्रैवल हैंगओवर से निपटने के उपाय ।
चलिए जानते हैं कि क्या हैं वकेशन ब्लूज या ट्रैवल हैंगओवर?
ट्रैवल हैंगओवर यह शब्द सुनने में थोड़ा अजीब लग रहा होगा, इसलिए इसे पोस्ट वेकेशन ब्लूज के नाम से समझते हैं। यह एक प्रकार का अनुभव है, जो हम सभी को ट्रैवल करने या लंबी छुट्टियों से लौटने के बाद महसूस होता है। जब हम अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में फिर से सामान्य रूप से वापस लौटते हैं। साल 2010 में किए गए एक अध्ययन के अनुसार छुट्टी पर गए प्रतिभागियों की खुशी का स्तर कम हो गया जब वे दोबारा यात्रा कर अपने घर लौटे।
इससे निपटने में ये टिप्स करेंगे आपकी मदद
1 सोने के पैटर्न में करें सुधार
आपकी स्लीप साइकिल आपको पोस्ट वेकेशन ब्लूज से निपटने में मदद कर सकती है। इसके लिए आपको अपनी स्लीप साइकिल को समायोजित करना होगा। जिससे आपकी सर्कैडियन लय दोबारा पटरी पर आ सके।
आप जब कभी भी वेकेशन से लौट कर आएं तो पर्याप्त नींद लें। इससे आपका मूड फ्रेश रहेगा और काम करने में आप का मन लगेगा। यदि आपके पास आराम करने के लिए समय नहीं है, तो आप 1 दिन की छुट्टी लें और खुद को अगले दिन के लिए मेंटली प्रिपेयर करें।
2 अपने सामान को अनपैक करने में देरी न करें
जिस दिन आप अपने वेकेशन से लौट कर आए उसी दिन अपने बैग, सूटकेस और जरूरी सामान को अन पैक करें। जल्द से जल्द अपने सामान को एंड पैक करना एक बुद्धिमानी भरा काम है। जितना अधिक आप इसमें देरी करेंगे उतना ही आपको दैनिक जीवन के तौर-तरीकों के साथ तालमेल बिठाने में इस वक्त लगेगा। जितनी बार आप अपने बैग को देखेंगे आपको वकेशन से वापस लौट के आने का एहसास सताता रहेगा।
3 अपने आहार का रखें ध्यान
वेकेशन में हम अक्सर अपने खानपान को लेकर भारी लापरवाही बरतते हैं। अस्वस्थ खानपान और शरीर की वर्जिश कम हो जाना हमारे शरीर में आलस की स्थिति उत्पन्न कर सकता है। ऐसे में दोबारा अपने स्वस्थ आहार पर लौटें।
कई शोध इस बात की पुष्टि करते हैं कि आहार आपके आंत बैक्टीरिया को प्रभावित कर सकता है। इसके साथ ही यह आपके मूड को भी प्रभावित कर सकता है। जिससे मूड स्विंग होने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं। एनपीआर रिपोर्ट करता है कि एक हालिया अध्ययन से पता चलता है कि भूमध्यसागरीय आहार यानी मेडिटेरेनियन डाइट का पालन करने से अवसाद के लक्षण कम हो सकते हैं।
4 ऑफिस डायरी में नोट्स तैयार करें
यह काम पर लौटने और अपनी जिम्मेदारियों को ठीक से निभाने में आपकी मदद कर सकता है। अपनी ऑफिस डायरी को पलटें, उसमें आज के लिए जरूरी नोट्स बनाएं और टू डू लिस्ट चैक करें। कुछ फोन कॉल्स, कुछ ईमेल आपको फिर से गियर अप करने में मदद कर सकते हैं। तो फिर देर किस बात की, बस आलस छोड़िए और काम पर लौट आइए।
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