scorecardresearch

असफलता से निराश हैं, तो इन 5 आदतों में बदलाव लाकर सफलता की ओर बढ़ाएं कदम

अप्रेजल मंथ मार्च में प्रोफेशनल फ्रंट पर कुछ बड़ा हासिल नहीं किया है, तो निराश नहीं हों। एक्सपर्ट के बताये सुझावों के अनुसार, अपनी आदतों में ये 5 चेंजेज लाकर जीवन में ला सकते हैं बड़ा बदलाव।
Published On: 3 Apr 2023, 09:30 am IST
  • Google News Share
  • Facebook Share
  • X Share
  • WhatsApp Share
success paane ke trike
यह याद रखना जरूरी है कि सिर्फ एक बार सफल होने से जीवन भर सफल होने में मदद नहीं मिलेगी। चित्र : एडोबी स्टॉक

वित्त वर्ष को अगर सफलता-असफलता के पैमाने के रूप में विश्लेषित करें, तो आपने भी अपने आप काे समझ लिया होगा। किसी ने प्रोफेशनल फ्रंट पर बहुत बढ़िया अचीव किया होगा, तो कोई आशा के विपरीत कुछ भी हासिल नहीं कर पाया होगा। किसी के हाथ नेगेटिव पॉइंट्स ही आये होंगे। पर यह समय निराशा में गोते लगाने का नहीं है। पॉजिटिविटी से खुद को लैस करने का समय है। यह अपने-आप में बदलाव लाने का सबसे बढ़िया अवसर है। एक्सपर्ट कहते हैं कि खुद की आदतों में परिवर्तन लाने के प्रयास से सफलता जरूर मिलती है। सीनियर साइकोलोजिस्ट और इन्स्टाग्राम पर प्रसिद्ध प्रोग्राम थेरेपी बाय सानिया चलाने वाली डॉ. सानिया बेदी उन 5 आदतों के बारे में बताती हैं, जो आपका जीवन बदल सकते (life changing habits) हैं।

यहां हैं डॉ. सानिया के बताये वे पांच पॉवरफुल आदतें, जो आपके जीवन में बदलाव ला सकते हैं (life changing habits)

1 खराब क्षण को याद करते हुए पूरा दिन खराब न करें (Do not let a bad moment ruin your Day)

पूरे दिन में एक ऐसी घटना घट सकती है, जिसके बारे में आप पूरा दिन सोचती रह जाती हैं। मां लिया जाये कि ऑफिस में हुए अप्रेजल में आपको किसी प्रकार की प्रमोशन नहीं मिली। इसके कारण आप दिन भर चिंता में डूबी रहीं। कई बार आपको असफलता पर रोने का भी मन किया। यह सही नहीं है।

डॉ. सानिया कहती हैं कि कोई एक घटना को पूरा दिन खराब करने का कोई अधिकार नहीं है। अपने जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए सबसे पहले खराब क्षण को याद करते हुए पूरा दिन खराब नहीं करना है।

office work karen
बुरी घटना को भूल कर खुश रहने का प्रयास करें। चित्र : शटरस्टॉक

2 भावनाओं की अभिव्यक्ति (express your emotions)

अपने अंदर की भावनाओं को अभिव्यक्त करना भी सीखें। ऐसा नहीं करने पर कई तरह की भावनाओं का संग्रह मन में हो जायेगा। किसी भी तरह की चिंगारी मिलने पर आप भड़क भी सकती हैं। इस तरह से की गयी अभिव्यक्ति आपको बहुत नुकसान पहुंचा जाएगी। समय-समय पर अपने मन की बात जरूर कहनी चाहिए। किसी भी प्रकार की अभिव्यक्ति शान्तिपूर्वक होनी चाहिए।

3 अपने प्रति दयालु बनें (be kind to yourself)

अक्सर सबसे अधिक अपने मन की बातों को ही अनसुना करते हैं। यदि अपनी रुचि का कोई काम करना है या अपने पसंद की कोई बात कहनी है या भोजन करना है, तो अपनी इच्छा को तुरंत दबा लेते हैं। अपनी इच्छा, अपनी बात को कभी महत्त्व ही नहीं देते। सबसे पहले अपने मन की बात को महत्त्व देना चाहिए। विशेषज्ञ की राय में अपने प्रति दयालु होने पर ही दूसरों के प्रति बन (life changing habits) सकते हैं।

4 उपयोग में लाई जाने वाली चीजों और शब्दों के प्रति सतर्क रहें (be aware what you are consuming)

दिन भर में आप क्या खा रही हैं, किन-किन चीजों का उपयोग कर रही हैं, इन पर भी ध्यान दें। इस्तेमाल लायी जाने वाली चीजों या खाद्य सामग्रियों का भी आप पर बहुत प्रभाव पड़ता है। साथ ही यह भी जांचने की कोशिश करें कि बातचीत के दौरान आप किन-किन शब्दों का इस्तेमाल करती हैं। आपके कहे गए शब्द भी जीवन में बहुत कमल दिखा देते हैं। प्रोफेशनल या पर्सनल फ्रंट पर भी सोच-समझकर शब्दों का इस्तेमाल करें

office work environment
बोले जाने वाले शब्दों के प्रति सतर्क रहें। चित्र : शटरस्टॉक

5 छोटे कदम बड़ा परिवर्तन लाते हैं (try and make very small changes)

यह सच है कि एक बार में ही खुद में बड़ा परिवर्तन नहीं लाया जा सकता है। इसके लिए लगातार प्रयास करना होगा। धीरे-धीरे ही हमारी बुरी आदतें खत्म होती हैं और उनके स्थान पर अच्छी आदतें जन्म लेती हैं। इसलिए हडबडाने की बजाय धैर्य से काम लें। क्योंकि लक्ष्य की तरफ उठाए गये छोटे-छोटे कदम ही बड़ा परिवर्तन लाते हैं।

Pollपोल
स्ट्रेस से उबरने का आपका अपना क्विक फॉर्मूला क्या है?

यह भी पढ़ें :-आपके लिए तनाव और एंग्जाइटी का कारण बन सकती है हाइपर इन्डिपेंडेंस, जानिए इससे कैसे निपटना है

डिस्क्लेमर: हेल्थ शॉट्स पर, हम आपके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सटीक, भरोसेमंद और प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके बावजूद, वेबसाइट पर प्रस्तुत सामग्री केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। इसे विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। अपनी विशेष स्वास्थ्य स्थिति और चिंताओं के लिए हमेशा एक योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से व्यक्तिगत सलाह लें।

  • Google News Share
  • Facebook Share
  • X Share
  • WhatsApp Share
लेखक के बारे में
स्मिता सिंह
स्मिता सिंह

स्वास्थ्य, सौंदर्य, रिलेशनशिप, साहित्य और अध्यात्म संबंधी मुद्दों पर शोध परक पत्रकारिता का अनुभव। महिलाओं और बच्चों से जुड़े मुद्दों पर बातचीत करना और नए नजरिए से उन पर काम करना, यही लक्ष्य है।

अगला लेख