अक्सर आपने देखा होगा कि जब हमारा मन शांत नहीं होता या हमे बहुत ज्यादा गुस्सा आता है, तो इसका सीधा असर हमारी सेहत पर पड़ता है। यानी हमारा शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य एक दूसरे से जुड़े होते हैं। इसलिए अपने मन पर काबू पाना बेहद जरूरी है। अपनी कुछ आदतों में बदलाव करके हम अपने मन को शांत जरूर कर सकते हैं, लेकिन इसे एक्टिव बनाए रखने और ब्रेन की हेल्दी ग्रोथ के लिए कुछ एक्विटीज करना बेहद जरूरी है। इस समस्या का समाधान खोजते हुए इस लेख में हम ऐसी 5 एक्विटीज पर बात करेंगे, जो आपकी मेंटल हेल्थ को बेहतर बनाए रखने में आपकी मदद करेंगी।
तो चलिए जानते हैं ऐसे 5 एक्विटीज के बारें में, जो मेंटल हेल्थ को बेहतर बनाए रखती हैं
अपनी ब्रेन हेल्थ को प्राकृतिक रूप से स्वस्थ रखने के लिए मेडिटेशन करना एक बेहतर तरीका है। यह आपके मन और शरीर को शांत करने में मदद करता है। साथ ही चिंता और तनाव ही समस्याओं से बाहर आने में भी मदद करता है। पूरे दिन में सिर्फ कुछ मिनट के मेडिटेशन से आप एक्टिव महसूस कर सकती हैं।
हमारा शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य अप्रत्यक्ष रूप से एक-दूसरे से जुड़े होते हैं। इसीलिए शरीर पर पड़ने वाला प्रभाव मानसिक सेहत पर भी असर डालता है। अगर हम अपने शरीर को शारीरिक गतिविधि या किसी साधारण कार्य में भी व्यस्त रखते हैं, तो इससे हमारें ब्रेन सेल्स भी एक्टिव होकर बेहतर तरीके से काम करने से मदद करते हैं।
अपने माइंड को एक्टिव और तेज बनाए रखने के लिए खुद को अपडेट रखना बेहद जरूरी है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ की मानसिक स्वास्थ्य पर हुई एक रिसर्च में पाया गया कि एक से ज्यादा भाषा बोलने के कई लाभ पाए गए हैं। जो लोग दो भाषाओं के इस्तेमाल में पारंगत होते हैं, उनकी मेमोरी तेज और तर्कशक्ति मजबूत होती है। ऐसे लोग बड़े टास्क आसानी से कर सकते हैं, और बढ़ती उम्र के साथ मानसिक समस्याओं से बचे रहते हैं।
अपने मन को बेहतर तरीके से समझने के लिए अपनी पसंद गाने सुनना एक बेहतर तरीका है। अक्सर जब हम परेशान या बहुत गुस्से में होते हैं, तो कुछ मिनट भी अपने मनपसंद गाने सुनने से मन को शांत करने में मदद मिल सकती है। जर्नल ऑफ प्लॉस के मुताबिक साइलेंस म्युजिक की तुलना में हैप्पी म्युजिक सुनने से इनोवेटिव बनने में ज्यादा मदद मिलती है। यानी बेहतर गाने आपकी ब्रेन पॉवर बढ़ाने में मददगार हो सकते हैं।
ब्रेन को स्वस्थ बनाए रखने के लिए अपने सेंसिस पर काम करना बेहद जरूरी है। आपको ऐसी एक्टिविटी में शामिल होना चाहिए, जहां आप अपने सभी सेंसिस जैसे कि देखना, सुनना, छूना, टेस्ट करना, सूंघना आदि सभी पर एक साथ काम कर पाए। पबमेड सेंट्रल के मुताबिक अपने सभी सेंसिस को एक साथ काम में लाने से आपकी ब्रेन पॉवर स्ट्रांग होती है।
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