क्या दोस्तों और परिवार के बीच रहकर भी अकेला महसूस करती हैं? तो इसे जरूर पढ़ें

अकेलापन एक बहुत गम्भीर समस्या है और यह अवसाद का कारण भी बन सकती है। जानिए कैसे अकेलेपन से लड़ना है।
covid-19 mahamaari ne samajik duri ke saath akelapan bhi failaya hai
कोविड-19 महामारी ने सामाजिक दूरी के साथ-साथ अलगाव और अकेलापन भी बढ़ाया है।चित्र: शटरस्‍टॉक
टीम हेल्‍थ शॉट्स Updated: 10 Dec 2020, 11:46 am IST
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अकेले होना और अकेलेपन का होना दोनों अलग-अलग स्थिति हैं। हम में से कई लोग अकेले ही रहते होंगे, लेकिन अकेलेपन से परेशान नहीं हैं। और कई लोग सबके बीच होकर भी अकेला महसूस करते हैं। एकाकी होना सामान्य है, लेकिन मन का अकेलापन बहुत खतरनाक है। न केवल अकेलापन विकट परिस्थिति है, बल्कि अवसाद को जन्म भी दे सकता है।

लेकिन आपके अकेलेपन में हम आपको अकेला नहीं छोड़ेंगे। अकेलेपन से लड़ने के लिए कुछ सुझाव देती हैं पारस हॉस्पिटल गुरुग्राम की क्लीनिकल मनोचिकित्सक और मनोवैज्ञानिक डॉ प्रीति सिंह।

1. अकेले होने और अकेलापन होने में फर्क करना सीखें

अकेले आप तब होते हैं जब आपके आसपास कोई और नहीं होता। यह सिर्फ शारीरिक रूप से ही नहीं भावनात्मक रूप से भी हो सकता है। अगर आपके पास बात करने वाला कोई दोस्त नही है तो आप अकेले हैं।

अकेले होकर भी आप खुश हो सकते हैं पर अकेलेपन में नहीं। चित्र: शटरस्‍टॉक

अकेलापन तब होता है जब आपके पास सभी हैं- दोस्त भी हैं, परिवार भी है, आप उनसे अपनी बात कह सकते हैं, लेकिन कहना नहीं चाहते। सबके होते हुए भी जब आप अकेला महसूस करते हैं तब आप अकेलेपन से ग्रस्त होते हैं।

2. अपने अकेलेपन की वजह जानें

डॉ सिंह बताती हैं,”अगर आपको अकेलापन महसूस हो रहा है तो इसका अर्थ है कि आप खुद से लगाव नहीं कर पा रहे हैं। खुद को समझिए, अपनी पसंद नापसंद जानिए। समझिए कि आप किस तरह के लोगों के बीच, किस तरह की ऊर्जा के बीच रहना चाहते हैं। अपनी भावनाओं को समझें।”
आपके मन में शांति होगी तभी आप अकेलेपन से मुक्ति पा सकेंगे। खुद को समझें और फिर सोचें कि क्यों आप अकेलापन महसूस कर रहे हैं। आपको अपना जवाब मिल जाएगा।

3. अपने अतीत में झांके

जब आप अतीत के किसी दुखद पल या घटना से बाहर नहीं निकल पाते, तो आप अनजाने ही खुद को सबसे दूर कर लेते हैं। अपने अतीत को टटोलें और देखें कि ऐसी क्या घटना है जो आपके आज पर हावी हो रही है। एक बार जब आप उस दुर्घटना के नकारात्मक प्रभाव को खत्म कर देंगे, तो आपका अकेलापन अपनेआप दूर हो जाएगा।

पुरानी नकारात्‍मक बातों को सोचकर भावुक होना ठीक नहीं। चित्र: शटरस्‍टॉक

4. प्रोफेशनल मदद लें

आपका अकेलापन आपके जीवन को नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिए मदद मांगने में झिझक महसूस न करें। मनोचिकित्सक, थेरेपिस्ट, और काउंसलर वे प्रोफेशनल्स हैं जो इस स्थिति में आपकी सहायता कर सकते हैं। अगर आपको अपने अकेलेपन का कारण नही समझ आ रहा, तो मदद लेना ही सही विकल्प है।

याद रखें

सबसे जरूरी है खुद से प्यार करना और खुद के प्रति ईमानदार होना। समाज क्या सोचता है यह मायने नहीं रखता। अंततः आपकी खुशी ही मायने रखती है। जो लोग आपको पसंद आएं, उनके साथ समय बिताएं। दोस्त चुनते वक्त यह न सोचें कि लोग क्या कहेंगे। उन लोगों से दोस्ती करें जो आपको समझें और आगे बढ़ाएं।

अकेलापन बाहर से नहीं अंदर से मिटता है। पहले खुद को अपनाएं, फिर देखिए कैसे हर कठिनाई आसान लगेगी।

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