इमोशनल चीटिंग: क्या यह सेक्सुअल अफेयर से बेहतर है या नहीं?
हम एक ऐसे युग में रहते हैं जहां लोगों से मिलना सोशल मीडिया ऐप्स के माध्यम से स्क्रॉल करना जितना आसान है। हां, बस कुछ ही लोगों को स्वाइप किया और एक नया व्यक्ति आपके जीवन में प्रवेश कर सकता है। मगर समस्या तब उत्पन्न होती है जब यह आपके पार्टनर के साथ आपके संबंधों को प्रभावित करती है। यदि हाल ही में, किसी नए व्यक्ति के साथ आपकी दोस्ती किसी एक हद को पार कर गई है, जो आपके साथी के साथ भावनात्मक दूरी का कारण बनती है, तो यह चिंता का विषय है।
क्या आपके विचार और भावनाएं, किसी नए व्यक्ति की ओर केंद्रित हैं? क्या आप इस नई “दोस्ती” में अधिक जुड़ाव महसूस करते हैं? यदि इनमें से अधिकांश प्रश्नों का उत्तर हां है, तो आप भावनात्मक रूप से अपने साथी को धोखा दे रहे हैं!
यह समझने के लिए कि यह वास्तव में क्या है, हेल्थशॉट्स ने आईविल की वरिष्ठ नैदानिक मनोवैज्ञानिक ‘मीनाक्षी शिवरामकृष्णन’ से संपर्क किया।
यह प्लेटोनिक इंटीमेसी से किस प्रकार भिन्न है?
शिवरामकृष्णन कहती हैं – “एक महत्वपूर्ण अंतर इस तथ्य में निहित है कि दोस्त एक सहायक भूमिका निभाते हैं। अपने जीवनसाथी या साथी के अलावा किसी और के साथ समस्याओं, मुद्दों, जीवन के सपनों और अपने लक्ष्यों को साझा करना, आपके निजी रिश्ते को खराब कर सकता है। यह दिखाता है कि आप इस नए रिश्ते को ज़्यादा करीब रखने लगे हैं।
इमोशनल अफेयर में बार-बार संपर्क करना, कभी-कभी कुछ ऐसा साझा कर देना जो कि अनुचित है, तुलना करना, अपने दूसरे रिश्ते में एक साथ अधिक समय बिताना, गोपनीयता बनाए रखना और अपने साथी के साथ कम समय बिताना शामिल है।
वह आगे कहती हैं – “अपने साथी के अलावा किसी बाहर के व्यक्ति से इमोशनल सपोर्ट प्राप्त करना सही है, लेकिन गोपनीयता रखने से आपकी रोमांटिक लाइफ पर प्रभाव पड़ता है। इस प्रकार का लगाव खतरनाक या समस्याग्रस्त नहीं लग सकता है, क्योंकि आप शारीरिक होने के बारे में नहीं सोचते हैं। फिर भी इमोशनल चीटिंग आपके रिश्ते की नींव को हिला सकती है।”
यदि आप खुद को अपने रिश्ते के बाहर वह सपोर्ट और इंटीमेसी प्राप्त करते हुए पाते हैं, तो आपको अपने साथी की ज़रूरत महसूस नहीं होगी। इससे न केवल आपकी इमोशनल इंटीमेसी पर फर्क पड़ेगा बल्कि यह शारीरिक अंतरंगता को भी प्रभावित कर सकता है।
ऐसे में क्या ध्यान रखना चाहिए?
यह रिश्ते शुरुआत में तो बिना किसी फ़िज़िकल इंटीमेसी के शुरू होते हैं। मगर समय के साथ यह आसानी से रोमांटिक रिश्तों में बदल जाते हैं।
कुछ लोग तर्क देते हैं कि इमोशनल रिलेशन हानिरहित है क्योंकि यह कैजुअल चीटिंग से बहुत अलग होते हैं। मगर इनका असर किसी कैजुअल चीटिंग से ज़्यादा रिश्ते को प्रभावित करता है।
शिवरामकृष्णन कहती हैं, ” एक इमोशनल अफेयर किसी रिश्ते के लिए उतना ही खतरनाक हो सकता है, जितना कि एक शारीरिक संबंध।”
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कस्टमाइज़ करेंइमोशनल अफेयर के चरण:
सबसे पहले सिर्फ दोस्ती
एक दूसरे को पसंद करना
गोपनीयता की आवश्यकता
भावनात्मक रूप से निर्भरता
विशेषज्ञ कहती हैं – “भावनात्मक मामलों का सामान्य कारण एक साथी है, जो रिश्ते में खुद को पूरी तरह से व्यक्त करने में सक्षम नहीं है। किसी इमोशनल अफेयर को अपने रिश्ते को नष्ट करने देने के बजाय, यह जान लें कि सही संसाधनों, सीमाओं और समय के साथ चीजों को सुधारना संभव है।
ऐसे में क्या किया जा सकता है?
1. इमोशनल अफेयर खत्म करें और जिम्मेदारी को समझें
2. समझें कि ऐसा क्यों हुआ
3. विश्वास का पुनर्निर्माण करें
4. एक दूसरे के साथ अपनी भावनाओं को साझा करें
भले ही जानबूझकर किया गया हो या नहीं, इमोशनल चीटिंग बहुत दर्द का कारण बन सकती है।
शिवरामकृष्णन ने निष्कर्ष निकाला, ” इमोशनल चीटिंग का सामना करना कठिन है! मगर प्रभावी संवाद और रिश्ते में विश्वास को दोबारा कायम करने से रिश्ता सफल हो सकता है।”
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