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नए साल की छुट्टियों के बाद काम पर वापस लौट रहे हैं, तो जानिए इस एंग्जाइटी को कैसे डील करना है

हम छुट्टियों का बेसब्री से इंतजार करते हैं और इसे खूब खुल कर एन्जॉय करते हैं। पर जब ये खत्म होने लगती हैं तो हम सभी परेशान होने लगते हैं। और फिर एंग्जाइटी के शिकार होने लगते हैं। जानिए इससे कैसे उबरना है।
Published On: 4 Jan 2024, 06:58 pm IST
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post vacation anxity
पोस्ट-वेकेशन सिंड्रोम या पोस्ट-वेकेशन ब्लूज़ स्ट्रेस, चिंता और भय की अस्थायी भावना को कहा जाता है। चित्र- अडोबी स्टॉक

छुट्टियों के बाद जब हम वापस काम पर जाने के लिए अपने अलार्म को सेट करते हैं और अपने रुटीन में वापस जाने की सोचते हैं, तो एक भय सा हमारे अंदर आ जाता है। काम का ढेर और बहुत सारे ईमेल का जवाब देने की सोचकर ही हमें थकान और एंग्जाइटी होने लगती है। छुट्टियों के बाद अगर आपको भी काम पर जाने में इस तरह की चीजों का सामना करना पड़ रहा है, तो आपको पोस्ट वेकेशन सिंड्रोम हो सकता है। लेकिन डरे नहीं ये कोई बिमारी नहीं है। आज हम आपको कुछ टिप्स बताते हैं, जिससे आप छुट्टियों के बाद काम पर जाने के लिए बेहतर ढंग से तैयार हो सकते हैं।

क्या है पोस्ट वेकेशन सिंड्रोम?

पोस्ट-वेकेशन सिंड्रोम या पोस्ट-वेकेशन ब्लूज़ स्ट्रेस, चिंता और भय की अस्थायी भावना को कहा जाता है, जो लंबे समय से आपके द्वारा ली गई छुट्टी समाप्त होने और काम पर लौटने के करीब होने पर आपको होने लगती है।

यदि आपने कभी पोस्ट-वेकेशन सिंड्रोम का अनुभव किया है, तो आप अकेले नहीं हैं। जैपियर द्वारा कराए गए एक सर्वे के अनुसार, 87% वर्करों को छुट्टी लेने के बाद काम पर लौटने में डर महसूस होता है।

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87% वर्करों को छुट्टी लेने के बाद काम पर लौटने में डर महसूस होता है। चित्र- अडोबी स्टॉक

पोस्ट वेकेशन सिंड्रोम से कैसे निपटें (How to deal with post vacation syndrome)

अपनी यात्रा पर आराम के लिए समय निकालें

बहुत से लोग छुट्टियों का अधिक लाभ लेने के लिए अपने ट्रेवल करने के दौरान कई एक्टिविटी शामिल कर लेते है। लेकिन आपको ऐसा नहीं करना चाहिए।

2012 में हुए एक रिसर्च के अनुसार, जिन लोगों की छुट्टियां में अधिक आराम करते है, वे कम आराम करने वालों की तुलना में छुट्टियों के बाद स्वास्थ्य और अधिक सहज ढंग से काम पर जाते है।

ऐसे में आप सोने के लिए कुछ दिनों का समय निर्धारित करने और चीजों को आराम से करने पर विचार कर सकते हैं।

खुद को परिवर्तन का समय दें

बहुत से लोग छुट्टियों से वापस ही रविवार की देर रात को आते है जिसके बाद वे अपना कोई भी पहला काम सोमवार को ही करते है और उसी दि ऑफिस भी जाना होता है। ये आपके लिए मुश्किलों भरा हो सकता है। आपको अपनी वापसी के लिए शनिवार का समय निर्धारित करना चाहिए। रविवार को सुबह वाप लौटना चाहिए।

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स्ट्रेस से उबरने का आपका अपना क्विक फॉर्मूला क्या है?

यदि आपको रविवार को देर रात लौटना है तो सोमवार की छुट्टि ले सकते है। इससे आप अपने आप को छुट्टियों वाले दिन से वापस काम के रूटिन पर जाने के लिए समय दे पाएंगे। ये आपको रिचार्ज करने में भी मदद करता है।

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छुट्टियों से पहले थोड़ा अतिरिक्त काम करके, छुट्टियों के बाद वापस आना आसान बना सकते हैं। चित्र- शटरस्टॉक।

अपनी अगली यात्रा के बारे में प्लान करें

यदि एक और वर्ष के लिए यात्रा करने की योजना नहीं बना रहे हैं, तो भी अपनी विभिन्न यात्राओं के लिए यात्रा कार्यक्रम पर विचार करना या शोध करने से आपका ध्यान खत्म होने वाली वर्तमान छुट्टियों से हट सकता है।

आपकी अगली छुट्टियों के लिए कुछ विचारों के साथ, यह आपको यह याद दिलाने में मदद कर सकता है कि आगे करने के लिए हमेशा कुछ न कुछ होता है।

जाने से पहले अपने घर को साफ-सुथरा कर लें

छुट्टियों से पहले थोड़ा अतिरिक्त काम करके, छुट्टियों के बाद वापस आना आसान बना सकते हैं।

एक चीज जो बदलाव ला सकती है वह है स्वच्छ और व्यवस्थित घर में वापस आना। इस तरह, आप उन कामों से नहीं घबराएंगे जो आपको करने रहते है।

बिस्तर बनाने, बर्तन धोने, कूड़ा-कचरा बाहर निकालने और कपड़े साफ करने के लिए जाने से पहले थोड़ा अतिरिक्त समय निकालने पर जरूर विचार करें।

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डिस्क्लेमर: हेल्थ शॉट्स पर, हम आपके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सटीक, भरोसेमंद और प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके बावजूद, वेबसाइट पर प्रस्तुत सामग्री केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। इसे विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। अपनी विशेष स्वास्थ्य स्थिति और चिंताओं के लिए हमेशा एक योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से व्यक्तिगत सलाह लें।

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लेखक के बारे में
संध्या सिंह
संध्या सिंह

दिल्ली यूनिवर्सिटी से जर्नलिज़्म ग्रेजुएट संध्या सिंह महिलाओं की सेहत, फिटनेस, ब्यूटी और जीवनशैली मुद्दों की अध्येता हैं। विभिन्न विशेषज्ञों और शोध संस्थानों से संपर्क कर वे  शोधपूर्ण-तथ्यात्मक सामग्री पाठकों के लिए मुहैया करवा रहीं हैं। संध्या बॉडी पॉजिटिविटी और महिला अधिकारों की समर्थक हैं।

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