mental healthlove बात बात पर हंसना, घंटों फोन पर बातें करना और शाम होते ही आउंटिंग के लिए बाहर निकल जाना। इन आदतों से इन्ट्रोवर्ट पर्सनैलिटी वाले लोग बेहद दूर रहते हैं। वे अपने मी टाइम को ही क्वालिटी टाइम मानते हैं। खुद के साथ ज्यादा वक्त गुज़ारने वाले ऐसे लोग जागरूक, प्रगतिशील और थोड़े से भावुक होते हैं। अगर आप भी ऐसे लोगों के बारे में जानने के लिए उत्सुक हैं, तो ये पांच साइन देंगें आपकी पर्सनैलिटी का परिचय। जानते हैं वो 5 साइन, जो बताते हैं कि आप इन्ट्रोवर्ट हैं।
इस बारे में राजकीय मेडिकल कालेज हल्दवानी में मनोवैज्ञानिक डॉ युवराज पंत बताते हैं कि अंर्तमुखी होना एक तरह का व्यक्तित्व है। इन्ट्रोवर्ट एक टाइप की पर्सनैलिटी हैं, जो शर्मीलेपन से बिल्कुल जुदा है। दरअसल, शर्मीलापन एक प्रकार की भावना को कहते हैं। ऐसे लोगों को दूसरों से बात करने या मिलने में संकोच होता है। मगर इन्ट्रोवर्ट लोग बहुत ज्यादा भीड़भाड़ में खुद को असहज महसूस करने लगते हैं। ऐसे माहौल में उन्हें थकान होने लगती है।
अंतर्मुखी या इन्ट्रोवर्ट लोग बोलने से ज्यादा दूसरों को सुनने में विश्वास रखते है। वे न केवल अन्य लोगों की बातों को गौर से सुनते समझते हैं बल्कि उसके रिजल्टस पर विचार भी करते हैं। वे किसी को अपमानित करने या किसी की झूठी प्रशंसा करने से दूर रहते हैं। वो एक मैसेंजर के तौर पर काम करते हैं। जो अपनी किसी बात को व्यक्त करने के लिए घंटों का समय लेने की बजाय चंद मिनटों में उसे दूसरों तक पहुंचाने में विश्वास रखते हैं। ऐसे लोगों को समय की बर्बादी पसंद नहीं होती है।
हर समय दोस्तों से घिरे रहने की बजाय ये अधिकतर समय अकेले बिताना पसंद करते हैं। साथ ही इनके दोस्त भी कम होते हैं, मगर जो होते हैं, वे उम्र भर के लिए होते हैं। इन्हें रोज़ाना आउटिंग और पार्टी करना पसंद नहीं आता है। ऐसा नहीं है कि ये किसी बीमारी के शिकार होते हैं। मगर इनका व्यवहार औरों से जुदा होत है। ये इंटलएक्चुअल्स होते हैं, जो अधिकतर समय पढ़ने लिखने या दूसरों की मदद करने में बिताते हैं। वे कहीं न कहीं अपनी अलग दुनिया में खुश और संतुष्ट महसूस करते हैं।
ऐसे लोग सभी को बहुत प्यार और सम्मान देते हैं। मगर इनके इस स्वभाव को कुछ लोग इनकी कमज़ोरी मानने लगते हैं। दूरदर्शी होने के कारण कई बार लोगों को आपको समझना मुश्किल हो सकता है। ये लोग बेकार ऊर्जा बर्बाद करने की बजाय किसी न किसी काम में खुद को व्यस्त करके रखते हैं।
दूरदर्शी होने के कारण ये आसानी से किसी भी आने वाली परेशानी को भांप लेते हैं। इनका ये व्यवहार इन्हें औरों से अलग बनाता है। समझदार होने के नाते रो पीटकर या चिल्लाकर किसी समस्या का हल निकालने की बजाय वे सावधानीपूर्वक हर कदम उठाते हैं। वे भविष्य को लेकर हमेशा सतर्क रहते है। लोगों में उनकी अच्छी साख होती है।
अधिक चिंतन मनन के कारण ऐसे लोग किसी भी फैसले को तुरंत नहीं ले पाते है। हांलाकि सोचने समझने की अच्छी शक्ति होने के बाद भी डिसीज़न मेकिंग में इन्हें वक्त लगता है। वे भविष्य के साथ साथ पास्ट एक्पिरियेंस को भी याद रखते है। उन्ही के मुताबिक वे आगे कदम बढ़ाते है। कई बार वे इन लोगों के लिए नुकसान का कारण भी साबित हो सकती है।
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