हाल ही में ड्रग्स केस में हुए स्टार किड आर्यन खान की गिरफ़्तारी के बाद बॉलीवुड में हलचल मच गई हैं। यह पहला मामला नहीं हैं लेकिन ड्रग्स से संबंधित मामले तेजी से बढ़ रहें हैं। यह अच्छा संकेत नहीं हैं। ड्रग्स का सेवन आपको अंदर से खोखला और बीमार बना सकता हैं। यह ना केवल आपको शारीरिक रूप से बीमार बनाता हैं, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य को भी नुकसान पहुंचाता हैं। ड्रग्स के ओवरडोज से व्यक्ति की मौत भी हो सकती हैं। जानिए कि कैसे सभी प्रकार के ड्रग्स आपके नर्वस सिस्टम (nervous system) को प्रभावित करते हैं।
नशीली दवाओं के दुरुपयोग से आपका ब्रेन सही से काम करना बंद कर देता हैं। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑन ड्रग एब्यूज (NIDA) की रिपोर्ट है कि ब्रेन स्टेम (brain stem), लिम्बिक सिस्टम (limbic system ) और सेरेब्रल कॉर्टेक्स (cerebral cortex) सभी प्रभावित होते हैं। ब्रेन स्टेम आपके रोजाना जीवन के कार्यों को नियंत्रित करता हैं, जिसमें नींद, श्वास और हृदय गति शामिल है, जबकि लिम्बिक सिस्टम आपके ईमोशन को कंट्रोल करता हैं।
जितनी ज्यादा ड्रग्स का उपयोग किया जाता है, उतना ही वे ब्रेन स्टेम और लिमबिक सिस्टम को प्रभावित करेंगे। यह आपको अडिक्शन या लत्त का शिकार बना सकते हैं। इसके स्वास्थ्य पर कई दुष्प्रभाव हो सकते हैं।
यह न्यूरोट्रांसमीटर (neurotransmitter) मूड को नियंत्रित करता है। यह आनंद को बढ़ाता है, मूवमेंट, इनाम, व्यवहार, प्रेरणा और ध्यान को मजबूत करने में शामिल है।
यह न्यूरोट्रांसमीटर मूड को स्थिर करने और भावनाओं को नियंत्रित करने के लिए जिम्मेदार है।
GABA एक प्राकृतिक ट्रैंक्विलाइज़र के रूप में कार्य करता है, तनाव प्रतिक्रिया को कम करता है और चिंता के स्तर को कम करने के साथ-साथ सेंट्रल नर्वस सिस्टम के कार्यों को धीमा करता है।
एड्रेनालाईन के समान, नॉरपेनेफ्रिन को अक्सर “तनाव हार्मोन” (stress hormone) कहा जाता है, क्योंकि यह “फाइट-या-फ्लाइट” प्रतिक्रिया के जवाब में सेंट्रल नर्वस सिस्टम को प्रोत्साहन देता है। यह ऊर्जा के स्तर को बढ़ाते हुए फोकस और ध्यान भी रखता है।
मारिजुआना सबसे नियमित रूप से इस्तेमाल की जाने वाली अवैध ड्रग्स है। एनआईडीए (NIDA) की रिपोर्ट के अनुसार इसका उपयोग किशोरों और युवा वयस्कों में विशेष रूप से आम है।
यह आपकी अल्पकालिक स्मृति का प्रबंधन करता है, जिसका अर्थ है कि मारिजुआना का उपयोग हाल की घटनाओं की याद में बाधा डाल सकता है।
जब कोई मारिजुआना का अधिक सेवन करता है, तो उसके मोटर स्किल्स, मनोदशा में बदलाव, मेमोरी लॉस और स्पष्ट रूप से सोचने और समस्याओं को हल करने में परेशानी हो सकता हैं। ये सामान्य अल्पकालिक दुष्प्रभाव हैं। मारिजुआना मस्तिष्क में डोपामिन के स्तर में भी गिरावट लाता हैं, जिससे उनके व्यवहार में काफी बदलाव आ जाता हैं। मारिजुआना के मस्तिष्क पर कई दीर्घकालिक दुष्प्रभाव भी होते हैं, जो विशेष रूप से उन व्यक्तियों में प्रचलित हैं जो ब्रेन के पूरी तरह से विकसित होने से पहले ही इसका सेवन करने लगते हैं।
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कस्टमाइज़ करेंहेरोइन आपके ओपिओइड रिसेप्टर्स से बंधते हैं और डोपामाइन की रिहाई को ट्रिगर करते हैं। एक मायने में, ये दवाएं मस्तिष्क में लिम्बिक सिस्टम को हाईजैक कर लेती हैं। हेरोइन को सबसे तेज़ असर करने वाला ड्रग्स माना जाता है, जो लगभग तुरंत प्रभाव डालता है और इसे ज्यादा नशा बनता हैं।
जब कोई हेरोइन बार-बार लेता है, तो वे इसके प्रति सहनशीलता विकसित कर सकते हैं क्योंकि शरीर और ब्रेन को इसकी आदत हो जाती है। अधिक प्रभाव महसूस करने के लिए व्यक्ति तब ज्यादा हेरोइन ले सकते हैं। अडिक्शन के बाद ड्रग्स के बंद होने पर डोपामाइन का स्तर गिर जाता है।
कोकीन, मेथामफेटामाइन, और अन्य स्टिमुलेन्ट सेंट्रल नर्वस सिस्टम की गति को प्रभावित करते हैं। यह हृदय गति, शरीर के तापमान और रक्तचाप को बढ़ाते हैं जबकि ऊर्जा के स्तर, ध्यान, सतर्कता और जागरुकता को भी बढ़ाते हैं। वे भूख को भी दबाते हैं। कोकीन और मेथ, विशेष रूप से, अधिक नशा करते हैं क्योंकि वे तेजी से मस्तिष्क को डोपामाइन से भर देते हैं।
नशे के बाद आने वाला “क्रैश” महत्वपूर्ण हो सकता है, जिसमे व्यक्ति अत्यधिक थका हुआ, भूखा, चिड़चिड़ा, मानसिक रूप से भ्रमित और उदास महसूस करता है। इसके कारण हार्ट अटैक का भी जोखिम हो सकता हैं।
अतः इन ड्रग्स का सेवन बिल्कुल ना करें, क्योंकि यह आपको बीमार कर सकता हैं।
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