अगर आप अपने बढ़े हुए वजन से परेशान हैं, तो क्या कभी आपने सोचा है कि किसी को वजन कम होने या उसके स्मॉल ब्रेस्ट के लिए भी बुली किया जा सकता है! एक ही शेड की स्किन, एक ही नाप के हिप्स या एक ही तरह का कद-काठिया चाहना भी असल में बॉडी शेमिंग (body shaming) का ही हिस्सा है। और जाने -अनजाने हम सभी इसके शिकार हो जाते हैं। इन्हीं मुद्दों पर बॉलीवुड अभिनेत्री अथिया शेट्टी (Athiya Shetty) ने खुलकर बात की है। अथिया को बचपन में और उनकी किशोरावस्था में पतले होने के लिए बुली किया जाता था।
एक समाचार एजेंसी से बात करते वक्त अथिया ने बॉडी शेमिंग पर अपने अनुभवों को सांझा किया। 29 वर्षीय अभिनेत्री का मानना है कि मैगजीन कवर, फिल्म और सोशल मीडिया भी बॉडी शेमिंग (reasons body shaming occurs) को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
आप भी अपने जीवन में कई बार बॉडी शेमिंग की शिकार हुई होंगी। कभी अपने मोटापे (obesity) के लिए या कभी बहुत पतला (skinny body) होने के लिए। ऐसा लगता है मानो सुंदरता का एक मानदंड है, जिस पर खरे उतरना बहुत जरूरी है। एक टोंड और एवरेज बॉडी फिगर (toned figure) पाने के लिए आप बहुत सारी ट्रिक्स, एक्सरसाइज (exercise for toned body) और डाइट का पालन करते हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि कितनी बार आपको अपने आप को बदलने के लिए कहा जाता है?
कितनी मैगजीन, वेबसाइट और ऑनलाइन वीडियो में कुछ निर्धारित दिनों के अंदर वेट लॉस (weight loss plan) या वेट गेन प्लान (weight gain plan) बताए जाते हैं। यहां तक कि बाजार में मौजूद कई दवाइयां या सप्लीमेंट्स (weight loss pills) भी तुरतं वेट लॉस या वेट गेन को प्रमोट (weight gain supplements) कर रहे होते हैं। “स्लिमर बॉडी” पाना या “स्किनी बॉडी” से उभरना, ये सारे शब्द बॉडी शेमिंग का उदाहरण है।
कई कॉमेडी शो में भी शारीरिक ढांचें पर ही चुटकुले तैयार किए जाते हैं। दूसरी ओर दोस्तों के साथ किसी प्रकार से शारीरिक पहलुओं की आलोचना करना आदर्श और सामान्य बन गया है। इन्हीं बातों पर बॉलीवुड अभिनेत्री अथिया शेट्टी ने अपनी चुप्पी तोड़ी है और निजी अनुभवों को सांझा किया है।
अभिनेत्री अथिया शेट्टी कहती हैं,” मैं किसी के वजन, रूप-रंग, ऐसी किसी भी चीज पर टिप्पणी करने में विश्वास नहीं करती जो उनके आत्मविश्वास को ठेस पहुंचाता है।”
एएनआई (ANI) के साथ हुए साक्षात्कार में अभिनेत्री ने खुलासा किया कि उन्हें उनकी टीनेज में पतला होने के लिए ट्रोल किया गया था। बॉलीवुड में चार फिल्में कर चुकीं अथिया शेट्टी ने कहा कि हमेशा “दयालु होना महत्वपूर्ण” है क्योंकि हमारे शब्दों का लोगों के जीवन पर बड़ा “प्रभाव” पड़ सकता है।
वे आगे कहती हैं, “जब मैं छोटी थी, तब मैं बॉडी शेमिंग की शिकार हुई थी। आप नहीं जानते कि लोग किस लड़ाई का सामना कर रहे हैं और आप नहीं जानते कि उनकी इनसिक्योरिटी क्या है। मैं हमेशा मानती हूं कि अगर आपके पास कहने के लिए कुछ अच्छा नहीं है, तो कुछ न कहना ज्यादा बेहतर है। हमारे शब्दों का लोगों और हमारे रोजमर्रा के जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ता है।”
अथिया शेट्टी ने खुलासा किया कि वह बचपन और टीनेज के दिनों में अपनी शारीरिक बनावट के बारे में “बहुत चिंतित” हुआ करती थीं। लेकिन अब, वह बहुत बेहतर महसूस कर रही हैं क्योंकि उन्हें खुद पर भरोसा है।
“मैं बॉडी शेमिंग के साथ अब डील नहीं करती हूं। अपने बचपन और टीनेज में मैंने इसका सामना किया है। मैं तब भी अपने शरीर के प्रति सचेत थी, और आज भी हूं। लेकिन आज मैं बहुत बेहतर महसूस कर रहीं हूं क्योंकि मुझमें आत्मविश्वास है। लोग नहीं जानते कि बॉडी शेमिंग क्या है। उनका मानना है कि यह उन लोगों से संबंधित है जो अधिक वजन वाले हैं और यह ठीक भी नहीं है। पतले लोगों को भी बॉडी शेम किया जाता है और यह भी गलत है।”
उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि बहुत सारे लड़के और लड़कियां, पुरुष एवं महिलाएं हैं जो एक निश्चित शरीर पाने की ख्वाहिश रखते हैं। सोशल मीडिया और मैगज़ीन कवर के कारण एक निश्चित तरीके से बनने की कोशिश करते हैं, क्योंकि फिल्मों और रियलिटी शो में यही दिखाया जाता है। सुंदर के बहुत सारे झूठे विशेषण हैं और यह बहुत डरावना है। क्योंकि ज्यादातर लोग इसी मापदंड के पीछे दौड़ने लगते हैं।”
अथिया ने कहा, “रियल होना ही खूबसूरत है। खामियां होना भी ठीक है क्योंकि “इम्परफेक्ट होना अपने आप में परफेक्ट है। समाज को यह समझने में मदद करनी होगी कि सब एक जैसे नहीं हो सकते।”
इसलिए लेडीज, किसी और की तरह दिखने का प्रयास बंद करें। हर व्यक्ति खूबसूरत है और यही खूबसूरती की विविधता भी है।