Micro Cheating : बेवफाई नहीं, रिश्ते में माइक्रो चीटिंग के शिकार हो रहे हैं बहुत सारे लोग, पहचानिए इसके संकेत

छोटी छोटी बातों को छुपाना और झूठ बोलना रिलेशनशिप में ट्रस्ट खत्म कर देता है और इससे विश्वासघात बढ़ने लगता है। जानते हैं माइक्रो चीटिंग (Micro cheating) क्या है और किन संकेतों से इसका पता लगाएं।
Jaanein micro cheating kya hai
कहीं आप भी अपने रिश्ते में धोके की शिकार तो नहीं! चित्र : शटरस्टॉक
टीम हेल्‍थ शॉट्स Updated: 27 Feb 2024, 11:48 am IST
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रिश्तों को मज़बूत बनाए रखने के लिए उनमें विश्वास का होना आवश्यक है। मगर कई बार माइक्रो चीटिंग (Micro cheating) से हेल्दी रिलेशनशिप में दूरियां बढ़ने लगती है। व्यक्ति अपने पार्टनर को धोखा देने से पीछे नहीं हटता है और इससे रिश्ते में विश्वास खत्म होने लगता है। छोटी छोटी बातों को छुपाना और झूठ बोलना ट्रस्ट खत्म कर देता है और इससे विश्वासघात बढ़ने लगता है। जानते हैं माइक्रो चीटिंग (Micro cheating) क्या है और किन संकेतों से इसका पता लगाएं।

क्या है माइक्रो चीटिंग (What is Micro cheating)

इस बारे में बातचीत करते हुए रिलेशनशिप कोच दीपक शाह ने माइक्रो चिंटिंग के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि माइक्रो चीटिंग उसे कहते हैं, जिसमें एक व्यक्ति छोटे छोटे कार्यों से अपने पार्टनर का ट्रस्ट खोने लगता है। कई बार अपने पार्टनर को बिना बताए किसी दोस्त से छुपकर मिलना और देर रात तक टैक्स्ट मेसेज करना माइक्रो चीटिंग कहलाता है।

माइक्रो चीटिंग उस कंडीशन को कहते हैं, जब आप न तो पूरी तरह से पार्टनर को चीट करते हैं और न ही उनसे सभी बातें खुलकर साझा करते हैं।

Micro cheating kya hai
पार्टनर को बिना बताए किसी दोस्त से छुपकर मिलना और देर रात तक टैक्स्ट मेसेज करना माइक्रो चीटिंग कहलाता है। चित्र : अडोबी स्टॉक

माइक्रो चीटिंग के संकेत (Signs of Micro cheating)

1. फ्लर्ट करना

ऐसा नहीं है एक लड़की होकर लड़कों से दोस्ती नहीं कर सकते हैं। मगर पति की जानकारी के बिना अगर आप फ्लर्टी मैसेज भेज रहे हैं और रिसीव कर रहे हैं, तो ये पूरी तरह से गलत है। पार्टनर के अलावा किसी अन्य व्यक्ति से ऐसी इंटरैक्शन माइक्रो चीटिंग का एक संकेत हैं।

2. लंबे वक्त तक चैटिंग करना

फोन पर देर तक किसी अन्य व्यक्ति से छुपकर चैटिंग करना और उसे सिक्रेटली अपनी फोटोज़ और मैसेज भेजना चीटिंग की ओर ईशारा करते हैं। देर रात तक किसी अन्य के साथ फोन कॉल पर बढ़ने वाली एगेंजमेंट चीटिंग का साइन है।

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क्या पार्टनर का अतीत आपको भी परेशान कर रहा है? चित्र : शटरस्टॉक

3. इंटिमेंट बॉन्ड बिल्ड करना

कोई ऐसा दोस्त जो आपके करीब आने लगा है और पार्टनर की जानकारी के बिना आप उसके करीब जा रहे हैं, तो उससे रिश्ते को नुकसान पहुंचता है। किसी अन्य के साथ इंटिमेंट बॉन्ड स्थापित करना चीटिंग कहलाता है। इसके चलते पार्टनर की ओर रूझान कम होने लगता है, जिससे दोनों के मध्य दरार बढ़ जाती है।

4. सीक्रेसी बनाए रखना

हर व्यक्ति की अपनी पर्सनल जिंदगी है, जिसमें उसे अपने फैसेले लेने को पूरा अधिकार है। मगर कई बार व्यक्ति किसी खास से नाम बदलकर बात करने लगता है और कान्टेक्ट में उसका नंबर किसी अन्य नाम से सेव करके रखता है। इससे रिश्ते में झूठ धीरे धीरे बढ़ने लगता है।

माइक्रोचीटिंग से कैसे डील करें (Tips to deal with micro cheating)

1. बातचीत है ज़रूरी

अगर आप पार्टनर को माइक्रो चीट कर रही हैं, तो उचित समय देखकर अपने पार्टनर से बात करें और कंफैस करना बेहद ज़रूरी है। इससे रिश्ते को खराब होने से बचाया जा सकता है। इससे व्यक्ति लंबे वक्त से महसूस हो रहे गिल्ट और असहजता से बच सकता है।

2. रिश्ते को मज़बूत बनाएं

अपने पार्टनर से अपने रिश्ते को इस कदर मज़बूत बना लें कि कोई भी व्यक्ति उसमें न आ सके। दोनों में बढ़ने वाली दूरी के कारण को पहचाने और उस समस्या को दूर करने का प्रयास करें। अन्य व्यक्ति के लुक्स और बातें अगर आपकी अपनी ओर आकर्षित कर रही हैं, तो उस समस्या से डील करने का तरीका खोजें और अपने पार्टनर की कवालिटीज़ के बारे में सोचकर एक मज़बूत बॉन्ड शेयर करें।

healthy Relationship ke liye ek doosre ko samajhna jaroori hai.
अगर आपका पार्टनर आपको खुश रखने की कोशिश करता है, तो आपको भी उनके प्रयासों की रिस्पेक्ट करनी चाहिए। चित्र- अडोबी स्टॉक

3. ट्रस्ट को रीबिल्ड करें

किसी अन्य के साथ एंगेज होना पार्टनर के लिए बेहद परेशानी भरा हो सकता है। ऐसे में दोनों इस बात को समझें कि विश्वास को दोबारा कैसे कायम करें। साथ ही एक दूसरे की कमियों पर चर्चा कर उन्हें दूर करने का प्रयास करें।

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4. सीमाएं निर्धारित करें

कई बार पार्टनर की हर बात में दखलअंदाज़ी मिसअंडरस्टैण्डिंग का कारण साबित होती हैं। ऐसे में इस बात को तय करें कि कौन सी बातों पर दोनों की मंजूरी आवश्यक है। दरअसल, जब एक व्यक्ति दूसरे पर अपनी इच्छाएं थोपने लगता है, तो साथी खुद को बोझिल महसूस करने लगता है। ऐसे में सीमाएं निधार्रित करना ज़रूरी है।

माइक्रो चीटिंग से बचने के लिए इन स्टेप्स को फॉलो करें

अपने पार्टनर से हर बात खुलकर करें। किसी भी बात को छुपाना रिश्ते के लिए हानिकारक हो सकता है। अपने गलत व्यवहार और बातों की जिम्मेदारी लेना आवश्यक है।

हर वक्त फोन पर समय खराब करने की जगह दोनों लोगों का आपस में बातचीत करना ज़रूरी है और क्वालिटी टाइम अवश्य स्पैंण्ड करें।

रिश्ते में पारदर्शिता का होना आवश्यक है। करीबी दोस्तों से लेकर आउटिंग तक सभी चीजों को अपने पार्टनर से शेयर करना ज़रूरी है। इससे रिलेशनशिप में किसी भी प्रकार के इफ और बट से बचा जा सकता है।

किसी भी समस्या को शक में बदलने से पहले आपसी समझदारी से सुलझाना ज़रूरी है। रिश्ते में बढ़ने वाली मिसअंडरस्टैण्डिंग को दूर करें।

प्राइवेसी का गलत फायदा न उठाएं। अगर आपको पार्टनर आपकी निजी जिंदगी में कोई भी दखलअंदाजी नहीं कर रहा है, तो उसके व्यवहार का सम्मान करें।

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