ऑनलाइन डेटिंग की दुनिया हमें कई लोगों से मिलने के कई शानदार अवसर प्रदान करती है। मगर इसकी वजह से आप कैटफ़िशिंग की चपेट में भी आ सकती हैं। यह शब्द उन व्यक्तियों को संदर्भित करता है जो झूठी पहचान बनाकर, ऑनलाइन धोखाधड़ी के काम करते हैं। जी हां… कैटफ़िश होना वाकई में किसी के भावनात्मक स्वास्थ्य में बाधा डाल सकता है।
यह काफी दिल दहला देने वाला और चिंताजनक है कि आप जिस लड़के या लड़की से बात कर रही हैं, वह एक फ़्रौड हो सकता है। तो चलिये जानते हैं कि आप इससे कैसे बच सकती हैं।
कुछ कैटफ़िशर अपनी झूठी ऑनलाइन पहचान का उपयोग करके अपनी बेस्ट लाइफ जीते हैं और दूसरों के जसबातों के साथ खेलते हैं। इसलिए, यदि आप ऑनलाइन डेटिंग कर रही हैं, तो यह मानकर चलें कि आप जिससे बात कर रही हैं, वे पूरे तरह से सच्चे नहीं है। यह सोचने से आप हर कदम फूंक- फूंक कर रखेंगी।
ज़्यादा सावधान रहें यदि कोई व्यक्ति अपनी फोटो दिखाना नहीं चाहता है या आपसे मिलने की बात को टालता रहता है। भले ही ऐसा व्यक्ति आपको कैटफ़िश नहीं कर रहा है, मगर इनका यह रहस्यमयी व्यवहार आगे चलकर आपको दुख दे सकता है। इसलिए सावधान रहें, अपने मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य को प्राथमिकता दें।
अपनी गट फीलिंग को हमेशा सुनें। हमेशा उनका पूरा नाम पूछें, और इसेए इंटरनेट पर सर्च करें और इस नाम से आई सभी आईडी की जांच करें। उदाहरण के लिए, आपको खूजने पर एक ऐसे व्यक्ति की प्रोफ़ाइल मिलनी चाहिए जो कॉलेज प्रोफेसर होने का दावा करता है और है भी। हालांकि, यह कोई बहुत कारगर तरीका नहीं है, लेकिन काम कर सकता है।
कैटफ़िशिंग की बढ़ती जागरूकता को देखते हुए, आपको ऑनलाइन डेटिंग साइटों पर लोगों से उनकी आईडी या कोई प्रूव ज़रूर मांगना चाहिए। अगर वे आपको सबूत देने को तैयार नहीं हैं, तो गंभीरता से अपनी चॉइस पर विचार करें।
सच्चे लोग बिना किसी मकसद के बातचीत करने को तैयार रहते हैं। यदि आप यह सुनिश्चित करना चाहती हैं कि जिस व्यक्ति से आप बात कर रही हैं वह वही व्यक्ति है, तो आपको उनपर कड़ी नज़र रखनी होगी। किसी से कुछ देर बात करने के बाद वीडियो चैट सामान्य होती है। दोबारा, अगर कोई आपको उसे देखने से रोकता है, तो आपको सावधान हो जाना चाहिए।
किसी भी रिश्ते की तरह, ऑनलाइन डेटिंग में भी कुछ प्रगति होनी चाहिए। इसका मतलब है कि आपको फोन पर बात करनी चाहिए, एक-दूसरे को देखना चाहिए, वास्तविक जीवन में मिलना चाहिए। सब कुछ डिस्कस करना चाहिए। किसी से बात करने के लगभग तीन महीने के बाद, यदि वे आपको मिलने से मना कर दें, तो यकीनन उन्हें भूल जाएं। यहां कुछ गलत है!
कैटफ़िशर बहुत चालाक होते हैं, वे आपको फसा सकते हैं। कुछ कैटफ़िशर तुरंत आपकी व्यक्तिगत जानकारी लेने की कोशिश करेंगे। वे खुद बहुत अधिक व्यक्तिगत जानकारी का खुलासा करने से बचेंगे। ऐसे में सावधान हो जाएं।
अंत में, आपको साइबर डेटिंग के बारे में सब कुछ भूल जाना चाहिए और इस तथ्य को स्वीकार करना चाहिए कि इंटरनेट पर कैटफ़िशर हैं। इसलिए सतर्क और सावधान रहना महत्वपूर्ण है।
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