हर व्यक्ति किसी न किसी के साथ घनिष्ठ होना चाहता है। घनिष्टता या अंतरंगता (Intimacy) आम तौर पर लोगों के बीच निकटता को दिखाती है। यह संबंध व्यक्तिगत होते हैं। समय के साथ आप दूसरों से जब अधिक कनेक्ट होने लगती हैं, तो एक दूसरे के प्रति अधिक गहरी भावना महसूस कर सकती हैं। एक-दूसरे की देखभाल के बारे में भी सोच सकती हैं। एक- दूसरे के साथ अधिक सहज महसूस कर सकती हैं। जरूरी नहीं है कि यह लगाव सिर्फ भावनात्मक स्तर पर हो। यह फिजिकल लेवल पर भी हो सकता है। अंतरंगता(Intimacy) या घनिष्टता आपके संपूर्ण स्वास्थ्य पर पॉजिटिव रूप से प्रभाव (Benefits of intimacy for overall health) डाल सकता है।
अपने विचारों और भावनाओं को किसी ऐसे व्यक्ति के साथ साझा करें, जिनसे आप प्यार करती हैं। उनके प्रति आपके मन में सम्मान का भाव है।
यदि आप सेक्स के स्तर पर किसी के साथ इंटिमेट होने जा रही हैं, तो उनके बारे में सभी जानकारी पता कर लें। उनकी आदतों, व्यवहार, सेक्सुअली ट्रांस्मिटेड डिजीज के प्रति भी जागरूक रहें।
ध्यान रहे कि जल्दबाजी नहीं होनी चाहिए। समय के साथ ही किसी व्यक्ति के साथ अंतरंगता निर्मित होती है। यदि अन्तरंग होने के बाद आपको उनके बारे में किसी तरह की बुरी जानकारी मिलती है। तो सिवा पछताने के आपके हाथ में कुछ नहीं रहेगा।
यदि अन्तरंग होने वाले साथी से दुर्व्यवहार या हिंसा मिलती है, तो इससे आपको संकेत मिल गया। आपका रिश्ता संकट में है।
अंतरंगता आपके मानसिक स्वास्थ्य को लाभ पहुंचा सकती है। हार्मोन लेवल पर इसका पॉजिटिव प्रभाव पड़ता है। विशेष रूप से ऑक्सीटोसिन पर। इससे आपका तनाव दूर होगा। इंटिमेसी के दौरान यदि कोई आपका स्पर्श करता है, तो खुशी के हार्मोन डोपामाइन का सीक्रेशन अधिक होता है।
फिजिकल हेल्थ जर्नल में प्रकाशित शोध आलेख बताते हैं, यदि आपकी सर्जरी हुई है। सर्जरी के बाद आपके पास भावनात्मक लगाव रखने वाला व्यक्ति बैठता है, तो तनाव के स्तर में सुधार होता है। बेहतर उपचार और स्वस्थ व्यवहार से घाव जल्दी भरते हैं। इससे उम्र पर भी प्रभाव पड़ता है। अंतरंगता से आपकी उम्र भी लंबी हो सकती है। भावनात्मक लगाव शारीरिक स्तर पर प्रभावित कर सकता है। ऑक्सीटोसिन हॉर्मोन लेवल बढ़ता है।इससे ब्लड सर्कुलेशन सही होता है। ब्लड प्रेशर घटता है। हार्ट हेल्थ को बढ़ावा मिलता है।
जर्नल ऑफ़ सोशल एंड पर्सनल रिलेशनशिप में प्रकाशित शोध आलेख के अनुसार, यदि आप अकेली रह रही हैं, तो अंतरंगता यहां आपका अकेलापन दूर कर सकता है। यह अकेलेपन का मुकाबला कर सकती है। कुछ अध्ययन बताते हैं कि व्यक्ति समाज से कट कर अकेले जीने लगते हैं।
अकेलापन के कारण मृत्यु दर में बढ़ोत्तरी हुई है। सामाजिक अलगाव के पीछे निश्चित रूप से अंतरंगता की कमी जिम्मेदार है। अकेलापन हमारी सोच, नींद नहीं आने का कारण बनता है। यह मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को भी प्रभावित कर सकता है। वहीं यदि आप किसी व्यक्ति के साथ अन्तरंग हैं, तो यह सामाजिक अलगाव और अकेलेपन की भावनाओं को कम करने में मदद कर सकता है।
द इंटिमेट जर्नल के शोध आलेक के अनुसार, यदि आप सेक्स लेवल पर किसी के साथ इंटिमेट हैं, तो मस्तिष्क डोपामाइन, सेरोटोनिन और ऑक्सीटोसिन हॉर्मोन सीक्रेट करता है। ये सभी न्यूरोट्रांसमीटर हैं, जो खुशी और रिलैक्स होने की भावनाओं को बढ़ावा देते हैं। दूसरी ओर स्ट्रेस हार्मोन के लेवल में भी कमी आती है। रसायनों का यह प्राकृतिक प्रवाह अस्थायी रूप से अवसाद की भावनाओं में सुधार कर सकता है।
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