व्यक्ति के जीवन में सभी रिश्ते बेहद जरुरी होते हैं और हर रिश्ते की एक अलग अहमियत होती है। लेकिन व्यक्ति किसी एक व्यक्ति के साथ ऐसा ‘स्पेशल बॉन्ड’ बनाता है, जिसके साथ वह जीवन बिताना चाहता है। स्वभाविक रूप से ऐसे रिश्ते में दोनों पार्टनर्स का एक-दूसरे की इज्जत करना और उसके फ्यूचर गोल्स को समझना प्रेम प्रदर्शित करने का एक तरीका होता है। पर कुछ चीजें ऐसी भी हैं, जो एक रिश्ते में आपका आकर्षण कम कर सकती हैं। आइए जानते हैं उन चीजों के बारे में जिन्हें आपको रिश्ते में करना से बचना चाहिए।
अगर आप भी ऐसे ही किसी रिश्ते में पहले से ही हैं या जाने वालीं हैं, तो आपको अपनी बेहतर पर्सनालिटी बनाए रखने की आवश्यकता है। इस मुद्दे पर रिलेशनशिप एक्सपर्ट रुचि रूह बताती है कि अक्सर हम जिस व्यक्ति के साथ कंफर्टेबल होते हैं, उनके सामने बिना सोचे समझे कुछ भी बोल देते है। लेकिन यदि आप भी चाहतीं हैं कि आप अपने ‘समवन स्पेशल’ के सामने हमेशा एट्रेक्टिव बनी रहें, तो कुछ टिप्स फॉलो कर के आप ऐसा करने में सफल हो सकती है।
रिलेशनशिप में शिकायतों का होना बेहद आम है। लेकिन हमेशा शिकायतें करना उतना ही गलत है। रिलेशनशिप एक्सपर्ट रूचि रूह बतातीं हैं कि लगातार शिकायत करना रिश्तों पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है और रिश्तों को कमजोर कर सकता है।
यह नेगेटिविटी रिश्तों के बीच आपसी विश्वास और समर्थन को कमजोर करती है। साथ ही लगातार शिकायत करने से आपका और आपके पार्टनर का आत्मविश्वास कम होता है। यह नकारात्मक भावनाओं को पैदा करता है और विश्वास को घातक रूप से प्रभावित भी करता है।
साथ ही एक्सपर्ट बतातीं हैं कि लगातार शिकायत करने से आपके रिश्तों में दूरी बढ़ सकती है और एक-दूसरे के प्रति विशवास की कमी भी हो सकती है। जिसके कारण यह आपके रिश्तों को दुर्बल बना सकती है और उससे रिश्ते टूटने की संभावना हो सकती है।
दूसरे व्यक्ति से अत्यधिक अपेक्षा करना आपके रिश्ते को कमजोर बना सकता है क्योंकि इससे आपके पार्टनर पर काफी जिम्मेदारी का भार पड़ सकता है और इससे आपका पार्टनर मेंटली भी काफी परेशान हो सकता है। इस मामले पर रुचि बतातीं हैं कि यदि आप दूसरे व्यक्ति से अत्यधिक अपेक्षा करते हैं, तो वह उन पर दबाव डाल सकता है और उन्हें अधिक स्ट्रेस का सामना करना पड़ सकता है।
वहीं, कई बार ऐसा भी होता है जब एक पार्टनर सोचता है कि बिना कहें और बिना बोले ही उनका पार्टनर उनकी बात समझ लें, लेकिन जब ऐसा नहीं होता है तो यह भी रिश्ते में खटास डालने का काम करता है। इसलिए अत्यधिक अपेक्षा निराशा और असंतोष को बढ़ाती है, जिससे रिश्ते को खतरा हो सकता है।
इससे बचने के लिए, यह महत्वपूर्ण है कि आप अपने रिश्तों में संतुलन और समर्पण बनाए रखें, और दूसरे व्यक्ति की स्वतंत्रता और आत्म-समर्पण का समर्थन करें। सहमति, सहयोग, और संवाद भी महत्वपूर्ण हैं। यदि आपका दूसरे व्यक्ति के साथ समय समय पर वैचारिक मेलजोल रहता है तो यह रिश्ते को स्वस्थ रखने के लिए उपयोगी हो सकता है।
अपने भविष्य के बारे में सोचना और उसपर काम करना बहुत जरूरी है और जो व्यक्ति अपने ‘लाइफ गोल्स’ को पूरा नहीं कर पाता, वहीं व्यक्ति असफल कहलाता है। इसलिए अपने भविष्य के लिए काम करना बहुत जरूरी है। लेकिन अपनी महत्वकांक्षाओं और अपने संबंधों को संतुलित रखना भी जरूरी है। अत्यधिक महत्वकांक्षा रिश्तों में विश्वास और सम्मान की कमी कर सकती है।
हमेशा अपने काम में लगे रहने के कारण व्यक्ति का समय और ध्यान बंट जाता है, जिससे वे अपने रिश्तों को उचित समय और महत्व नहीं दे पाते।
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कस्टमाइज़ करेंआजकल के मॉडर्न युग में डिजिटल उपकरणों का प्रयोग बहुत अधिक बढ़ गया है। वर्कप्लेस में इन सभी चीज़ों का प्रयोग करने के बाद जब व्यक्ति फ्री होता है, फिर भी अपने मोबाईल फोन का प्रयोग करता ही रहता है। यदि आप भी अपने रिलेशन में कुछ ऐसा ही करतीं हैं, तो कहीं न कहीं यह आपके रिश्ते को प्रभावित कर रहीं है।
रिलेशनशिप एक्सपर्ट रुचि रूह के मुताबिक़, फोन और डिजिटल उपकरणों का अत्यधिक उपयोग करना रिलेशनशिप को नकारात्मक रूप से प्रभावित करता है और इसे खराब कर सकता है। क्योंकि अत्यधिक डिजिटल उपकरणों का उपयोग करने से व्यक्ति का समय अपने साथी से छिन जाता है, जिससे रिश्ते और प्यार में कमी आ सकती है।
इसके साथ ही सोशल मीडिया या इंटरनेट के जरिए देखे गए आदर्शों या जीवन शैली की तुलना रिश्तों में अन्यायपूर्ण तुलनाओं को उत्पन्न कर सकती है, जो आपके साथी के साथ संबंध में तनाव पैदा कर सकती हैं। वहीं, ज्यादा डिजिटल वक्त बिताने से व्यक्ति की भावनात्मक दूरी बढ़ सकती है, जिससे रिलेशनशिप में प्यार की कमी आ सकती है।
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