हर रिश्ते में कुछ कमियां होती हैं, लेकिन वह कमियां आपकी खुशियों पर हावी नहीं होनी चाहिए। रिश्ते में प्यार, सम्मान और अपने विचारों को व्यक्त करने की आजादी होनी चाहिए। टॉक्सिक रिश्तों में इनकी जगह आप हमेशा असुरक्षित महसूस करते हैं। आपको डर होता है कि आपकी बात का गलत मतलब निकाला जाएगा या आपको दोष दिया जाएगा।
टॉक्सिक रिश्ते के कई संकेत होते हैं और पार्टनर का डर होना सबसे प्रमुख होता है। हो सकता है यह रिश्ता आगे चलकर एब्यूजिव भी बन जाए। इसलिए आपको पता होनी चाहिए यह निशानियां जो बताती हैं कि आप एक टॉक्सिक रिश्ते में हैं।
अगर आप ऐसे विषैले रिश्ते में रहती हैं, तो आपके भावनात्मक स्वास्थ्य पर बहुत दुष्प्रभाव पड़ेगा। आप आजीवन एक ट्रॉमा से ग्रस्त हो जाएंगी। सावधान रहने से आप इस कष्ट और यातना से खुद को बचा सकती हैं। जब हर बात बहस या झगड़े का रूप ले ले और कोई झगड़ा सुलझे न, तो समझ लें कि आपका रिश्ता ठीक नहीं है।
ये हैं कुछ संकेत जो बताते हैं कि आप एक टॉक्सिक रिश्ते में हैं-
जब दो व्यक्ति एक-दूसरे को ताने देते हैं या कमियों को पॉइंट आउट करते हैं- समझ लीजिए यह बातचीत बहुत टॉक्सिक है। लगातर तंज कसना, ताने देना या बात करना ही बन्द कर देना टॉक्सिक रिश्ते की निशानी है। हर वक्त चिल्लाना, डांटना या ताने मरना- इस तरह रिश्ते काम नहीं करते।
अगर आपका पार्टनर हर वक्त आप को नियंत्रित करता है, आप कहां जाती हैं, कहां रहती हैं, फोन या मैसेज का रिप्लाई क्यों नहीं किया इत्यादि सवाल पूछते रहते हैं और आपके हर निर्णय में कमी निकालते हैं- तो यह टॉक्सिक रिश्ते के संकेत हैं।
याद रखें इस तरह का नियंत्रण ही आगे चलकर एब्यूज का रूप ले लेता है। एब्यूज सिर्फ शारीरिक ही नहीं होता, मानसिक भी होता है। अगर आपका पार्टनर आपको आपका फोन इस्तेमाल करने पर टोकते हैं, पैसों के इस्तेमाल पर सवाल उठाते हैं या घर में मौजूद गाड़ी का इस्तेमाल नहीं करने देते, तो इन्हें इग्नोर न करें। यह छोटी समस्या आगे चलकर बड़ी समस्या का रूप ले ले सकती है।
थोड़ी बहुत चिंता हर रिश्ते का हिस्सा होती है। लेकिन अगर आप अधिकांश समय तनाव में ही रहती हैं तो यह स्पष्ट संकेत है कि आपका रिश्ता टॉक्सिक है। इस रिश्ते को आगे बढ़ाने से पहले दो बार सोचें। यह तनाव बहुत जल्द एंग्जायटी का रूप ले सकता है और आपके मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा असर डाल रहा है।
हर रिश्ते में अपनी जरूरतों के साथ-साथ एक-दूसरे की जरूरत का भी ध्यान रखा जाना चाहिए। हर बार आप समझौता करें, यह एक स्वस्थ रिश्ते की पहचान नहीं है।
अगर आपको हमेशा उनकी बात माननी पड़ती है या अपने विचारों को दबाना पड़ता है, तो यह टॉक्सिक रिश्ते की निशानी है।
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कस्टमाइज़ करेंटॉक्सिक रिश्ते में आपकी पसन्द की गतिविधियों पर भी पाबंदी लगाई जाती है। आपकी हॉबीज, सेल्फ केयर और ऐसा कोई भी काम जो आपको पसन्द हो। आपको आपके दोस्तों और परिवार के साथ समय बिताने नहीं दिया जाता है, या आप खुद ही इससे बचती हैं। ताकि आपका पार्टनर गुस्सा न करें। यह निशानी है कि आपका पार्टनर बहुत टॉक्सिक है और यह रिश्ता आपके लिए सुरक्षित नहीं है।
यह महत्वपूर्ण है कि आपको टॉक्सिक रिश्ते से डील करना आता हो।
अगर आपको लगता है कि आपका रिश्ता टॉक्सिक है, तो उस रिश्ते से बाहर निकलने से बेहतर कोई उपाय नहीं है। अगर आपका कोई मित्र या रिश्तेदार टॉक्सिक रिश्ते में हैं, तो उनको भी उस रिश्ते से निकलने में मदद करें। सबसे महत्वपूर्ण है अपनी बात कहें, या दूसरों की समस्या को सुनें। अगर कोई अपने रिश्ते की शिकायत आपसे कर रहा है, तो उन्हें जज न करें। बल्कि उनकी स्थिति समझने की कोशिश करें।
एब्यूजिव व्यक्ति खुद को बदले, इसकी सम्भावना बहुत कम होती है। अगर आपको लगता है कि वह बदलना नहीं चाहते तो रिश्ते से बाहर निकल आएं क्योंकि यह आपके जीवन पर ही असर डालेगा। आपकी शारीरिक और मानसिक शांति सबसे जरूरी है। इसलिए अपने भविष्य और बेहतरी के लिए निर्णय लेना सीखें।