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क्या आप भी हर समय चिंतित रहती हैं? तो अपनी मेंटल हेल्थ के लिए तुलसी की चाय का करें सेवन

तुलसी की चाय हम सभी की फेवरेट है! खैर, आपको बता दें कि यह आपकी मेंटल हेल्थ के लिए बेहद फायदेमंद साबित हो सकती है। हम बता रहे हैं कैसे।
Updated On: 23 Oct 2023, 09:57 am IST
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tulsi ki chay ke fayde
तुलसी के पौधे को ओसिमम सेंक्टम एल के नाम से भी जाना जाता है, जो बॉडी और माइंड के लिए एक टॉनिक के रूप में कार्य करता है। चित्र : शटरस्टॉक

तुलसी भारतीय संस्कृति का एक अभिन्न अंग है। यह कई आयुर्वेदिक उपायों में एक मुख्य घटक के रूप में इस्तेमाल की जाती है। साथ ही, ठंड के मौसम में अदरक और तुलसी कि चाय हमें गर्म रखती है। ओह, और यह आपको तुरंत रिचार्ज भी करती है।

इससे पहले कि हम आपको इसके बारे में और बताएं, आइए पहले तुलसी के पोषण मूल्यों के बारे में जानें। इसे ‘जड़ी बूटियों की रानी’ कहा जाता है। आखिरकार, यह विटामिन A और C, कैल्शियम, जिंक, आयरन और क्लोरोफिल से भरपूर होती है।

तुलसी एक एंटी एंग्जाइटी पिल की तरह है

तुलसी एंग्जाइटी को कम करने में मदद कर सकती है, क्योंकि यह एडाप्टोजेन के रूप में कार्य करती है। यह एक प्राकृतिक पदार्थ है जो आपके शरीर को तनाव के अनुकूल होने में मदद करता है। साथ ही, आपके मानसिक स्वास्थ्य के लिए लाभ प्रदान करता है।

mental health ke liye tulsi ki chai
मेंटल हेल्थ के लिए फायदेमंद है, तुलसी की चाय। चित्र : शटरस्टॉक

हम अपने दैनिक जीवन में विभिन्न तनावों के अधीन होते हैं। फिर चाहे वे भौतिक भावनात्मक। The Clinical Efficacy and Safety of Tulsi in Humans: A Systematic Review of the Literature से पता चला है कि तुलसी पर्यावरण-प्रेरित तनाव परिदृश्यों के संपर्क में आने पर धीरज बढ़ाने में मदद करती है। मनुष्यों और जानवरों दोनों ने कम तनाव, यौन स्वास्थ्य के मुद्दों, नींद की समस्याओं और भूलने की बीमारी को दिखाया।

इतना ही नहीं – जर्नल ऑफ आयुर्वेद एंड इंटीग्रेटिव मेडिसिन के अनुसार, तुलसी में एंटीडिप्रेसेंट और एंटी-एंग्जाइटी गुण होते हैं। एक अध्ययन के अनुसार, यह पाया गया कि जिन लोगों ने प्रतिदिन कम से कम 500 मिलीग्राम तुलसी का अर्क लिया, उनमें एंग्जाइटी और अवसाद में कमी देखने को मिली।

पीयर-रिव्यू जर्नल, एविडेंस-बेस्ड कॉम्प्लिमेंटरी एंड अल्टरनेटिव मेडिसिन में प्रकाशित 2017 के एक अध्ययन के अनुसार, तुलसी मस्तिष्क में न्यूरो-संज्ञानात्मक प्रभाव (neuro-cognitive effects) दिखाती है। जिसमें एक बेहतर मूड और बेहतर अनुभूति शामिल है।

tulsi ki chay
जानिए तुलसी की चाय के फायदे। चित्र: शटरस्टॉक

इसके अलावा, चूंकि तुलसी की चाय कैफीन मुक्त होती है, इसलिए इसका रोजाना सेवन किया जा सकता है। कुछ अध्ययनों से यह भी पता चलता है कि इस चाय की चुस्की लेना योग की तरह है, और आपके दिमाग और शरीर को आराम देता है।

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बेहतर नींद और बेहतर मूड

अब जब आप अपने मानसिक स्वास्थ्य के लिए तुलसी के चमत्कारों को पहले से ही जानते हैं, तो आपको बेहतर नींद के लिए तुलसी के चमत्कारी गुणों को अपनाना चाहिए। दिन के दौरान आप जो भी तनाव सहते हैं, वह आपके दिमाग और शरीर को गलत तरीके से उत्तेजित कर सकता है, और आपको पूरी रात जगाए रख सकता है।

कोर्टिसोल का स्तर हर सुबह 6-8 बजे से बढ़ता है, ताकि आप स्वाभाविक रूप से जाग सकें। मगर जब आप अत्यधिक तनाव में होते हैं, तो आपका शरीर इन स्पाइक्स का अनुभव बहुत पहले कर लेता है। तुलसी आपके शरीर में कोर्टिसोल के स्तर को नियंत्रित करती है, ताकि आप पूरी रात चैन की नींद सोएं।

तो, हर सुबह तुलसी की चाय पीना न भूलें!

यह भी पढ़ें : डेंगू-मलेरिया से बचाव और उपचार में मददगार हो सकते हैं ये 5 आयुर्वेदिक हर्ब्स

डिस्क्लेमर: हेल्थ शॉट्स पर, हम आपके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सटीक, भरोसेमंद और प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके बावजूद, वेबसाइट पर प्रस्तुत सामग्री केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। इसे विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। अपनी विशेष स्वास्थ्य स्थिति और चिंताओं के लिए हमेशा एक योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से व्यक्तिगत सलाह लें।

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टीम हेल्‍थ शॉट्स
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