हमारे शरीर को ही नहीं, बल्कि मस्तिष्क को भी एनर्जी की काफी आवश्यकता होती है। वर्क फ्रॉम होम के दौरान आपने भी यह महसूस किया होगा कि अब आपके शरीर से ज्यादा आपका दिमाग थक रहा है। असल में मस्तिष्क आपके महसूस करने और सोचने के तरीके के साथ-साथ आपकी मनोदशा, स्मृति, अभिव्यक्ति के साथ शरीर के अन्य अंगों की गतिविधि को नियंत्रित करने की जिम्मेदारी भी है। इसलिए आपको उन पोषक तत्वों पर भी ध्यान देना होगा, जिनकी जरूरत आपके मस्तिष्क को है। हम आपको ऐसे 5 बीजों (Seeds) के बारे में बताने वाले हैं, जो मस्तिष्क को ऊर्जा, एकाग्रता, और स्मृति बढ़ाने में मददगार हो सकते हैं।
भागदौड़ भरी जीवनशैली में हम समग्र पोषक तत्वों पर ध्यान नहीं दे पाते। इन सूक्ष्म पोषक तत्वों की आपूर्ति में बीज महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। बीजों में मैग्नीशियम, विटामिन ई और जिंक जैसे विटामिन और खनिज होते हैं। कुछ बीज प्रोटीन के भी अच्छे स्रोत बताए गए हैं। जो आपके मैक्रोन्यूट्रिएंट लक्ष्यों को पूरा करने में भी आपकी मदद कर सकते हैं। जबकि इनसे प्राप्त होने वाला अमीनो एसिड बिल्डिंग ब्लॉक्स आपके मस्तिष्क और मांसपेशियों की मरम्मत के लिए लाभदायक होता है।
आयुर्वेद में कई बीजों को दवा के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है। इनमें कद्दू के बीज का चूर्ण पेट से जुड़ी समस्याओं और हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मददगार होते हैं। सभी बीज ओमेगा 3 जैसे स्वस्थ वसा के समृद्ध स्रोत हैं। इसके अलावा, बीजों में ओमेगा 3 से ओमेगा 6 का आदर्श अनुपात होता है। यह आपके मस्तिष्क की कोशिकाओं के स्वास्थ्य को ऑक्सीडेटिव नुकसान से बचाने के लिए सूजन को नियंत्रित करने में मदद करता है।
अमेरिकन फिजियोलॉजिकल एसोसिएशन के एक शोध में बताया गया कि अलसी के बीजों में दो प्रकार के आहार फाइबर होते हैं – सॉल्युबल और इनसोल्यूबल। जो एक विविध माइक्रोबायोम का समर्थन करने में मदद करते हैं।
सॉल्युबल फाइबर आपकी बड़ी आंत में लाभकारी बैक्टीरिया के लिए ईंधन है। ये बैक्टीरिया महत्वपूर्ण न्यूरोट्रांसमीटर जैसे सेरोटोनिन, जीएबीए, डोपामाइन, एसिटाइलकोलाइन और मेलाटोनिन का उत्पादन करते हैं। जो मस्तिष्क मूड और अनुभूति को नियंत्रित करने के लिए उपयोगी हैं।
सिर्फ एक चम्मच अलसी बीज में 2 ग्राम फाइबर साथ ही एक प्रकार का ओमेगा 3 होता है, जिसे अल्फा लिपोइक एसिड (ALA) कहा जाता है।
द जर्नल ऑफ न्यूट्रीशन में एक अध्ययन का जिक्र किया गया है, जिसके अनुसार एक अलसी बीजों में एक प्रकार का पॉलीफेनॉल होता है। इसे लिग्नांस कहा जाता है। यह पोस्टमेनोपॉज़ल महिलाओं में बेहतर संज्ञानात्मक कार्य से जुड़ा हुआ है।
कद्दू के बीज में मैग्नीशियम, जिंक, कॉपर और आयरन होता है। यह सभी खनिज मस्तिष्क के स्वास्थ्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। एनसीबीआई पर मौजूद डाटा के अनुसार स्वस्थ मस्तिष्क और नर्वस सिस्टम के लिए मैग्नीशियम आवश्यक है। कम मैग्नीशियम का स्तर अल्जाइमर, माइग्रेन, चिंता और अवसाद जैसी न्यूरोलॉजिकल समस्याओं से संबंधित स्वास्थ्य समस्याओं को बढ़ा सकता है ।
सूरजमुखी के बीजों में भारी मात्रा में विटामिन ई पाया जाता है। इन बीजों का मात्र एक चौथाई कप 80% से भी ज्यादा विटामिन ई की डेली खुराक प्रदान करता है। यह एक महत्वपूर्ण एंटीऑक्सीडेंट है, जो तनाव के कारण कोशिकाओं को होने वाले नुकसान से बचाता है। एनसीबीआई की एक अन्य रिसर्च के अनुसार मस्तिष्क ऑक्सीडेटिव तनाव के लिए अतिसंवेदनशील होता है, जो उम्र के साथ बढ़ता है। इस जोखिम से बचाने में सूरजमुखी के बीज मददगार हो सकते हैं।
2 बड़े चम्मच चिया सीड में 10 ग्राम फाइबर 5 ग्राम प्रोटीन और 9 ग्राम फैट मौजूद होता है। प्राचीन काल में योद्धा इसका सेवन किया करते थे। चिया में अलसी के समान अल्फा-लिनोलेनिक एसिड (ALA) भी होता है।
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कस्टमाइज़ करेंभांग के बीज प्लांट प्रोटीन, एंटीऑक्सीडेंट, ओमेगा फैटी एसिड, विटामिन ई और खनिजों से भरपूर होते है। मस्तिष्क के बेहतर विकास और न्यूरोट्रांसमीटर के कार्य के लिए प्रोटीन जरूरी होता है। एसिटाइलकोलाइन और सेरोटोनिन न्यूरोट्रांसमीटर तंत्रिका और मस्तिष्क कोशिकाओं को संचार अनुकूलित करने में मदद करते हैं। हैम्प सीड्स इस जरूरी प्रोटीन का बेहतरीन स्रोत हैं।
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