दिन प्रतिदिन लोग मानसिक रूप से बीमार होते जा रहे हैं। बढ़ता तनाव, एंग्जाइटी और डिप्रेशन लोगों के मानसिक स्वास्थ्य को बुरी तरह से प्रभावित कर रहा है। हमारे शरीर के सभी फंक्शन दिमाग से जुड़े होते हैं, ऐसे में जब आप मानसिक रूप से परेशान होती हैं तो आपके सभी कार्य धीरे-धीरे प्रभावित होने लगते हैं और नियमित दैनिक दिनचर्या पर भी इसका बेहद नकारात्मक असर पड़ता है। एक स्वस्थ जीवन शैली के लिए दिमाग का संतुलित रहना बेहद महत्वपूर्ण है।
ब्रेन हेल्थ को बनाए रखने के लिए आपको विशेष रूप से कुछ भी नहीं करना है। एक्सरसाइज, एक बेहतर लाइफस्टाइल स्ट्रेस मैनेजमेंट के साथ ही आपके किचन में मौजूद ये खास हर्ब्स (herbs to improve memory) मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने में आपकी मदद कर सकते हैं। तो चलिए आज हेल्थ शॉट्स के साथ जानते हैं, ऐसे ही कुछ हर्ब्स के बारे में।
आयुर्वेद में हल्दी का इस्तेमाल सालों से औषधीय रूप से होता चला आ रहा है। इसमें कर्क्यूमिन नामक एक कंपाउंड मौजूद होता है, जिसमें एंटीऑक्सिडेंट और एंटी इन्फ्लेमेटरी प्रॉपर्टी पाए जाते हैं। यह ऐसी दो प्रॉपर्टीज हैं जो मानसिक स्वास्थ्य को बेहद लाभ पहुंचाती है।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन द्वारा 2010 में प्रकाशित हल्दी मस्तिष्क के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में सक्षम है। बीटा-एमिलॉइड (प्रोटीन का एक टुकड़ा) मस्तिष्क को साफ करके अल्जाइमर रोग को रोक सकती है।
इसके साथ ही हल्दी ब्रेन के नर्व सेल्स को टूटने से रोकती है और ब्रेन को स्वस्थ रखते हुए मानसिक बीमारीयों में कारगर मानी जाती है।
नोट: हल्दी के अवशोषण को बढ़ाने के लिए काली मिर्च को डाइट में जरूर शामिल करें।
पब मेड सेंट्रल द्वारा 2010 में किए गए एक अध्ययन के अनुसार अश्वगंधा को बीटा-एमिलॉयड सजीले टुकड़े के गठन को रोकने के लिए प्रभावी माना गया है।
अश्वगंधा ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करते हुए मस्तिष्क को लाभ पहुंचा सकती है। ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस अल्जाइमर और डिमेंशिया जैसी दिमाग से जुड़ी विभिन्न प्रकार की बीमारियों का कारण बन सकता है।
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पेपरमिंट की तरह, रोजमेरी एसेंशियल ऑयल भी ब्रेन फंक्शन को इंप्रूव करने में प्रभावी रूप से काम करता है। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन द्वारा प्रकाशित एक स्टडी के अनुसार रोजमेरी एसेंशियल ऑयल को सूंघने से इसमें मौजूद टेरपेन नामक कंपाउंड आपके ब्लड फ्लो में प्रवेश करते हैं और वे सीधे आपके मस्तिष्क को प्रभावित कर सकते हैं।
8 वयस्कों पर किये गए एक और छोटे अध्ययन से पता चला कि रोजमेरी के अर्क वाले 250 एमएल पानी के सेवन से कम्प्यूटरीकृत संज्ञानात्मक कार्य बेहतर नजर आएं।
2016 में रिसर्च गेट द्वारा किए गए एक अध्ययन के अनुसार केसर अल्जाइमर रोगियों के याददाश्त में सुधार कर सकता है। इसके अलावा, ईरान में तेहरान विश्वविद्यालय में कई अध्ययनों में पाया गया कि हल्के से मध्यम अवसाद वाले लोगों के इलाज में केसर एंटीडिप्रेसेंट दवा के रूप में काम कर सकता था। डिप्रेशन स्मृति समस्याओं और भूलने की बीमारी से जुड़ा हुआ है।
लेमन बाम को अक्सर चाय के रूप में लिया जाता है, साथ ही इसे चिंता और अनिद्रा को कम करने के लिए भी उपयोग किया जाता है। लेमन बाम संज्ञानात्मक कार्य को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन द्वारा प्रकाशित अध्ययन की माने तो लेमन बाम याददाश्त से जुड़ी समस्याओं में बेहद कारगर हो सकता है।
2003 में जर्नल ऑफ़ न्यूरोलॉजी, न्यूरोसर्जरी और साइकियाट्री में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, हल्के से मध्यम अल्जाइमर रोग वाले 42 रोगियों ने चार महीने तक प्लेसबो और लेमन बाम का अर्क लिया। अध्ययन के अंत में, लेमन बाम दिए जाने वालों के ब्रेन फंक्शन और याददाश्त में सुधार देखने को मिला।
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