क्या आपने महसूस किया है कि जिस सप्ताह आप पर काम का बोझ अधिक होता है या आप किसी तरह के तनाव से घिरी होती हैं, उस सप्ताह आपका चेहरा उदास और बेजान नजर आता है! जी हां, ये तनाव के संकेत हैं जो आपके चेहरे पर सबसे पहले नजर आते हैं। अगर इन्हें लगातार इग्नोर किया जाए, तो आप उम्र से पहले बुढ़ापे का सामना कर सकती हैं। समय रहते तनाव को कंट्रोल करना क्यों जरूरी है, आइए जानते हैं इस बारे में विस्तार से।
एक तनावपूर्ण स्थिति या लंबी बीमारी आपको न केवल शारीरिक रूप से थकाती है, बल्कि मानसिक रूप से भी कमजाेर और उदास कर सकती है। जिसका असर आपके संपूर्ण स्वास्थ्य पर नजर आता है। विशेषज्ञ मानते हैं कि क्रोनिक स्ट्रेस अर्ली एजिंग का कारण बनता है। जिससे आपके बाल, चेहरा और त्वचा अपनी रंगत खोने लगते हैं।
जब आप तनावग्रस्त होते हैं, तो आपका शरीर फाइट-या-फ्लाइट मोड के साथ प्रतिक्रिया करता है। यह एक हार्मोनल गतिविधि है, जो आपके स्वास्थ्य को बर्बाद कर सकती है। इसका कहर सिर्फ आपके आंतरिक स्वास्थ्य को प्रभावित नहीं करता है। बल्कि कई तरीकों से आपकी त्वचा पर भी असर डालता है।
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तनाव आपकी त्वचा पर जल्दी झुर्रियों का कारण भी बनता है, इस बारे में और विस्तार से बात कर रहे हैं डॉ. आशुतोष श्रीवास्तव ने। डाॅ श्रीवास्तव सीनियर क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट हैं।
डॉ. आशुतोष श्रीवास्तव बताते है कि “टेलोमेरेस हमारे गुणसूत्रों (chromosomes) के सिरों पर सुरक्षात्मक कैप होते हैं, जो हर बार हमारी कोशिकाओं के विभाजित होने पर छोटे हो जाते हैं। तनाव के कारण टेलोमेरेस अधिक तेजी से छोटे हो सकते हैं, जिससे सेलुलर उम्र बढ़ने और उम्र से संबंधित बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है।”
पुराने तनाव से पूरे शरीर में निम्न-श्रेणी की सूजन हो सकती है, जो ऊतकों और अंगों को नुकसान पहुंचा सकती है और पुरानी बीमारियों के विकास में योगदान कर सकती है। जिससे आपकी त्वचा पर उम्र बढ़ने के निशान दिख सकते है।
तनाव प्रतिक्रियाशील ऑक्सीजन प्रजातियों (आरओएस) के उत्पादन को भी बढ़ा सकता है, जो अस्थिर अणु होते हैं और कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाते हैं। यही उम्र बढ़ने में भी योगदान कर सकते हैं। जब फ्री रेडिकल्स एंटीऑक्सिडेंट से अधिक हो जाते हैं, तो इसका परिणाम ऑक्सीडेटिव तनाव होता है। इससे कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं, साथ ही पिगमेंटेड स्पॉट, झुर्रियां और त्वचा लटकने लगती है।
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डॉ. आशुतोष श्रीवास्तव बताते है कि “तनाव कोर्टिसोल और एड्रेनालाईन जैसे तनाव हार्मोन के उत्पन होने को ट्रिगर करता है, जो समय के साथ शरीर पर हानिकारक प्रभाव डाल सकता है। पुराना तनाव शरीर के सामान्य हार्मोनल संतुलन को बाधित कर सकता है, जिससे सूजन बढ़ जाती है, प्रतिरक्षा में कमी आती है, और अन्य नकारात्मक प्रभाव पड़ते हैं।”
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कस्टमाइज़ करेंतनाव अस्वास्थ्यकर जीवन शैली विकल्पों को भी जन्म दे सकता है, जैसे कि खराब आहार, व्यायाम की कमी और अपर्याप्त नींद, ये सभी उम्र बढ़ने में योगदान कर सकते हैं। तनाव के कारण आप अपनी जीवन शैला में कोई भी स्वस्थ चीज नही करते है, जो की स्वास्थ पर काफी नाकारात्मक प्रभाव डालता है।
अमेरिकन एकेडमी ऑफ डर्मेटोलॉजी एसोसिएशन ने तनाव के कारण त्वचा पर पड़ने वाले प्रभावो को कम करने के लिए कुछ सुझाव दिए हैं।
सामान्य स्ट्रेस बस्टर्स के रूप में आप कुछ ऐसा काम कर सकती है जो आपको पसंद है या मजेदार फिल्में देख सकती है। व्यायाम आपके तनाव को भी कम करता है, परिसंचरण में सुधार करता है और आपको युवा दिखने में मदद करता है। व्यायाम की दिनचर्या शुरू करने या बदलने से पहले बस अपने डॉक्टर से एक बार बात कर लें।
अपनी द्वारा लिए जा रहे शुगर को सीमित करें और फल और सब्जियों जैसे एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर खाद्य पदार्थ ही खाएं।
धूम्रपान आपकी त्वचा की बनावट को प्रभावित करता है और त्वचा की उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को गति देता है। शराब आपको डिहाइड्रेट कर सकती है, जिससे फाइन लाइन और झुर्रियां अधिक दिखाई देने लगती हैं।
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