किसी भी थकाऊ काम करने के बाद मुट्ठी भर नट्स यदि आप खा लेती हैं, तो लगता होगा कि खोई हुई एनर्जी वापस आ गई। तन और मन दोनों एनर्जेटिक महसूस करने लगते हैं। शोध यह प्रमाणित कर चुके हैं कि नट्स मेंटल हेल्थ में भी सुधार कर सकते हैं। नट्स पोषक तत्वों, विटामिन और मिनरल्स के एक पावरहाउस हैं, जो मेंटल हेल्थ को मजबूत बनाते हैं। तनाव को कम कर मूड को बेहतर बनाते हैं। नट्स के फायदों को देखते हुए ही अमेरिका ने नेशनल नट डे मनाना शुरू किया। इस आलेख में नेशनल नट के अलावा यह जानते हैं कि कैसे नट्स मेंटल हेल्थ को मजबूत (mental health ke liye nuts ke fayde) बनाते हैं।
अमेरिका में हर साल नेशनल नट्स डे (National Nuts Day) 22 अक्टूबर को मनाया जाता है। स्वस्थ और पौष्टिक ब्रेकफास्ट और स्नैक्स के रूप में नट्स को प्रेरित करने के लिए यह दिवस मनाया जाता है। इसके पोषक तत्व तनाव को कम करते हैं। इसलिए स्ट्रेसफुल लाइफ से बचाव के लिए भी नट्स खाने पर जोर दिया जाता है।
न्यूट्रीएंट जर्नल में वैज्ञानिक सुजाथा राजाराम के प्रकाशित शोध निष्कर्ष बताते हैं कि रोजाना मुट्ठी भर नट्स खाने से अवसाद का खतरा 17% तक कम हो जाता है। नट्स में फाइटोकेमिकल्स होते हैं, जो एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुणों वाले होते हैं। ये बेहतर मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े होते हैं। अखरोट, बादाम और पिस्ता तनाव, एंग्जाइटी और घबराहट को कम करने के लिए सबसे बढ़िया होते हैं। इनमें मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड स्वस्थ नर्वस सिस्टम के लिए जरूरी हैं। यह तनाव और एंग्जाइटी को कम करने में मदद कर सकता है। बादाम में मैग्नीशियम प्रचुर मात्रा में होता है, जो मांसपेशियों को आराम देने और तनाव कम करने में मदद करता है।
ओवर ऑल मेंटल हेल्थ को बूस्ट करता है अखरोट। यह ओमेगा -3 के सबसे बढ़िया प्लांट बेस्ड सोर्स में से एक है। यह ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में भी मदद करने वाला प्रोटीन का एक बड़ा स्रोत है। हारवर्ड हेल्थ पब्लिशिंग में प्रकाशित अध्ययन बताते हैं कि प्रतिदिन लगभग 1/4 कप अखरोट खाने वालों में अवसाद का स्कोर 26% तक कम था।
अखरोट में एक प्रकार के ओमेगा-3 फैटी एसिड का प्रकार डीएचए काफी हाई कंसन्ट्रेशन में मौजूद रहते हैं। डीएचए को नवजात शिशुओं में मस्तिष्क स्वास्थ्य की रक्षा करने, वयस्कों में संज्ञानात्मक प्रदर्शन में सुधार करने और उम्र से संबंधित संज्ञानात्मक गिरावट को रोकने या सुधारने के लिए भी दिखाया गया है।
क्लिनिकल न्यूट्रिशन में शोधकर्ता पेट्रीसिया लोपेज के अनुसार, नियमित रूप से नट्स खाना दिमाग के लिए अच्छा होता है। नट्स में फैटी एसिड, विटामिन, खनिज और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो मेंटल हेल्थ को मजबूत बनाते हैं। नट्स का सेवन बेहतर संज्ञानात्मक कार्य, अवसाद का कम जोखिम, बेहतर मूड और मेमोरी पावर भी बूस्ट करते हैं। ये सीखने और कंसंट्रेशन बढ़ाने की क्षमता से भी जुड़े हुए हैं।
प्रोटीन और स्वस्थ वसा से भरपूर होने के अलावा, नट्स में मैग्नीशियम, जिंक और पोटेशियम जैसे पोषक तत्व भी होते हैं। ये सभी शरीर को आराम देने में मदद कर सकते हैं। साथ ही, ये पोषक तत्व नींद की गुणवत्ता में भी सुधार करते हैं। नट्स मेलाटोनिन से भरे होते हैं। यह एक हार्मोन है, जो नींद और जागने के चक्र को व्यवस्थित करने में मदद करते हैं।
सोने से पहले नट्स खाने से शरीर को अधिक मेलाटोनिन का उत्पादन करने में मदद मिल सकती है। इससे रात भर साउंड स्लीप सोना आसान हो जाता है। नट्स एक ऐसा स्नैक है, जो भारी या फूला हुआ महसूस नहीं कराता है। सोने से पहले इसे लेने पर अधिक आराम महसूस होता है और सोने में मदद मिल सकती है। इसलिए साउंड स्लीप में मदद के लिए नाइट रूटीन में कुछ नट्स शामिल करना चाहिए।
नट्स पेट भरा हुआ महसूस कराते हैं और मूड को भी बेहतर बनाते हैं। यह एसेंशियल फैटी एसिड और मैग्नीशियम के कारण होता है, जो सूजन को कम कर मूड को बढ़ावा देता है। नट्स स्वस्थ वसा सेरोटोनिन के स्तर को भी बढ़ाता है, जो मूड में सुधार करता है और आराम करने में मदद करता है।
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