प्यार एक खूबसूरत एहसास है, जब आपके दिल में किसी के लिए फीलिंग्स पैदा होती हैं तो ऐसा लगता है, जैसे आस-पास सब खूबसूरत है। किसी से एक बार प्यार हो जाए तो लोग मन ही मन अपनी पूरी जिंदगी उनके साथ इमेजिन कर लेते हैं, और ये भी नहीं सोचते की वो आपके साथ रहना चाहते हैं या नहीं। लेकिन, जरूरी नहीं की जो आप सोचते हैं वही सामने वाला भी सोचता हो, इस कारण कभी-कभी बेहद प्यार लुटाने के बाद भी आपको रिजेक्शन का सामना करना पड़ता है। और आपको ऐसा लगने लगता है की सब खत्म हो गया जिसे आप आजतक अपना सब कुछ समझ रहे थे, उसने आपको ठुकरा दिया।
ऐसी स्थिति में आपको रिजेक्शन को सही तरीके से हैंडल करना बहुत जरूरी है। नहीं तो इसके चलते कई बार डिप्रेशन सहित अन्य समस्याएं इंसान को घेरने लगती हैं। तो चलिए बताते हैं आपको कि आप किस तरह प्यार में मिले रिजेक्शन से बाहर आ सकते हैं और इसे बेहतर तरीके से हैंडल कर सकते हैं। इसी के साथ कई बार प्यार और इनकार के बाद भी आपकी दोस्ती सलामत भी रह सकती है। तो चलिए जानते हैं, प्यार में मिले रिजेक्शन को हैंडल करने के कुछ तरीके, जो आपकी जिंदगी के मुश्किल फेज को थोड़ा आसान बना सकते हैं।
छत्रपति शिवाजी सुभारती हॉस्पिटल मेरठ की कंसल्टेंट साइकैट्रिस्ट डॉ. रितिका बताती हैं कि, प्यार में रिजेक्ट होना एक बहुत ही दर्दनाक और मुश्किल अनुभव हो सकता है। इससे आपके आत्मविश्वास को ठेस पहुंचती है। लेकिन आप अपने आप को समय दें और अपनी भावनाओं को स्वीकार करें ना कि उन्हें दबाने की कोशिश करें।
इसे बाहर निकलने के लिए शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखें, नियमित व्यायाम करें, स्वस्थ आहार लें, और पर्याप्त नींद लें। अपने दोस्तों और परिवार के साथ समय बिताएं, नए लोगों से मिलें। लेकिन अगर आप फिर भी इससे बाहर नहीं निकल पा रहे हैं, तो चिकित्सक या मनोवैज्ञानिक अवश्य परामर्श करें, वे आपकी स्थिति को समझते हुए कुछ थेरेपी और दवाइयों के माध्यम से आपको इस कठिन स्थिति से बाहर निकलने में मदद करेंगे।
ये ह्यूमन नेचर है कि, कोई व्यक्ति जब किसी को ना कहता है तो वो बदले में ढेर सारे सवाल-जवाब करते हैं। जब आपको कोई रिजेक्ट करे, तो इस फैसले को सम्मानपूर्वक एक्सेप्ट करें। ना की गुस्से में कुछ गलत करें, आपको अपने मन को शान्त रखना है, क्योंकि आप किसी को अपने साथ रहने के लिए मजबूर नहीं कर सकते हैं। इस कारण उनकी भावनाओं का सम्मान करते हुए रिजेक्शन को एक्सेप्ट करें। ये याद रखें कि और भी बहुत से लोग हैं, जिन्हें आप पसंद हैं। इसलिए हर सिचुएशन को एक्सेप्ट करने की क्षमता खुद में डेवेलप करने की कोशिश करें।
रिजेक्शन सह पाना सबके बस की बात नहीं है। इसको हैंडल करने के लिए आपको समझदारी से काम लेना होगा। जब आपको प्यार में ब्रेकअप या ना सुनने को मिलता है तो प्यार गुस्से का रूप ले लेता है और ऐसे में लोग कुछ भी गलत कह देते हैं। इस लिए गुस्से में उनकी इंसल्ट करने से बचें अपने मन को शांत रखें। ऐसे में आप उसकी लाइफ का हिस्सा न होकर भी उनके गुड बुक में का हिस्सा रह सकते हैं। इसके उलट अगर आप गुस्से में रिएक्ट करते हैं तो बात काफी बिगड़ सकती है।
अधिकतर ऐसा होता है कि, जब हमें कोई छोड़ देता है या प्यार को रिजेक्ट करता है तो हम खुद को दोष देने लगते हैं। हमे लगने लगता है कि मुझमें कुछ कमी होगी, मैंने कुछ गलत किया होगा, मैं उसके लायक नहीं हूं। लेकिन ध्यान देने वाली बात ये है कि रिश्ते दो लोगों से मिलकर बनते हैं और टूटते भी दो लोगों के कारण हैं। इसलिए किसी भी रिश्ते के टूटने या फिर प्यार में एक्सेप्टेंस ना मिलने के लिए आप अकेले जिम्मेदार नहीं हो सकते और न ही दूसरा। और भी कारण होते हैं जिनकी वजह से दो लोग एकसाथ नहीं रह पाते। तो आप अपने आप को दोष ना दें और समझदारी से काम लें।
जरूरी नहीं कि जिससे आप प्यार करते हैं वो आपके साथ जिंदगी भर साथ रहे। इस पर ध्यान देना बंद करें की किसी ने आपके प्यार को ठुकराया है। अपनी खुशी तलाशिए और ऐसे काम करना शुरू करिए जिससे आपको खुशी मिले और आप अपने मन को शांत रख सकें इसके लिए आप एक ट्रिप पर भी जा सकते हैं या फिर कुछ ऐसा शुरू कर सकते हैं जिसे करने में आपको खुशी मिले।
हो सकता है कि आप ऐसे समय में अपने आप को अकेला समझ रहे हों। लेकिन ऐसा नहीं है आपके दोस्त आपका सपोर्ट सिस्टम हैं। इस मुश्किल दौर में भी अपने दोस्तों को याद करना ना भूलें। रिजेक्शन मिलने र अपने दोस्तों के साथ समय बिताएं, उनसे बातें करें, घूमने जाएं। ऐसा करके आप बहुत सी परेशानियों को कम कर सकते हैं इसके लिए आप ऐसे दोस्तों को चुने जो आपको जज ना करते हों और आपका मजाक ना बनाएं। उनसे आप खुलकर अपनी फीलिंग्स जाहिर करें, अपनी बाते बताएं और खुश रहने की कोशिश करें।
अगर आप अपने दोस्तों से अपने दिल की बात कहने में हिचकिचा रहे हैं , या आपको नहीं लगता कि आपका कोई दोस्त आपकी फीलिंग्स को समझ सकता है तो आप किसी पेशेवर की सहायता भी ले सकते हैं। रिजेक्शन का प्रभाव कई बार मानसिक स्थिति पर गंभीर असर डालता है। ऐसे में पेशेवर का समर्थन कई समस्याओं को दूर कर सकता है। किसी रिलेशनशिप एक्सपर्ट से मिलें और अपने दिल की बात शेयर करें। आप किसी काउंसलर की सहायता भी ले सकते हैं, जो आपकी मानसिक स्थिति के अनुसार आपकी मदद करेंगे।
प्यार में मिले रिजेक्शन के बाद इस गम को भुलाने के लिए तुरंत किसी और की आकर्षित होने या डेटिंग पूल में जाने से बचें। पहले अपने आपको समय दें। खुद की भावनाओं को समझें। रिजेक्शन निराशाजनक होता है, ऐसे में कई बार आप अपनी पिछली भावनाओं को भुलाने की जल्दी में किसी गलत व्यक्ति के संपर्क में जा सकते हैं, जो आगे चलकर और भी बड़ी समस्या का कारण बन सकता है। कई बार आप खुले दिल से नए व्यक्ति को नहीं स्वीकार पाते। ऐसी परिस्थितियों में जाने से बचें, ताकि आगे का समय आपके लिए और कठिनाई भरा ना हो।
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